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चोरी या पहेली - रहस्यमयी कहानी - उपन्यास
Satender_tiwari_brokenwordS
द्वारा
हिंदी नाटक
चोरी या पहेली ??.(1)अस्पताल का ये icu वार्ड भी शायद बिछड़ने वाला था ,जहाँ पे पिछले एक महीने से रोहन ज़िन्दगी और मौत के बीच मे रह गया था। कभी उम्मीदें जवाब दे रहीं थी तो कभी हौसले बाज़ी मार रहे थे। एक महीना पहले रोहन की कंपनी में बहुत बड़ी चोरी हो गयी। जिससे कंपनी को बड़ा नुकसान हुआ और उसकी हालत खराब हो गयी। वो एक सदमें में चला गया और बेहोश होकर गिर पड़ा। तभी से रोहन अस्पताल में हैं। दोस्तों और रिश्तेदारों का साथ ही था जो रोहन को शायद ज़िंदा रखे हुए था। पुलिस की पूछताछ से
चोरी या पहेली ??.(1)अस्पताल का ये icu वार्ड भी शायद बिछड़ने वाला था ,जहाँ पे पिछले एक महीने से रोहन ज़िन्दगी और मौत के बीच मे रह गया था। कभी उम्मीदें जवाब दे रहीं थी तो कभी हौसले बाज़ी ...और पढ़ेरहे थे। एक महीना पहले रोहन की कंपनी में बहुत बड़ी चोरी हो गयी। जिससे कंपनी को बड़ा नुकसान हुआ और उसकी हालत खराब हो गयी। वो एक सदमें में चला गया और बेहोश होकर गिर पड़ा। तभी से रोहन अस्पताल में हैं। दोस्तों और रिश्तेदारों का साथ ही था जो रोहन को शायद ज़िंदा रखे हुए था। पुलिस की पूछताछ से
चोरी या पहेली?????.(5)गुत्थी उलझती जा रही थी । एक चोरी अब बहुत बड़ी वारदात बन चुकी थी। शांति की मौत सिर्फ एक दुर्घटना है !!! , पुलिस इसे नहीं मान रही थी।पुलिस एक निष्कर्ष पर तो आ ही गयी ...और पढ़ेकि ये चोरी तो सिर्फ इस पहेली को भटकाने के लिए रची गयी थी । लेकिन उसे इस निष्कर्ष पे पूरा भरोसा भी नहीं हो रहा था। भरोसा करती भी तो कैसे पिछले पांच महीनों में जब भी पुलिस किसी निष्कर्ष पर पहुँचती तो एक नई कड़ी जोड़े पहेली फिर से नई हो जाती थी। किसे गवाह बनाये किस पर शक
चोरी या पहेली ...(9)पहले खत के खुलासे अभी पचे ही नहीं थे कि अगले खत के खुलासे ने तो निवाला निगलने की ताकत भी जैसे छीन ली थी।इधर रिया का खत खत्म हुआ उधर पुलिस के पैरों से ज़मीन ...और पढ़ेगई। चौंकाने वाली बात ही थी कि अमन ज़िंदा है।पुलिस जिन कड़ियों को जोड़ रही थी उनमें से दो पलट गई थी। पुलिस के लिए इस गुत्थी को समझ पाना मुश्किल हो रहा था कि एक एक करके मरने वाले ज़िंदा हुए जा रहें थे। एक हवलदार ने बड़ी मासूमियत से बोला, ऐसा लगता है कोई मरा ही नहीं। पुलिस अधीक्षक ने