Jitendra Shivhare लिखित उपन्यास लिव इन लॉकडाउन और पड़ोसी आत्मा | हिंदी बेस्ट उपन्यास पढ़ें और पीडीएफ डाऊनलोड करें होम उपन्यास हिंदी उपन्यास लिव इन लॉकडाउन और पड़ोसी आत्मा - उपन्यास Leave in lockdown aur padoshi aatma book and story is written by Jitendra Shivhare in Hindi . This story is getting good reader response on Matrubharti app and web since it is published free to read for all readers online. Leave in lockdown aur padoshi aatma is also popular in सामाजिक कहानियां in Hindi and it is receiving from online readers very fast. Signup now to get access to this story. उपन्यास लिव इन लॉकडाउन और पड़ोसी आत्मा - उपन्यास Jitendra Shivhare द्वारा हिंदी सामाजिक कहानियां (20) 12.1k 38.2k लिव इन लॉकडाउन और पड़ोसी आत्मा जितेन्द्र शिवहरे (1) धरम की गिनती असामाजिक तत्वों में होने लगी थी। परिवार वाले उसकी मारपीट और गुंडागर्दी से तंग आ आ गये। पुरे मोहल्ले में बेड ब्वॉय की छबी धारण करने वाला धरम कुख्यात था। सज्जन व्यक्ति अपने बच्चों को धरम जैसा नहीं बनने का संदेश देना अपना कर्तव्य समझते थे। किन्तु यह वहीं धरम था जो म्युनिसिपल कार्पोरेशन वालों को फोन पर डरा-धमका कर मोहल्लें की साफ-सफाई करवा लिया करता था। एरिया में बिजली गुल होने पर सभी धरम को ही ढूंढते थे। उसके एक फोन पर विद्युत विभाग के कर्मचारी वहां पढ़ें पूरी कहानी मोबाईल पर डाऊनलोड करें लिव इन लॉकडाउन और पड़ोसी आत्मा - उपन्यास पूर्ण उपन्यास लिव इन लॉकडाउन और पड़ोसी आत्मा - 1 लीव इन लॉकडाउन और पड़ोसी आत्मा जितेन्द्र शिवहरे (1) धरम की गिनती असामाजिक तत्वों में होने लगी थी। परिवार वाले उसकी मारपीट और गुंडागर्दी से तंग आ आ गये। पुरे मोहल्ले में बेड ब्वॉय की छबी धारण करने वाला ...और पढ़ेकुख्यात था। सज्जन व्यक्ति अपने बच्चों को धरम जैसा नहीं बनने का संदेश देना अपना कर्तव्य समझते थे। किन्तु यह वहीं धरम था जो म्युनिसिपल कार्पोरेशन वालों को फोन पर डरा-धमका कर मोहल्लें की साफ-सफाई करवा लिया करता था। एरिया में बिजली गुल होने पर सभी धरम को ही ढूंढते थे। उसके एक फोन पर विद्युत विभाग के कर्मचारी वहां मुफ्त पढ़ो लिव इन लॉकडाउन और पड़ोसी आत्मा - 2 लीव इन लॉकडाउन और पड़ोसी आत्मा जितेन्द्र शिवहरे (2) धरम अपने घरवालों से फोन पर बात कर रहा था। यह देखकर टीना ने भी पिता विश्वनाथ को अपनी खैरियत की जानकारी दे दी। धरम अखबार पढने में व्यस्त हो ...और पढ़ेअखबार पढने के बाद उसकी खाना बनाने की योजना थी। टीना नहाने चली गयी। धरम टीना के बाथरूम से बाहर आने की प्रतिक्षा कर रहा था। टीना! जल्दी बाहर आओ। मुझे फ्रेश होने जाना है धरम ने टीना से कहा। अरे अभी तो मैंने नहाना शुरू ही किया है। अभी नहीं आ सकती टीना बोली। बाद में नहा लेना। इमरजेन्सी मुफ्त पढ़ो लिव इन लॉकडाउन और पड़ोसी आत्मा - 3 लीव इन लॉकडाउन और पड़ोसी आत्मा जितेन्द्र शिवहरे (3) दरवाजे की डोर बैल बज रही थी। टीना ने मैजिक आई से झांक कर देखा। बाहर किराना सामान लेकर एक युवक खड़ा था। टीना ने दरवाजा खोल दिया। मैडम ...और पढ़ेये आपका किराना सामान! द्वार पर खड़े युवक ने टीना से कहा। हां लाईये। इधर एक तरफ रख दीजिये। टीना ने उस युवक से कहा। धरम! बाहर तो आना जरा। किराना सामान आया है इसका पेयमेन्ट करना है। टीना ने धरम को आवाज़ लगाई। धरम बेडरूम से बाहर आया। भाई ऑनलाइन पेयमेन्ट लेते हो न! धरम ने किराने का सामान लेकर मुफ्त पढ़ो लिव इन लॉकडाउन और पड़ोसी आत्मा - 4 लीव इन लॉकडाउन और पड़ोसी आत्मा जितेन्द्र शिवहरे (4) टीना! यह नहीं हो सकता। वो मर चूकी है। मेरा विश्वास करो। धरम ने टीना को समझाने का प्रयास किया। मगर टीना थी की मानने को तैयार ही ...और पढ़ेहो रही थी। टीना ने धरम को बताया की आज रात वह फिर से उसके सपने में आयेगी। क्योंकी निवेदिता ने उससे कहा है कि इस बार वह टीना की जान लेकर रहेगी। धरम टीना को अपने हृदय से लगाये हुये था। वह उसे पीठ पर हाथों से सहला रहा था। टीना अब कुछ शांत हो थी। धीरे-धीरे वह पुनः नींद के मुफ्त पढ़ो लिव इन लॉकडाउन और पड़ोसी आत्मा - 5 लीव इन लॉकडाउन और पड़ोसी आत्मा जितेन्द्र शिवहरे (5) सुबह की पहली किरण के साथ ही टीना की नींद खुल गयी। धरम भी जाग चूका था। रात को हुये घटनाक्रम की परछाई दोनों के चेहरे पर साफ देखी जा ...और पढ़ेथी। धरम! मुझे लगता है हमें घरवालों को सबकुछ बता देना चाहिए। टीना ने धरम से कहा। नहीं टीना! इससे वे लोग घबरा जायेंगे। धरम बोला। फिर हम ये घर छोड़ देते है। टीना ने अगला रास्ता सुझाया। इससे क्या निवेदिता से हम बच जायेंगे। नहीं। वह हमें ढुंढ ही लेगी। धरम बोला। फिर तुम ही बताओ। हम इस चुड़ेल मुफ्त पढ़ो Read all episodes on App अन्य रसप्रद विकल्प हिंदी लघुकथा हिंदी आध्यात्मिक कथा हिंदी फिक्शन कहानी हिंदी प्रेरक कथा हिंदी क्लासिक कहानियां हिंदी बाल कथाएँ हिंदी हास्य कथाएं हिंदी पत्रिका हिंदी कविता हिंदी यात्रा विशेष हिंदी महिला विशेष हिंदी नाटक हिंदी प्रेम कथाएँ हिंदी जासूसी कहानी हिंदी सामाजिक कहानियां हिंदी रोमांचक कहानियाँ हिंदी मानवीय विज्ञान हिंदी मनोविज्ञान हिंदी स्वास्थ्य हिंदी जीवनी हिंदी पकाने की विधि हिंदी पत्र हिंदी डरावनी कहानी हिंदी फिल्म समीक्षा हिंदी पौराणिक कथा हिंदी पुस्तक समीक्षाएं हिंदी थ्रिलर हिंदी कल्पित-विज्ञान हिंदी व्यापार हिंदी खेल हिंदी जानवरों हिंदी ज्योतिष शास्त्र हिंदी विज्ञान हिंदी कुछ भी Best Novels of 2024Best Novels of 2024Best Novels of January 2024Best Novels of February 2024Best Novels of March 2024Best Novels of April 2024 Best Novels of 2023Best Novels of 2023Best Novels of January 2023Best Novels of February 2023Best Novels of March 2023Best Novels of April 2023Best Novels of May 2023Best Novels of June 2023Best Novels of July 2023Best Novels of August 2023Best Novels of September 2023Best Novels of October 2023Best Novels of November 2023Best Novels of December 2023 Best Novels of 2022Best Novels of 2022Best Novels of January 2022Best Novels of February 2022Best Novels of March 2022Best Novels of April 2022Best Novels of May 2022Best Novels of June 2022Best Novels of July 2022Best Novels of August 2022Best Novels of September 2022Best Novels of October 2022Best Novels of November 2022Best Novels of December 2022 NEW REALESED Short Stories લાગણીના પવિત્ર સંબંધો - ભાગ 9 Mausam Love Stories सावन पूर्णिमा विधर्मी Women Focused लागा चुनरी में दाग--भाग(६) Saroj Verma Fiction Stories My Blind Date Was My Boss - 6 jiaqing yang Motivational Stories नराधम पिसाळले Ankush Shingade Love Stories पागल - भाग 21 कामिनी त्रिवेदी Moral Stories प्यारी बेटी दिनेश कुमार कीर Love Stories પ્રેમ સમાધિ - પ્રકરણ -64 Dakshesh Inamdar Fiction Stories आठवां वचन ( एक वादा खुद से) - 2 डॉ. शैलजा श्रीवास्तव Short Stories तुटलेल्या पारंब्या Nagesh