Mamta ki chaav book and story is written by Sarita Sharma in Hindi . This story is getting good reader response on Matrubharti app and web since it is published free to read for all readers online. Mamta ki chaav is also popular in क्लासिक कहानियां in Hindi and it is receiving from online readers very fast. Signup now to get access to this story.
ममता की छाँव - उपन्यास
Sarita Sharma
द्वारा
हिंदी क्लासिक कहानियां
हर रविवार छुट्टी के दिन मौली अपने पड़ोस में रहने वाले बच्चों के साथ जानवरों को जंगल छोड़ने जाते और दिन तक घर आ जाते थे..आज भी जब पड़ोस में रहने वाली खुशी जो मौली की उम्र की है आवाज दी तो मौली भागते हुए बाहर आई .. जल्दीबाजी में चप्पल पहनकर जाने लगी.. मौली की बड़ी बहन रेनू ने अपनी गाय ओर बैलों को खोल दिया ।खड़ी क्या है? बेंत तो पकड़ ले-रेनू मौली को डांटते हुए बोली.मौली ने तुरंत बेंत उठा ली। रेनू ओर मौली गाय बैलो को लेकर जाने लगे। पीछे से बिन्नी दौड़ती हुई आयी. मैं
स्कूल नहीं जाना है क्या? उठ जाओ बेटा! प्यार से सहलाते हुए मां मौली और बिन्नी को उठाने की कोशिश कर रही थी।मौली और बिन्नी दोनो आंखे मलते हुए बाहर मुंह धोने जाने लगे लेकिन बिन्नी बाहर आकर लकड़ी ...और पढ़ेब्रेंच पर लेट गई । शायद वह अभी और सोना चाहती थी।मौलीं मुंह धोकर रसोई में गई । मां ने दूध का ग्लास मौली को पकड़ाते हुए पूछा बिन्नी कहा है, वह ब्रेंच पर सो गई - मौली ने मां से कहा । जा उसको उठा दे । मौली दूध पीकर बिन्नी को उठाने चल दी ।ग्रामीण परिवेश में रहने
हर रविवार छुट्टी के दिन मौली अपने पड़ोस में रहने वाले बच्चों के साथ जानवरों को जंगल छोड़ने जाते और दिन तक घर आ जाते थे..आज भी जब पड़ोस में रहने वाली खुशी जो मौली की उम्र की है ...और पढ़ेदी तो मौली भागते हुए बाहर आई .. जल्दीबाजी में चप्पल पहनकर जाने लगी.. मौली की बड़ी बहन रेनू ने अपनी गाय ओर बैलों को खोल दिया ।खड़ी क्या है? बेंत तो पकड़ ले-रेनू मौली को डांटते हुए बोली.मौली ने तुरंत बेंत उठा ली। रेनू ओर मौली गाय बैलो को लेकर जाने लगे। पीछे से बिन्नी दौड़ती हुई आयी. मैं
मौली अपनी माँ को खो चुकी थी। हालांकि उसका इसपर विस्वास कर पाना मुश्किल था, क्योंकि अभी कल की ही तो बात थी, जब वह मां के मना करने पर भी स्कूल जाने की ज़िद लिए बैठी थी । ...और पढ़ेप्यार से उसकी माँ ने उसे बाल बनाकर स्कूल भेजा था। पलभर का समय औऱ पलक झपकते ही सब खत्म ।मौली ने अपनी माँ से बहुत सी जादू की कहानियां सुनी हुई थी.. जिसमें रात को परी आकर छोटी बच्ची की सारी ख़्वाहिशें पूरी करती..हालांकि मौली हमेशा जानती थी कि ये सब सच नही है..पर इन चमत्कारों से भरी कहानियों