Pyar ki Arziya - 4 books and stories free download online pdf in Hindi

प्यार की अर्जियां - भाग 4

शाम को....

"संदीप को ऑफिस से निकलते रात आठ बज जाता है घर आते डोर बेल बजती है और कन्या हाथ पोछते पहले दरवाजा में बने बाहर देखने की लैंस से देखती है तो संदीप रहता है फिर दरवाजा झट से खोलती है मुस्कुराते हुए ...!!

संदीप : "कन्या को मुस्कुराते देखकर मुस्कुराता है और अंदर जाकर सोफे पर बैठते हुए दो फाइल रखता टेबल में फिर अपनी गले से टाई निकालते हुए...!!

"कन्या डायनिंग टेबल में रखे गिलास में पानी लेकर आती है संदीप के लिए और गिलास को संदीप के तरफ बढ़ा देती है ..!!

"संदीप मुस्कुराते हुए "थैंक्स, एक हाथ में गिलास लेता है, और दूसरी से कन्या के हाथ पकड़ कर अपने साइड में बैठने के लिए खिंचता है,पानी को एक सांस में पीता है और गिलास को टी टेबल में रख देता है,"अच्छा अब बताओ आज कहीं बाहर घूमने गयी थी कि बैंक से मुझे खाना खिलाकर घर आ गई थी...??

कन्या : " जब आपको पता है, तो पूछते क्यो हो ,मैं घर में रहना ज्यादा पसंद करती हुं ..!!
संदीप : "सॉरी बाबा , गलती हो गई , फिर अपने हाथ को कन्या के कंधे पर रखते हुए ,अब बताओ घर में राशन में क्या नहीं है वैसे हम शॉपिंग करेंगे...??

कन्या : "मैंने लिस्ट बना दिया है,तो अब कल चले आपकी हाफ डे छुट्टी रहेगी तो..??

संदीप : "ठीक है,अभी खाने में क्या बना ‌है...??

कन्या : "आपकी पसंद की राजमा चावल और बादाम का हलवा विथ कुल्छा के साथ देशी घी में बना साथ में पनीर सब्जी है ...!!

संदीप : 'मतलब सच में आज से पंजाबी डिशेज चलेगी ,ओह कन्या मेरी जान माई लव इतना कुछ करने की जरूरत नहीं है जब बेबे आएगी तो ये फार्मलिटी करना अपने गले से लगाते हुए ..!!

कन्या : "फार्मलिटी कि बात नहीं है सच में अब साऊथ इंडियन फुड नहीं बनेगी सिर्फ पंजाबी डिशेज बनाऊंगी,, "आप स्वेट कर रहे हो जाइए शावर लेकर आओ खाना बन गया है फिर हम मूवी देखेंगे डिनर के बाद आपकी पसंद की...!!

संदीप : " वाव ,आज तो कन्या मेहरबान है मुझे पर आज और कुछ ख्वाहिश रखता तो वो मिल जाता शायद 😊 , ओके मैं चलता हूं शावर लेकर आता हूं तुम खाना लगाओ मेज़ पर बोलते हुए रूम के तरफ जाता है...!!

कन्या किचन के तरफ बढ़ जाती है और खाना रखें बर्तन को डायनिंग मेज पर रखती है ,,तब तक संदीप भी आ जाता हैं कॉमन कपड़े पहने हुए और डायनिंग टेबल के पास रखें चेयर को खिंचकर बैठ जाता है ...!!
कन्या ,"प्लेट में खाना डलते हुए , जल्दी से टेस्ट करके बताओ कैसे बनी है खाना..??

संदीप : "मुस्कुराते हुए खाना शुरू करता है और मुंह में निवाला ले जाकर वाह .. वाह मज़ा आ गया ,सच में बहुत टेस्टी बनी हुई है कन्या तुम भी खाकर देखो और अपने प्लेट से कन्या को खिलाता है..!!

कन्या : "कुछ कम है कुल्छे में और पनीर में थोड़ी नमक और आएगी ......!!

इस तरह से दोनों खाना खाते हैं फिर कन्या के किचन समेटते तक संदीप ऑफिस से लाए फाइलों पर हॉल में बैठकर अपने लैपटॉप पर काम करता है,, थोड़ी देर बाद कन्या अपने नाइट गाऊन पहनकर टीवी पर मूवी सेट करती है,जब तक संदीप अपने फाइल को बेडरूम में ड्रेसिंग टेबल में बने छोटे-छोटे शेल्फ में रखकर हॉल में सोफे पर बैठ जाता है जहां कन्या बैठी रहती है ,मूवी स्टार्ट होती है ,कन्या संदीप के कंधों पर सिर रख देती है ,मूवी देखते कब नींद के आगोश में चली जाती है,,

संदीप समझ जाता है कन्या नींद के आगोश में चली गई है फिर मुस्कुरा कर कन्या को केयरफुल अपने गोद में उठाकर बेडरूम ले जाता है और बेड पर सुला देता है और चादर को अच्छे से ओढ़ता है,और एसी ऑन करता है, फिर खुद हॉल आता है टीवी बंद करके लाइट ऑफ करता है,, फिर बेडरूम जाकर सोने की कोशिश करता है तो अचानक अपनी बेबे की बात याद आती है , संदीप कन्या को निहारते ही रहता है और बेड से उठकर तकिया को दीवार से लगा कर टिकर बैठता है कुछ सोचते हुए , उसके चेहरे पर भाव गंभीर लगता है किसी अनजानी डर से (हर बार बेबे की नयी बात रहती है कन्या को ग़लत साबित करने की इस बार क्या करेगी बेबे आ रही है तो कुछ ना कुछ बात तो जरूर होगी ,बस कन्या के अतीत का पता ना चले उसे पता चलेगी तो पता नहीं कन्या के साथ ..... फिर नाईट लैम्ब के टेबल के ड्रॉ से सिगरेट की पैकेट निकालता है उसमें से एक सिगरेट निकालकर ड्रॉ में पैकेट रखकर लाइटर पकड़ता है ड्रॉ बंद करता है और ओढ़े हुए चादर को अपने से अलग करके बालकनी के तरफ कदम बढ़ा देता है बालकनी की दरवाजा खोलकर बाहर जाता है और बालकनी में लगे बेरियर में सटकर सिगरेट सुलगाता है और फिर कश लेते फिर सोच में पड़ जाता है, कन्या और बेबे की बात सोचकर) सिगरेट पीते पीते कन्या को वापस देखने आता है तो कन्या सपने में संदीप को बेड पर ही हाथ से ढूंढती है डर से बेचैन झटपटती हुई पसीना से तर-बतर हुई तभी संदीप तुरंत सिगरेट बुझाकर वापस दरवाजा बंद करके बेड पर आता है और कन्या के हाथ को पकड़कर अपने तरफ खींचता है, कन्या संदीप के सीने से लगकर शांत सिमटकर गहरी नींद में चली जाती है, संदीप ऐसे कन्या को देखते हुए कन्या को बांहों में समेट कर आंखें बंद करके सो जाता है....!!

दूसरे दिन सुबह....

" संदीप हमेशा की तरह कन्या को बिस्तर पर ही सोते छोड़कर जॉगिंग के लिए तैयार हो कर नीचे जाने के लिए दरवाजा खोलता है और जाता है, जाते जाते रोज़ की तरह डीजीपी गिल अंकल मिलता है बातें करते हुए नीचे लिफ्ट से जाते हैं....!!

दस मिनट बाद..

कन्या हमेशा की तरह संदीप के उठने के बाद उठती हैं.....!!

थोड़ी देर बाद श्याम चाचा आता है घर के काम करने के लिए ...."कन्या गुडमॉर्निंग विश करती है...!!

श्याम चाचा : "गुडमॉर्निंग बिटिया और दरवाजा बंद करके सीधे किचन में जाता है..!!
" कन्या अपने बेडरूम जाती दरवाजा बंद करके नहाने के लिए वाशरूम जाती है कुछ देर में फ्रेश होकर तैयार होती है और एक हाफ स्लिप ब्लाऊज के साथ शिफॉन साडी पहनती हैं जो उसे ऐसे ड्रेशप होना बहुत पसंद हैं बाल को खुला छोड़ देती है माथे पर छोटी सी बिंदी लगाती है और मांग में सिंदूर डालती है और किचन के तरफ बढ़ जाती है ...!!

दो घंटे बाद....

संदीप जॉगिंग से आता है ,श्याम चाचा दरवाजा खोलने जाता है ..!!

संदीप : "गुडमॉर्निंग श्याम चाचा विश करते डायनिंग टेबल से मग और गिलास उठाकर गिलास में पानी भर कर पीते किचन जाता है ,"गुड मॉर्निंग "माई लव,..!!

कन्या : "मुस्कुराते हुए , गुडमॉर्निंग संदीप ..!!

संदीप : फिर से कन्या को अपने बांहों के घेरे में लेते हुए ,"आज साड़ी पहनी हो बहुत कहर ढा रही हो दिल पर मेरे, आज ऑफिस नहीं जाता छोड़ो अपने गाल को कन्या के गाल पर रगड़ते हुए..!!

कन्या : " संदीप आपकी दाढ़ी चुभती है ,...!!

संदीप : " प्यार में थोड़ा दर्द तो सहना होगा "माई लव" आज क्या खाने में खास है ...??

कन्या - "आलू के परांठे विथ दही और कल रात की बची हलुवा ..!!

संदीप - "लगता है तुम मुझे मोटा करने में तुली हो ,(कन्या से अलग होते हुए) कुछ हेल्प चाहिए ..??

कन्या - "नहीं आप जाओ फ्रेश हो जाओ और डायनिंग टेबल पर आओ ...!!

संदीप - "ओके 😊, तुम्हारी बातें सर आंखों पर हुजूर और किचन से बाहर जाता है..!!

कुछ देर बाद..

संदीप कन्या नाश्ता करते हुए संदीप हिदायत देता है बेबे और पापाजी के लिए के लिए एक रूम को साफ सुथरा करवाने के लिए 😊...!!
कन्या : "ओके आज सब रेडी करती हुं चाचा से बेबे के लिए रूम को साफ सुथरा करवाती है और नये नये कॉटन सारे घरों में और रूमों लगवाती है.....!!

दोपहर में....

" संदीप मुस्कुराते हुए गुड आफ्टरनून चाचा सारी तैयारियां हो गई बोलते हुए अंदर आता है ...??

"संदीप और कन्या दोनों लंच करते हैं..

शाम को ...
संदीप और कन्या डी मार्ट शॉपिंग के लिए निकलते हैं घर से ....संदीप गाड़ी ड्राइव करते रहता है और कन्या लिस्ट पर ध्यान देती है... गाड़ी में धीमे-धीमे मधम म्यूजिक बजते रहता है जो मन को रोमांटिक करता रहता है ..
तभी संदीप बोल पड़ता है ,"कन्या आज हम बाहर ही डिनर करके चलेंगे फिर बेबे और पापाजी के मुड के हिसाब से रहना होगा (कन्या को देखता है फिर सामने सड़क को)..!!

कन्या तो लिस्ट में और कुछ लिखते रहती है तो ,"हु..हु करती है..!!

संदीप ,"कन्या का ध्यान लिस्ट में देखकर लिस्ट को छिनता है ,"मैंने क्या कहा कुछ खबर है यार को मुस्कुराते हुए 😊 ..??

कन्या , बिना एक्सप्रेसन के बोलती है"संदीप ऐसे खिंचने से फट जायेगी लिस्ट वापस दो मुझे और सुन रही हुं आपका बाहर डिनर करने का इरादा है जो ..!!

अब उनकी गाड़ी डी मार्ट शॉपिंग मॉल के पार्किंग फ्लोर पर रूकती है , दोनों अपने-अपने साइड से निकलती है और गाड़ी की दरवाजा लॉक करके अंदर जाते हैं............
"वहां संदीप ट्राली बकेट को पकड़ता है और कन्या लिस्ट देखकर समान निकालकर बकेट में रखती है ..इस तरह दो घंटे लग जाते हैं समान के एक्सपायरी डेट देखकर समान लेने में फिर कन्या को प्यास लगती है तो एक छोटा पैक लिची जूस लेती है और पैसा पेड कर दोनों बाहर आते हैं ट्राली में समान लेकर फिर उस समान को गाड़ी में पीछे रखता है संदीप..!!

कन्या लिची जूस पीती है थोड़ा पीने के बाद उसका टेस्ट ठीक नहीं लगता जब तक समझते हुए आधा बोतल पी चुकी रहती है फिर उस बोतल में लगे एक्सपायरी डेट को देखती है तो एक्सपायरी डेट खत्म हो चुकी रहती है फिर तुरंत डस्टबीन में डाल देती है...!!

संदीप ,"क्या हुआ ..??

कन्या : "वो लिची जूस ठीक नहीं था एक्सपायरी हो चुका था ..!!

संदीप : "नाराज़ भाव से ,"खाने पीने का सामान को हमेशा एक्सपायरी डेट देखकर खाना पीना चाहिए ना तुम्हें,चलो डिनर का समय हो रहा है और वो गाड़ी बढ़िया रेस्टोरेंट्स के तरफ ले जाता है.....

क्रमशः.....

"प्रिय पाठकों कहानी पसंद आई तो प्लीज़ समीक्षा और रेटिंग जरूर दीजियेगा 🙏

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