Raat ka Safar book and story is written by Sonali Rawat in Hindi . This story is getting good reader response on Matrubharti app and web since it is published free to read for all readers online. Raat ka Safar is also popular in थ्रिलर in Hindi and it is receiving from online readers very fast. Signup now to get access to this story.
रात का सफर - उपन्यास
Sonali Rawat
द्वारा
हिंदी थ्रिलर
कुछ दोस्तों ने यह सोचा की हमे एक साथ अनिल के गांव में जाना चाहिए क्योकि अनिल से मिले हमे बहुत साल हो गए है, वह अपनी खेती की वजह से गांव में चला गया था उसके बाद उससे मिलना नहीं हुआ था, इसलिए सभी ने यही योजना बनाई थी, इसलिए अगले दिन वह सभी साथ में चलने के लिए तैयार थे, लेकिन एक दोस्त ने कहा की यह सफर कम से कम 150 किलोमीटर का है, हम ऐसा करते है की रात में सफर करते है, दिन में बहुत ज्यादा ट्रैफिक होगा, हमे परेशानी भी हो सकती है, सभी को उसकी बात ठीक लग रही थी, मगर एक को यह पसंद नहीं आ रहा था, क्योकि वह रात को कही नहीं जाता था, उसे लगता था की रात का सफर अच्छा नहीं होता है, क्योकि शायद वह अँधेरे से डरता था, सभी को सब कुछ ठीक लग रहा था, मगर उसकी बात पर कोई भी ध्यान नहीं दे रहा था, क्योकि उन्हें लगता था की वह डर जाता है इसलिए मना कर रहा है, सभी ने कहा की अगर तुम्हे जाना है तो रात में ही जाना होगा नहीं तो जाने की कोई भी जरूरत नहीं है, सभी की बात वह मान गया था, अगली रात को उन्हें अपनी कार से उस गांव में जाना था,
कुछ दोस्तों ने यह सोचा की हमे एक साथ अनिल के गांव में जाना चाहिए क्योकि अनिल से मिले हमे बहुत साल हो गए है, वह अपनी खेती की वजह से गांव में चला गया था उसके बाद उससे ...और पढ़ेनहीं हुआ था, इसलिए सभी ने यही योजना बनाई थी, इसलिए अगले दिन वह सभी साथ में चलने के लिए तैयार थे, लेकिन एक दोस्त ने कहा की यह सफर कम से कम 150 किलोमीटर का है, हम ऐसा करते है की रात में सफर करते है, दिन में बहुत ज्यादा ट्रैफिक होगा, हमे परेशानी भी हो सकती है, सभी
रात का सफर-2सभी निचे उतरे और पेड़ को रस्ते से हटाया गया जिससे आगे जाने के लिए रास्ता मिल सके, सभी कार में बेथ गए और उस रस्ते से जाने लगे, अभी कार को चले ही आधा घंटा हुआ ...और पढ़ेकी सामने से एक आदमी दौड़ता हुआ आ रहा था सभी की नज़र उस आदमी पर गयी तो वही पर कार को रोक दिया था, उसके बाद वह आदमी उनके पास आया और कहने लगा की आगे जाना ठीक नहीं है आप यही से वापिस चले जाए, क्योकि आगे रास्ता ठीक नहीं है, उस आदमी को देखकर सभी ने पूछा