प्यार की अर्जियां

(120)
  • 117.8k
  • 10
  • 65.3k

चंडीगढ़... सुबह के सात बजे.. दिन शुक्रवार.... "एक खूबसूरत ऊंचा पूरा, स्लिम शरीर वाले नौजवान ब्लैक जॉगिंग शर्ट पहने, नीचे ब्लैक हाफ पैंट , पैरों पर ब्लैक रनिंग जूते पहने दौड़ते हुए संरक्षित आपर्टमेंट के दरवाजे के अंदर आ रहा है ,वो नौजवान सभी पहचानने वालों को मुस्कुराते हुए शिष्टाचार पूर्वक नमस्ते बोलते हुए कैंपस के अंदर आया, यहां क्या महिला,क्या पुरुष ,क्या बच्चे सभी उसकी मीठा स्वर और मुस्कान से अवगत हैं ....... "ये क्या..अब वो नौजवान तो बच्चों के खेल के मैदान तरफ कदम बढ़ा दिया बॉलीबॉल कोर्ट के तरफ और वहां जितने भी बच्चे हैं सब उत्साहित होकर खुशी को इजहार करते तालियों से स्वागत कर रहा है , किसी बच्चे ने बॉल दे दिया है अब , फिर खेलना शुरू कर दिया.....

Full Novel

1

प्यार की अर्जियां - भाग 1

चंडीगढ़... सुबह के सात बजे.. दिन शुक्रवार.... "एक खूबसूरत ऊंचा पूरा, स्लिम शरीर वाले नौजवान ब्लैक जॉगिंग शर्ट पहने, ब्लैक हाफ पैंट , पैरों पर ब्लैक रनिंग जूते पहने दौड़ते हुए संरक्षित आपर्टमेंट के दरवाजे के अंदर आ रहा है ,वो नौजवान सभी पहचानने वालों को मुस्कुराते हुए शिष्टाचार पूर्वक नमस्ते बोलते हुए कैंपस के अंदर आया, यहां क्या महिला,क्या पुरुष ,क्या बच्चे सभी उसकी मीठा स्वर और मुस्कान से अवगत हैं ....... "ये क्या..अब वो नौजवान तो बच्चों के खेल के मैदान तरफ कदम बढ़ा दिया बॉलीबॉल कोर्ट के तरफ और वहां जितने भी बच्चे हैं सब उत्साहित ...और पढ़े

2

प्यार की अर्जियां - भाग 2

संदीप और कन्या अपने बेडरूम में बातें करते हुए......... संदीप : "मैंने देखा है दीदी को मजबूरी वाले रिश्ते हुए उस इंसान से जो दीदी की अहमियत नहीं समझता बस अपने ही मनमानी करता है,मारता है ज़रा सी बात पर अपने मां बाप के बातों को सच मानकर ,मैं दी के शरीर का घाव नहीं देखा लगे, लेकिन उसकी चेहरे का दर्द साफ - साफ देख सकता हुं ,बेबे अपनी दकियानूसी बात से उसे समझाती है ,क्या मैं नहीं जानता ,और जिस लड़की के साथ मेरी शादी की ख्वाब देखी थी उस लड़की से मिला हुं, मुझे नहीं लगता ...और पढ़े

3

प्यार की अर्जियां - भाग 3

"चंडीगढ़ का सबसे बड़ा SBI बैंक में स्वागत है...... ब्रांच मैनेजर संदीप रंधावा....... संदीप अपने केबिन में रोज़ की फाइनेंस करवाने वालों में भिड़ा हुआ है.."मिस सोनिया ये फाइल एप्रुवल हो गया बाकी मिस्टर भाटिया को दे दो जाकर आगे का प्रोसेस के लिए (फाइल देते हुए) अब कुछ देर बाद लोग चले जाते हैं केबिन से,, फिर फोन को उठाकर देखता है तो मिस कॉल बेबे की रहती है, तो फिर कॉल लगाता है "बेबे" को रिंग जाता है ..........सामने फोन उठाकर "हेलो ... संदीप : "पैरिपैना बेबे, कैसे फोन किया..?? बेबे : "जीवन्दा रह पुत्तर जी ,सब ...और पढ़े

4

प्यार की अर्जियां - भाग 4

शाम को.... "संदीप को ऑफिस से निकलते रात आठ बज जाता है घर आते डोर बेल बजती है और हाथ पोछते पहले दरवाजा में बने बाहर देखने की लैंस से देखती है तो संदीप रहता है फिर दरवाजा झट से खोलती है मुस्कुराते हुए ...!! संदीप : "कन्या को मुस्कुराते देखकर मुस्कुराता है और अंदर जाकर सोफे पर बैठते हुए दो फाइल रखता टेबल में फिर अपनी गले से टाई निकालते हुए...!! "कन्या डायनिंग टेबल में रखे गिलास में पानी लेकर आती है संदीप के लिए और गिलास को संदीप के तरफ बढ़ा देती है ..!! "संदीप मुस्कुराते हुए ...और पढ़े

5

प्यार की अर्जियां - भाग 5

संडे का दिन ..... आज सुबह से संदीप और कन्या बहुत बिजी रहती है समान व्यवस्थित करने में फिर में खाना के तैयारी में .... बारह बजे ... संदीप रेलवे स्टेशन जाता है बेबे और पापाजी को लेने ,उन लोगों के ट्रेन आते हुए लगभग दोपहर एक बज जाता है , ,,, संदीप बेबे के बताए एसी कोच नंबर पर जाता है और बेबे को देखकर मुस्कुरा कर ,"पैरिपैना बेबे झुककर पैर छुता है बेबे : "जिवन्दा रह पुत्तर जी ,संदीप के पीठ को थपथपाते हुए...!! संदीप : "पैरिपैना पापाजी बोलकर झुकते रहता है....!! पापाजी :"पुत्तर जी गले लग ...और पढ़े

6

प्यार की अर्जियां - भाग 6

तीसरे दिन..हॉस्पिटल में...आज पापाजी के सारे टेस्ट रिपोर्ट के लिए और पापाजी के चेकअप के लिए जाते है ,कुछ बाद...बेबे : "गुरू जी (गुरूचरण रंधावा) आप इथे बैठो जी हम आते हैं, चल कन्या पुत्तर बोलकर कन्या के हाथ पकड़कर ले जाती है.....!!कन्या : " मम्मी जी हम कहां जा रहे हैं (एक सांस में बोलती है)...??बेबे : "पुत्तर जी तेरे तबीयत बिगड़ी सी लगती है मैनू चल छेती डॉक्टरनी के पास ..तब तक गायनालॉजिस्ट सेक्शन आ जाती है ..!!कन्या : "मम्मी जी ,मैं ठीक हूं वो उस दिन ,और गायनालॉजिस्ट डॉ. पर नज़र जाती है ..!!बेबे : " ...और पढ़े

7

प्यार की अर्जियां - भाग 7

बेबे : "क्या किस्मत पाई है मेरे पुत्तर ने...तभी संदीप का फोन आता है ..बेबे फोन उठाती है "हेलो जी...संदीप : "बेबे कन्या कहा है वो फोन नहीं उठा रही है,कब से ट्राय कर रहा हूं...??बेबे : " है ना पुत्तर जी कन्या घर पर ही है...!!संदीप : तो फोन क्यो उठा नहीं रही है ,उसकी तबीयत तो ठीक है ना बेबे...??बेबे : "संदीप पुत्तर तू छेती घर आजा सानु जरूरी बात करनी है तुझसे ...??संदीप : "बात करनी है क्या बात है बेबे कुछ डॉक्टर ने पापाजी के बारे में कुछ कहा क्या ...??बेबे : "तेरे पापाजी के ...और पढ़े

8

प्यार की अर्जियां - भाग 8

मैं अपने सीट पर बैठे उसकी डाक्यूमेंट फाइल देख रहा था इतने में प्यून कॉफी लेकर आया और एक के मग मेरे सामने रखा और दूसरा मग को कृष्णकांत कमावात जी के सामने रखा और प्यून चला गया केबिन के बाहर ... मैंने उसे कॉफी पीने के लिए कहा और मैंने अपना मग लिया फिर टेबल में रखी फाइलों को बंद किया और कहा इसमें एक "एटीन बी, पेपर मिसिंग है आप उसे लेकर आइए फिर आगे प्रोसेस होगी ...!!कृष्णकांत कमावात जी कॉफी के सिप लेते हुए : "मैंने तो इसमें एटीन बी फार्म सबमिट किया था , ऐसा ...और पढ़े

9

प्यार की अर्जियां - भाग 9

मैंने फिर उस लड़के को पूछा ,"आप कौन और कन्या से कैसे बात कर रहे हो.....??उसने अब हिन्दी में गुस्से से मुझे देखकर कहा , "तुम कौन इसके बॉयफ्रेंड हो मुझसे क्वेश्चन कर रहे हो,,उसने कहा, मैं कन्या का होने वाला मंगेतर हुं हम दोनों की कल्याणमल करने की बात हो रही है तुम बीच में मत आओ ,समझे तुम..!!मुझे बिल्कुल भी पसंद नहीं आया मंगेतर वाली बात सुनकर ,, फिरतभी कन्या की फ्रेंड आते हुए बोली ,"मंगेतर हुए नहीं हो और अभी सिर्फ शादी की बात हो रही है तय नहीं हुई और कन्या तुम्हारे ज़िद करने पर ...और पढ़े

10

प्यार की अर्जियां - भाग 10

इधर कृष्णकांत के घर..सभी नाश्ता करने बैठे थे कृष्णकांत जी और मिहिका उसकी मॉम और कन्या तभीकृष्णकांत जी : मंगू तुमसे कुछ पूछना था ..??कन्या : "जी अप्पा पूछिए ..??कृष्णकांत जी : "मंगू तुम्हें संदीप कैसा लगता है मेरा मतलब है कैसा इंसान लगता है ..??कन्या : "थोड़ी मुस्कुराते हुए ,जी अप्पा वो बहुत अच्छे इंसान हैं ,,तभीमिहिका : "मामा जी संदीप जी सच में बहुत अच्छे इंसान हैं दिखने में बेहद हैंडसम और स्ट्रॉग फाइटिंग करने में भी..!!बुआ जी : "ये कैसे पता तुमको...??मिहिका : "वो हमारी मदद किए , पिछले महीने मैं और कन्या मॉल गये थे ...और पढ़े

11

प्यार की अर्जियां - भाग 11

दूसरे दिन..... बेबे के कहने पर सिमरजीत से मिलने गया उनकी सेट किए कॉफी शॉप पर ,,,!!कॉफी शॉप पर पहले पहुंच गया था और थोड़े खुले जगह में बैठकर सिमरजीत का इंतजार कर रहा था तभी मेरी नजर एक काली रंग के गाड़ी आती दिखाई दिया मैं देखता रहा ," उस गाड़ी से एक बहुत खूबसूरत मॉडल जैसी लड़की निकली रेड कलर की वन पीस पहने, पैरों पर बड़ी बड़ी हाई हील में स्टाईलिस सेंडल , आंखों में काला चश्मा कानों में बड़े बड़े ईयरिंग पहने बाल मीडियम खुले हुए जो बार बार उसके चेहरे पर उड़कर आ जा ...और पढ़े

12

प्यार की अर्जियां - भाग 12

घर आया तो मैंने बेबे और पापाजी को कहा : "बेबे सिमरजीत के हम लायक नहीं है वो बहुत सोच की लड़की है उसकी ख्यालात हम लोगों से बहुत जुदा है, ..!!बेबे : " इक घंटे की मुलाकात से कि मलूम होंदा पुत्तर जी, ब्याह से पहले सभी कुड़ियां नू पसंद ना पसंद दिमाग घुटने नाल चालया सी ते ये सिमरजीते हे , तू फिक्र ना कार मैनू मीता से गल कार के सब ठीक कर देनी है ...!!मैंने कहा : "बेबे आप बात नहीं करेंगी अब जो करना है मुझे करना है ,,मैं कल वापस बैंगलोर जा रहा ...और पढ़े

13

प्यार की अर्जियां - 13

मिहिका आई और बोली ,"संदीप जीजू मेरी कनू दी कुछ नहीं बोल पाएगी इसलिए उसकी आंखों की भाषा आपको समझनी होगी इसलिए प्रेक्टिस कर लो जैसे मैं इनकी चेहरे की भाव और इनकी हरकत सब समझती हुं ,," अभी वो झिझक रही है आपके इस तरह से सामने आए और बात करके आपने उसकी दिल की धड़कन बढ़ा दिया है इसलिए कुछ नहीं कह पा रही है , फिर कन्या वहां से चली जाती है ,,मिहिका आगे बोली , "संदीप जीजू प्रेक्टिस के लिए आप कनू दी के आसपास रहना होगा,, वो आसानी से पटने वाली नहीं ,आप रोज़ ...और पढ़े

14

प्यार की अर्जियां - 14

" एक दिन अप्पा बाहर गए थे , मुझे स्कूल से मां घर लेकर आई ,, घर आए तो की बहुत रोने की आवाज़ आई , मां ने मुझे अपने कमरे में भेज दिया युनिफोर्म को चेंज करके नीचे खाना खाने आ बोलकर मैं अपने रूम गई ....."इधर मां दीदी के रूम गई तो दीदी का पति उसे बेल्ट से मार रहा था वो अधमरी सी हो गई और बेहोश हो गई,,,, फिर मां दीदी को देखकर भला-बुरा बोली और पुलिस कम्प्लेंट करने के लिए फोन चलाने लगी ,,तो मां को देखकर गुस्सा करते हुए मां के गला दबा ...और पढ़े

15

प्यार की अर्जियां - 15

संदीप : "मैं ऐसे ही बैठे रहा कन्या के जाने के बाद फिर आधे घंटे बाद फोन कॉल आया उठाने मैं रूम गया और फोन के स्क्रीन पर कृष्णकांत सर जी के नंबर आ रहे थे मैंने पिक किया वहां से आवाज आई...!!कृष्णकांत जी : "संदीप बेटा मुझे माफ़ कर दो मैं जज़्बात मे बहक गया था और कन्या का सच छुपाना चाहता था लेकिन मेरी मंगू ने मेरी आंखें खोल दीं , संदीप ये सगाई अब नहीं हो सकती आप कोई और लड़की देख लो बेटा और मुझे माफ़ कर दो रूंधे स्वर में बोला और फोन रख ...और पढ़े

16

प्यार की अर्जियां - 16

"दो दिन बीत गया कोई जवाब नहीं और मेरी बुखार सोच सोचकर और खराब हो रही थी ,, तीसरे रात को मेरी बुखार एकदम हाई हो गया और मैं बुखार में ही कन्या को पुकार रहा था उन दिनों मेरे घर का सर्वेंट मेरे ही घर में रहा करता था तो उसने आवाज सुनकर मेरे रूम आया और मुझे आवाज दिया ,"सर ...सर आप ठीक तो है ,, मैं बुखार से तपा था अचेत हालात में कन्या के नाम ले रहा था मेरे सर्वेंट पास आकर मेरे माथे पर हाथ रखा तो पता चला मेरा बुखार हाई है,, फिर ...और पढ़े

17

प्यार की अर्जियां - 17

संदीप : "मुझे उस दिन पहली बार कन्या की डांट पड़ी उसकी गुस्सा उसी की तरह बहुत स्वीट थी मुझे तो और प्यार आ रहा था .. फिर उस दिन मैं भी फैसला करने के मुड में आ गया और... कन्या ," चलो अंदर अभी बुखार आपकी ठीक नहीं हुईं और मेरे हाथ खींचकर ले गई अंदर,,जाओ जल्दी नहाकर आओ मैं कुछ गर्म खाने के लिए बनाकर देती हुं .... मैंने फिर कन्या के हाथ पकड़कर ," कन्या मुझे मेरा जवाब चाहिए पहले ..?? कन्या ; "क्या जवाब ..?? मैंने कहा ; "मैंने कहा था ...और पढ़े

18

प्यार की अर्जियां - 18

मैं खुशी से कन्या को उसकी दोनों पैरों को जकड़कर ऊपर उठाया और बोला ," सच है ,I love कन्या जोर से बोला और गोल घुमाने लगा...!! कन्या : "संदीप आप क्या कर रहे हैं उधर देखो अप्पा और उसके एम्पलोई देख रहे हैं हमें नीचे उतारो ... फिर कन्या को नीचे उतारकर मैं साइड देखा तो अप्पा और उसके एम्पलोई हमें ही देख रख रहे थे ,,,मैं अपने सिर खुजलाने लगा और शरमा कर एस्क्यूसमी बोलकर कन्या के पीछे ऑर्डर करते गया ," कन्या मुझे भूख लग रही है प्लीज़ कॉफी दे दो एक ,और कन्या के पीछे ...और पढ़े

19

प्यार की अर्जियां - 19

संदीप : " मेरी शादी के दिन कुमावत हाऊस में सुहागरात था बेबे को पता चला तो गुस्से में और बोल पड़ी ,ये कि गल हे ,, सानू कर वीच रस्मे करावगा हूण इथे सुहागरात मनावगा ये गल पसंद न मैनू ,सानू कर वीच दूल्हा दुल्हन जावेंगा उथे ही रस्मे करी फिर सुहागरात मनौना ,, अब बेबे ज़िद पर अड़ी थी लेकिन हर रस्म शादी बेबे के अनुसार ही हुआ ,, फिर सावी दी ने बेबे को मनाया और मैंने भी बेबे से कहा आप टेंशन मत लो मैं समझ गया, तब जा के शांत हुई ....!! " कन्या ...और पढ़े

20

प्यार की अर्जियां - 20

कन्या का फायनल एक्ज़ाम शुरू हुआ और उसे अकाउंट्स पढ़ाना मेरी जिम्मेदारी हो गई थी , मैं उसे कॉलेज जाता और मिहिका के साथ वापस आती थी ,, कन्या के एक्ज़ाम तक मैं कुमावत हाऊस में रहा फिर बेबे बीच में आई कन्या को खाना बनाने के नाम से बहुत बोलती थी वो चाहती है कन्या पूरी पंजाबी के तरह खाना बनाना सीख ले ,,,,,,, फिर छः महीने बाद मेरी ट्रांसफर चंडीगढ़ हुआ यहां आया तो कन्या अनजान लोगों से दूर रहती और अकेले थोड़े डरती थी तो बेबे को कुछ दिन के लिए बुलाए वो रही फिर वही ...और पढ़े

21

प्यार की अर्जियां - 21

बेबे संदीप को कन्या के पास जाने के लिए रोकती है , कन्या को दूसरे की जुठन बोलकर ... - "बेबे ,आप एक औरत है और कन्या के दर्द को समझना चाहिए तो आप उसे जुठन बोल रही है , बेबे आपकी सोच इतनी छोटी है ,प्लीज़ मुझे मेरी कन्या के पास जाने दो ,,और हाथ झटकते हुए अपने बेडरूम जाता है तो कमरे की लाइट ऑन करता है , फिर देखता है कि कन्या जमीन में बैठी सिर बेड पर है और सो गई ,"कन्या के पास जाता है उसे ठीक से सुलाने के लिए तो ,,"कन्या छुते ...और पढ़े

22

प्यार की अर्जियां - 22

दूसरे दिन संदीप ऑफिस निकलता है आज कन्या की तबीयत ठीक रहती है तो...। संदीप को दिल्ली बुलाया जाता मीटिंग के लिए मुख्य ब्रांच से,, दूसरे दिन ही निकलना रहता है...!! बैग पैक करते संदीप कन्या को समझता है ,"कन्या अगर बेबे कुछ बर्दाश्त से बाहर बोले तो तुम भी जवाब देना प्लीज़ चुपचाप मत रहना और खाना ठीक से खाना मैं आऊंगा तो तुम्हारी चेहरा खिले हुए मुस्कुराते दिखना चाहिए ,और गले से लगा लेता है I love you बहुत प्यार करता हूं तुम्हें प्लीज़ एक दिन की बात है अच्छे से रहना मैं जाते जाते बेबे को ...और पढ़े

23

प्यार की अर्जियां - 23

पापाजी , अब मन में सोचते हुए,"कुड़ी मैनू गल ना करी चल दिता सानू अप्पा वीच ऐ की , वीच कार ना हे फिर कि गल हो सकदी हे , कन्या पुत्तर मैनू ना मिलया सी ,कि गल होई ...!! बेबे ," किचन से ही पापाजी को डांटते हुए चिल्लाती है ," अखा दुनिया नू गल कर दिता तो तैनू विश्वास होणा हे, होर मैनू गल कर दस दी सानू शक हो रिया सी ,ओह वाहेगुरु जी मैनू समझ नी आंदा मे कि करया सी ,इब तैनू ही इस गुरु जी समझा वेए ...!! एयरपोर्ट में ..... "कन्या बहुत ...और पढ़े

24

प्यार की अर्जियां - 24

संदीप - "बेबे एक मिनट फिर फोन रख देना कन्या अगर किचन में होगी तो बोल दो मैं फोन रहा हुं उसे वो फोन पर बात करें ठीक है अब फोन रखता हुं ...!! बेबे ,"संदीप नू वेल्ले हो गया सी अपणी वोटी के पीछे लगदा सी मैनू की ,,, फिर थोड़ा सोचकर वो फिर फोन लगाती है ,रिंग जाता है और सामने फोन उठाकर "हेलो जी ...?? बेबे - "हेलो मीता कौर सब बधिया जी..?? मीता ," अहो जी सब बधिया बाबाजी की कृपा नू ,दस की गल हे सड्डी रात को फोन कर दी तैनू...?? बेबे ,"मीता ...और पढ़े

25

प्यार की अर्जियां - 25

"सुबह सुबह.... कन्या अपने कमरे में तैयार होते रहती है तभी फोन पर कॉल आता है कन्या देखती है को तो संदीप का फोन रहता है वो स्क्रीन देखकर नहीं उठाती ....!! चंडीगढ़ में... आज बेबे बहुत गुनगुना कर घर में काम करती है और पापाजी को कुछ शक होता है लेकिन वो चुप रहता है .....!! जैसे तैसे दिन भर बेबे सोचती है संदीप आएगा तो क्या बहाना दूंगी बहुत सोचती है ,अब दिन गुजरता है ...और शाम आती बेबे रात का खाना बनाती है और डायनिंग टेबल पर बैठे रहते हैं तभी डोर बेल बजती है,, बेबे ...और पढ़े

26

प्यार की अर्जियां - 26

चंडीगढ़ में... संदीप ," ऐसा सोचकर मैं क्या कन्या को ग़लत ठहरा दूं नहीं मुझे जब तक सच्चाई पता होती तब तक तो नहीं,, और आपने कहा कि अप्पा ने कन्या को कॉल किया बैंगलोर आने के लिए ये बात तो और भी मेरे मन में शक कर रहा है ,अप्पा को पता है कन्या कभी अकेले सफर नहीं की है हमेशा साथ में मिहिका रही है , और जब से मेरे साथ कन्या है तब से लेकर आज तक, बिना मुझसे पूछे एक छोटी सी सुई नहीं खरीदती तो इतना बड़ा फैसला जाने का कैसे लिया ,एक बार ...और पढ़े

27

प्यार की अर्जियां - 27

बैंगलोर..... सुबह नाश्ते के मेज़ पर कृष्णकांत जी अपने परिवार के साथ नाश्ता करते बैठे हैं ,इस बीच कृष्णकांत सभी के उतरे चेहरे देखकर कहता है ,"कनू कल रात को संदीप का फोन आया था मेरी और संदीप से बात हुई.... अब कन्या ,मिहिका ,बुआ खुशी के भाव में आ जाते तभी बुआ रेवती ,"क्या कहा संदीप ने भैया ...?? कृष्णकांत ,"संदीप ने कहा कि मैंने कन्या को बुलाया बैंगलोर , उसकी बेबे ने झूठ बोला उसे कि मैंने कनू को अपने पास बुलाया फिर मैंने सारी बातें बता दिया ,अब देखते हैं कैसे करता है वो ...!! कन्या ...और पढ़े

28

प्यार की अर्जियां - 28

संदीप ,"बेबे रावी की क्या गलती है ,क्या मनोरंजन भी ना करें वो लड़की है तो ...?? बेबे ,"संदीप रावी नु , वो कुड़ी सी मूवी सूवी देखणा जरूरी हे मां बाप पढ़ने भेजया सी हॉस्टल नु ,वो कुड़ी गुलर्छे उड़ानी आएसी...?? पापा जी भी अब रूम में आ जाते हैं और बेबे की बात सुनकर बोल पड़ता है,"वो कुड़ी नु तै सारी खुशियां नु बलि दे, कि मनदीप जी उसे तो हक ना हे खुश रहणे की ,..?? बेबे ,"अहो जी मैनू घर वीच पैदा होई ना कुड़ी मैनू ना परवरिश करी गुरू जी कि ,,सावी इक जुबान ...और पढ़े

29

प्यार की अर्जियां - 29

बेबे आगे आगे बेचैनी से तेज कदमों से नीचे जाती है उसके पीछे पीछे संदीप चलता है ..... बेबे कदमों से बड़बड़ाते हुए चलती है ,"वेली हो गई सी कुड़ी ,समझ ना आणा इसे ,,"अब चलते-चलते रास्ते में देखती है तो रावी कहीं नहीं दिखाई देती है फिर अपार्टमेंट के मेन गेट बाहर जाकर देखती है ... संदीप अपने अपार्टमेंट के गार्डन में जाकर देखता है रावी यहां भी नहीं रहती फिर आसपास और देखता है...!! बेबे मेन गेट के बाहर रोड पर नजर मारती है तो कुछ दूर पर दो लड़की चेयर पर बैठे दिखाई देती है ,अब ...और पढ़े

30

प्यार की अर्जियां - 30

बेबे और उसकी फ्रेड की फोन पर बात सुनकर रावी भड़क जाती है बेबे के ऊपर ...उसी समय पापाजी रावी की बात सुनकर लिविंग रूम में आता है ..अब आगे रावी ,"नानू जी नानी संदीप मामा की कहीं और शादी करना चाहती है क्या आप जानते हैं..?? पापाजी ,"ना जी पुत्तर मैनू ना मलूम है ,शायद अभी भी त्वड्डे नानी वीच सिमरजीत दिमाग वीच ना उतरी हे, कि मनदीप जी अस्सी साच्च बोल रिया सी ..?? बेबे थोड़े हड़बड़ा जाती है और सोचती है, क्या जवाब दें गुरु जी मन की बात जान लेना हे, फेर क्या बोलूं ... ...और पढ़े

31

प्यार की अर्जियां - 31

"संदीप और जतिन के जाने के बाद पापाजी और बेबे जतिन के पैरेंट्स के बारे में सोचते विचारते बात हैं ... पापाजी कहता है ,"किन्नी लाड प्यार से पाल-पोस कर बड्डा की होर धूम-धड़का वीच सब नू बच्चों की ब्याह करी त्वड्डे प्रा और परजाई जी नू , होर आज वोनू बच्चे ही कार से निकाल दिता अनाथ आश्रम पेज दिता ..अफसोस जताते हुए कहता है..!! बेबे भी अब रूंवसी होकर कहती हैं ,"कि हाल होगी मेरे प्रा जी परजाई जी नू ,कार , परिवार , होकर भी अनाथ आश्रम पेज दिता , बेबे के मन में आघात लगती ...और पढ़े

32

प्यार की अर्जियां - 32

बैंगलोर में.... दोपहर को.... बुआ जी कन्या ,और मिहिका दोपहर के भोजन के लिए तैयारी करते रहते हैं मेज़ समान रखने का ..उसी समय डोर बेल बजती है ,, बुआ जी दीवाल पर टंगी घड़ी को देखकर कहती हैं इस वक्त कौन आया है , भैया तो चेन्नई गए हैं वो तो कल आने वाले थे ..?? मिहिका कहती हैं ,"हो सकता है काम हो गया हो मैं जाकर देखती हुं दरवाजे पर और दरवाजे के तरफ जाती है , कन्या वापस किचन जाती है ..... मिहिका दरवाजा खोलती है और सामने देखकर चौंकते हुए कहती हैं ,"संदीप जीजू ...और पढ़े

33

प्यार की अर्जियां - 33

प्यार कि अर्जियां भाग 33 संदीप के आंखों में आंसू और उसकी बात अब कन्या के आत्मा को लहुलुहान देती है , कन्या उन पेपर्स को देखते रहती है तो संदीप के आंसू संदीप के नाम के पहले अक्षर पर गिरा रहता है ,, अब कन्या से राहा नहीं जाता है,बुआ भी सुनाती है मिहिका वहां से जाते जाते बोलती है ,"कनू दी आप जीजू के साथ गलत कर रहे हैं ,,,, कन्या फिर संदीप के पीछे भागती है ,, दौड़कर रूम आती है तो संदीप खिड़की के पास खड़े रहता है , कन्या दौड़ कर संदीप को पीठ ...और पढ़े

34

प्यार की अर्जियां - 34 (अंतिम भाग)

संदीप और कन्या अपने गृहस्थी जीवन बड़े खुश रहते हैं , बेबे को संदीप के बात कहें याद आती कि वो बच्चे गोद ले लेगा ,, फिर सोचती है संदीप शादी करके भी वो कुंवारा ही रह जाएगा ,क्या संदीप और कन्या पति-पत्नी धर्म से वंचित रहेगा .... डॉक्टर से अपोइंटमेट का दिन आता है .."आज सुबह से सभी काम जल्दी होता है फिर संदीप ऑफिस के जाने के बाद कन्या पापाजी और बेबे को लेकर हॉस्पिटल जाती है .... हॉस्पिटल में... डॉक्टर के केबिन से निकलते हैं तीनों बेबे पापाजी के मेडिसिन वाली पर्ची रखी रहती है तो ...और पढ़े

अन्य रसप्रद विकल्प