Shayarana_fiza... book and story is written by Utpal Tomar in Hindi . This story is getting good reader response on Matrubharti app and web since it is published free to read for all readers online. Shayarana_fiza... is also popular in कविता in Hindi and it is receiving from online readers very fast. Signup now to get access to this story.
शायराना फिज़ा... - उपन्यास
Utpal Tomar
द्वारा
हिंदी कविता
रहने दे मोहब्बत में डूबने को, ऐ परिंदे आसमाँ के...ये दरिया है नादान, बेमौत मारा जाएगा || ~ याद आता है ~ मैं, तू और वो हंसी वक्त, याद आता है...मेरा मुस्कुराना, तेरा शर्मा जाना, याद आता है... मेरा देखना, तेरा वो छुप जाना, याद आता है... मेरा छूना, तेरा मुरझाना, याद आता है... मेरा चुप रहना, पर तेरा समझ जाना, याद आता है...हमारा मिलना, वो हमारा अफसाना, याद आता है...खतों में तेरी तस्वीर बन जाना, तुझे मेरी तकदीर बन जाना,ख्वाबों में तेरा रोजाना आना जाना, तेरा हर लफ्ज़, हर अफ़साना याद आता है, याद आता है.
रहने दे मोहब्बत में डूबने को, ऐ परिंदे आसमाँ के...ये दरिया है नादान, बेमौत मारा जाएगा याद आता है मैं, तू और वो हंसी वक्त, याद आता है...मेरा मुस्कुराना, तेरा शर्मा जाना, ...और पढ़ेआता है... मेरा देखना, तेरा वो छुप जाना, याद आता है... मेरा छूना, तेरा मुरझाना, याद आता है... मेरा चुप रहना, पर तेरा समझ जाना, याद आता है...हमारा मिलना, वो हमारा अफसाना, याद आता है...खतों में तेरी तस्वीर बन जाना, तुझे मेरी तकदीर बन जाना,ख्वाबों में तेरा रोजाना आना जाना, तेरा हर लफ्ज़, हर अफ़साना याद आता है, याद आता है.
~किस्से तेरे-मेरे ~कुछ किस्से बुनूं, तेरे और मेरे ,कुछ ख्वाब देखू जिनमें, मैं हूं और तू हो लिखूं कुछ कहानी तेरी और मेरी कोई सफर तय करूं, मुझसे जो तुझ तक हो, एक ऐलान करूं, जिसमें नाम हो तेरा ...और पढ़ेनाम तेरा, लोग ज़िक्र मेरा करें जिक्र हो हमारे किसी पुराने किस्से का, किस्सा कोई, जिसमें तू रूठी हो रूठी, तेरी आंखों में कुछ शिकवे हो शिकवों में मेरा नाम आए... मेरा नाम आए, तू चुप हो जाए, इस चुप्पी में एक शोर मचे शोर में भी, नाम मेरा आए, अब यह नाम एक ख्वाब सा हो, ख्वाब, तू खुली