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प्यार की अर्जियां - उपन्यास
Mini
द्वारा
हिंदी महिला विशेष
चंडीगढ़...
सुबह के सात बजे..
दिन शुक्रवार....
"एक खूबसूरत ऊंचा पूरा, स्लिम शरीर वाले नौजवान ब्लैक जॉगिंग शर्ट पहने, नीचे ब्लैक हाफ पैंट , पैरों पर ब्लैक रनिंग जूते पहने दौड़ते हुए संरक्षित आपर्टमेंट के दरवाजे के अंदर आ रहा है ,वो नौजवान सभी पहचानने वालों को मुस्कुराते हुए शिष्टाचार पूर्वक नमस्ते बोलते हुए कैंपस के अंदर आया, यहां क्या महिला,क्या पुरुष ,क्या बच्चे सभी उसकी मीठा स्वर और मुस्कान से अवगत हैं .......
"ये क्या..अब वो नौजवान तो बच्चों के खेल के मैदान तरफ कदम बढ़ा दिया बॉलीबॉल कोर्ट के तरफ और वहां जितने भी बच्चे हैं सब उत्साहित होकर खुशी को इजहार करते तालियों से स्वागत कर रहा है , किसी बच्चे ने बॉल दे दिया है अब , फिर खेलना शुरू कर दिया.....
चंडीगढ़... सुबह के सात बजे.. दिन शुक्रवार.... "एक खूबसूरत ऊंचा पूरा, स्लिम शरीर वाले नौजवान ब्लैक जॉगिंग शर्ट पहने, नीचे ब्लैक हाफ पैंट , पैरों पर ब्लैक रनिंग जूते पहने दौड़ते हुए संरक्षित आपर्टमेंट के दरवाजे के अंदर आ ...और पढ़ेहै ,वो नौजवान सभी पहचानने वालों को मुस्कुराते हुए शिष्टाचार पूर्वक नमस्ते बोलते हुए कैंपस के अंदर आया, यहां क्या महिला,क्या पुरुष ,क्या बच्चे सभी उसकी मीठा स्वर और मुस्कान से अवगत हैं ....... "ये क्या..अब वो नौजवान तो बच्चों के खेल के मैदान तरफ कदम बढ़ा दिया बॉलीबॉल कोर्ट के तरफ और वहां जितने भी बच्चे हैं सब उत्साहित
संदीप और कन्या अपने बेडरूम में बातें करते हुए......... संदीप : "मैंने देखा है दीदी को मजबूरी वाले रिश्ते निभाते हुए उस इंसान से जो दीदी की अहमियत नहीं समझता बस अपने ही मनमानी करता है,मारता है ज़रा सी ...और पढ़ेपर अपने मां बाप के बातों को सच मानकर ,मैं दी के शरीर का घाव नहीं देखा लगे, लेकिन उसकी चेहरे का दर्द साफ - साफ देख सकता हुं ,बेबे अपनी दकियानूसी बात से उसे समझाती है ,क्या मैं नहीं जानता ,और जिस लड़की के साथ मेरी शादी की ख्वाब देखी थी उस लड़की से मिला हुं, मुझे नहीं लगता
"चंडीगढ़ का सबसे बड़ा SBI बैंक में स्वागत है...... ब्रांच मैनेजर संदीप रंधावा....... संदीप अपने केबिन में रोज़ की तरह फाइनेंस करवाने वालों में भिड़ा हुआ है.."मिस सोनिया ये फाइल एप्रुवल हो गया बाकी मिस्टर भाटिया को दे दो ...और पढ़ेआगे का प्रोसेस के लिए (फाइल देते हुए) अब कुछ देर बाद लोग चले जाते हैं केबिन से,, फिर फोन को उठाकर देखता है तो मिस कॉल बेबे की रहती है, तो फिर कॉल लगाता है "बेबे" को रिंग जाता है ..........सामने फोन उठाकर "हेलो ... संदीप : "पैरिपैना बेबे, कैसे फोन किया..?? बेबे : "जीवन्दा रह पुत्तर जी ,सब
शाम को.... "संदीप को ऑफिस से निकलते रात आठ बज जाता है घर आते डोर बेल बजती है और कन्या हाथ पोछते पहले दरवाजा में बने बाहर देखने की लैंस से देखती है तो संदीप रहता है फिर दरवाजा ...और पढ़ेसे खोलती है मुस्कुराते हुए ...!! संदीप : "कन्या को मुस्कुराते देखकर मुस्कुराता है और अंदर जाकर सोफे पर बैठते हुए दो फाइल रखता टेबल में फिर अपनी गले से टाई निकालते हुए...!! "कन्या डायनिंग टेबल में रखे गिलास में पानी लेकर आती है संदीप के लिए और गिलास को संदीप के तरफ बढ़ा देती है ..!! "संदीप मुस्कुराते हुए
संडे का दिन ..... आज सुबह से संदीप और कन्या बहुत बिजी रहती है समान व्यवस्थित करने में फिर किचन में खाना के तैयारी में .... बारह बजे ... संदीप रेलवे स्टेशन जाता है बेबे और पापाजी को लेने ...और पढ़ेलोगों के ट्रेन आते हुए लगभग दोपहर एक बज जाता है , ,,, संदीप बेबे के बताए एसी कोच नंबर पर जाता है और बेबे को देखकर मुस्कुरा कर ,"पैरिपैना बेबे झुककर पैर छुता है बेबे : "जिवन्दा रह पुत्तर जी ,संदीप के पीठ को थपथपाते हुए...!! संदीप : "पैरिपैना पापाजी बोलकर झुकते रहता है....!! पापाजी :"पुत्तर जी गले लग