Saurabh kumar Thakur लिखित उपन्यास लड़के भी रोते हैं

लड़के भी रोते हैं द्वारा  Saurabh kumar Thakur in Hindi Novels
हाँ, सच में लड़के नहीं रोते, चाहे जेब एक भी पैसा नहीं हो बाजार से कई चीजें खरीदने को मन करे....... भयंकर भूख लगी हुई हो,...
लड़के भी रोते हैं द्वारा  Saurabh kumar Thakur in Hindi Novels
अट्ठारह साल की उम्र हुए आज 17 दिन होने वाले थे उसे । उसे अपनी जिंदगी की जिम्मेदारियों का एहसास होने लगा था, शायद उसे पता...