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चट मंगनी पट ब्याह - उपन्यास
S Sinha
द्वारा
हिंदी लघुकथा
वर्षों बाद जब नटराजन अपने पुराने शहर में गया जहाँ उसका बचपन गुजरा था , उसे अपना पुराना घर देखने की इच्छा हुई ….
एक सरकारी प्लांट में करीब 35 वर्ष काम करने के बाद कुछ दिन पहले दयाल रिटायर हुआ था. कुछ वर्ष पूर्व उसकी कंपनी की आर्थिक स्थिति बहुत ही ख़राब थी. उन दिनों कम्पनी ने अपने कर्मचारियों को कंपनी द्वारा दिए गए आवास को सशर्त लीज पर खरीदने का ऑफर दिया. किसी अन्य शहर की तुलना में फ्लैट का मूल्य बहुत ही कम था. इस तरह कंपनी को भी रुपये मिले और कर्मचारियों को एक वेल प्लांड कॉलोनी में घर खरीदने का मौका मिला , वह भी वही घर जहाँ वे रह रहे थे . यहाँ कॉलोनी के साफ़ सुथरे वातावरण के साथ अबाधित बिजली पानी की व्यवस्था थी . दयाल ने भी इस मौके का लाभ उठा कर एक टू BHK फ्लैट खरीद लिया जिसमें एक ड्राइंग रूम , किचन , बाथरूम के साथ एक डाइनिंग स्पेस भी था .
कहानी - चट मंगनी पट ब्याह Part 1 - वर्षों बाद जब नटराजन अपने पुराने शहर में गया जहाँ उसका बचपन गुजरा था , उसे अपना पुराना घर देखने की इच्छा हुई …. एक सरकारी प्लांट में करीब ...और पढ़ेवर्ष काम करने के बाद कुछ दिन पहले दयाल रिटायर हुआ था . कुछ वर्ष पूर्व उसकी कंपनी की आर्थिक स्थिति बहुत ही ख़राब थी . उन दिनों कम्पनी ने अपने कर्मचारियों को कंपनी द्वारा दिए गए आवास को
कहानी - चट मंगनी पट ब्याह Part 2 - वर्षों बाद जब नटराजन अपना पुराना घर देखने गया था …. शिखा ने भी “ नमस्ते “ कहा फिर पति की तरफ सवालिया नजरों से देखा , मानो पूछ ...और पढ़ेहो “ माजरा क्या है ? “ वह कुछ बोलती इस के पहले ही नटराजन ने अपनी बात दोहराते हुए कहा “ बहनजी , दरअसल आज से करीब 30 साल पहले तक मैं इसी घर में रहता था और मेरी पैदाइश भी इसी घर में हुई थी . मुझे अपना पुराना घर देखने की बड़ी चाह थी . “ दयाल
कहानी - चट मंगनी पट ब्याह Last Part 3 - वर्षों बाद जब नटराजन अपना पुराना घर देखने गया था वहां के परिवार के बेटे से अचानक उसकी बेटी की शादी की बात होने लगी …. थोड़ी देर ...और पढ़ेशिखा कॉफ़ी और स्नैक ले कर आयी तब उसने नटराजन से कहा “ मेरा बेटा अमेरिका में प्रोफेसर है . हम भी उसके लिए अमेरिका में पढ़ी लिखी खोज रहे हैं . “ “ बहुत अच्छी बात है , भगवान् आपकी इच्छा जल्द ही पूरी करे . “ “ हां , लगता है , बल्कि लग रहा है जल्द ही