Naaz Zehra लिखित उपन्यास मेरा भाई

मेरा भाई द्वारा  Naaz Zehra in Hindi Novels
मेरी यह कहानी में एक बहन आपने भाई के खातिर अपनी पुरी जिंदगी कुर्बान कर देती है तो शुरू करते हैंएक छोटा सा गांव जिसका नाम...
मेरा भाई द्वारा  Naaz Zehra in Hindi Novels
अगर तुम ऐसे ही जिद करोगी तो भगवान जी तुम्हारे भाई को वापस ले लेंगे इसलिए मेरी बात समझो करना रमन की बात सुनकर चुप हो गई औ...
मेरा भाई द्वारा  Naaz Zehra in Hindi Novels
अब आगे थोड़ी देर बाद कनक गुड्डू से अलग हुई और बोली तुम ठीक हो तुम्हें कुछ हुआ तो नहीं है•••! और तुम यह क्या कर रहे थे तु...
मेरा भाई द्वारा  Naaz Zehra in Hindi Novels
अब आगे थोड़ी देर बादजैसे ही रमन जी और कनक घर में आए तो वहां पर बहुत सारे लोग पहले से ही खांडे हुए थे और शांति को पलंग पर...
मेरा भाई द्वारा  Naaz Zehra in Hindi Novels
अब आगे सुबह का टाइम कनक विजय के पास आई और बोली बाबा देखो ना... जय को क्या हो गया वह होश में नहीं आ रहा है उनको बुखार भी...