Diya Jethwani लिखित उपन्यास दिल हैं हमारा खिलौना नहीं...

दिल हैं हमारा खिलौना नहीं... द्वारा  Diya Jethwani in Hindi Novels
स्वाति:- अरे रेणु....क्या बात हैं आज तो जंच रही हैं....। आए हाए.... किसी की नजऱ ना लगे... । रेणु:- मिल गई तुझे फुरसत मे...