Teesri Raat book and story is written by mahesh sharma in Hindi . This story is getting good reader response on Matrubharti app and web since it is published free to read for all readers online. Teesri Raat is also popular in थ्रिलर in Hindi and it is receiving from online readers very fast. Signup now to get access to this story. तीसरी रात - उपन्यास mahesh sharma द्वारा हिंदी थ्रिलर 22 9.1k Downloads 25.1k Views 4 Likes Writen by mahesh sharma पढ़ें पूरी कहानी मोबाईल पर डाऊनलोड करें उपन्यास विवरण वह आवाज़ ठीक वैसी थी मानो किसी चाकू या तलवार को, धारदार बनाने के लिए, किसी पत्थर पर घिसा जा रहा हो। हालाँकि यह आवाज़ बहुत ही धीमे से उभरी थी लेकिन इस सन्नाटे में साफ-साफ सुनी जा सकती थी। उसके कानों ने इसे सुना और वह सिहर उठा। डर किसी लकीर की तरह उसके भीतर खिंचता चला गया। उसने आँखें खोलने की कोशिश की। उसे, हाथ-पैर बांध कर, एक कोने में पटक दिया गया था। चारों तरफ घने अंधेरे के अलावा कुछ नहीं है। उसकी आँखों को भी कस कर बांध दिया गया है शायद। लेकिन अगर वह किसी तरह अपनी आँखें खोल भी लेगा तो भी सिवाय अंधेरे के कुछ नहीं दिखाई देगा। आवाज़ फिर उभरी! More Interesting Options लघुकथा आध्यात्मिक कथा फिक्शन कहानी प्रेरक कथा क्लासिक कहानियां बाल कथाएँ हास्य कथाएं पत्रिका कविता यात्रा विशेष महिला विशेष नाटक प्रेम कथाएँ जासूसी कहानी सामाजिक कहानियां रोमांचक कहानियाँ मानवीय विज्ञान मनोविज्ञान स्वास्थ्य जीवनी पकाने की विधि पत्र डरावनी कहानी फिल्म समीक्षा पौराणिक कथा पुस्तक समीक्षाएं थ्रिलर कल्पित-विज्ञान व्यापार खेल जानवरों ज्योतिष शास्त्र विज्ञान कुछ भी क्राइम कहानी Load More Best Novels of 2025 Best Novels of 2025 Best Novels of January 2025 Best Novels of 2024 Best Novels of 2024 Best Novels of January 2024 Best Novels of February 2024 Best Novels of March 2024 Best Novels of April 2024 Best Novels of May 2024 Best Novels of June 2024 Best Novels of July 2024 Best Novels of August 2024 Best Novels of September 2024 Best Novels of October 2024 Best Novels of November 2024 Best Novels of December 2024 //= $best_novels_two_yr_ago_links; ?> पूर्ण उपन्यास Episodes Novels तीसरी रात - 1 New तीसरी रात महेश शर्मा पहला दिन, सुबह : 8 बजे वह आवाज़ ठीक वैसी थी मानो किसी चाकू या तलवार को, धारदार बनाने के लिए, किसी पत... Read Free Novels तीसरी रात - 2 New तीसरी रात महेश शर्मा पहला दिन, शाम : 6 बजे पार्क में वह रोजाना की तरह टहल चुकने के बाद वह अपने पड़ौसी के साथ, बेंच पर बैठ... Read Free Novels तीसरी रात - 3 New तीसरी रात महेश शर्मा दूसरा दिन, दोपहर : 2 बजे खाना खाने के बाद पत्नी को पत्नी को बस स्टैंड से छोड़ कर वह घर लौटा। थोड़ा थक... Read Free Novels तीसरी रात - 4 - अंतिम भाग New तीसरी रात महेश शर्मा तीसरा दिन, सुबह : 7 बजे उसने दरवाजा खोला। सामने मेड खड़ी थी। वह किचन में जाकर अपने लिए चाय बनाने लगा... Read Free //= $best_novels_links; ?> //= $best_novels_prev_links; ?> //= $best_novels_two_yr_ago_links; ?>