Nandini ka Saya book and story is written by Sonali Rawat in Hindi . This story is getting good reader response on Matrubharti app and web since it is published free to read for all readers online. Nandini ka Saya is also popular in डरावनी कहानी in Hindi and it is receiving from online readers very fast. Signup now to get access to this story.
नंदिनी का साया - उपन्यास
Sonali Rawat
द्वारा
हिंदी डरावनी कहानी
Voसुरेश एक बेरोजगार युवा था...उसने कई जगह नौकरी के लिए अप्लाई किया था...Maaकोई नौकरी मिली?Sureshनहीं मां अब तक नहीं... हर जगह नौकरी के लिए मारा मारी है... हर जगह रिश्वत खिलाने पर ही नौकरी मिलती है...Maaअब ऐसे घर कैसे चलेगा?Voवो लोग बात ही कर रहे थे की तबी सुरेश का मोबाइल बाजा...:Sureshहां सचिन बोलना...Sachinयहाँ मॉल में एक चौकीदार की जरूरत है... तू काम करेगा क्या?Sureshहां क्यू नहीं… Sachinपर भाई सुना है इस मॉल में भूत है...Sureshमैं भूत नहीं मानता… मैं कर लुंगा चौकीदार की नौकरी… पगार कितनी है?Sachinरात के पहरेदार की 15 हज़ार और दिन की 10 हज़ार!Sureshमैं नाइट शिफ्ट
Voसुरेश एक बेरोजगार युवा था...उसने कई जगह नौकरी के लिए अप्लाई किया था...Maaकोई नौकरी मिली?Sureshनहीं मां अब तक नहीं... हर जगह नौकरी के लिए मारा मारी है... हर जगह रिश्वत खिलाने पर ही नौकरी मिलती है...Maaअब ऐसे घर कैसे ...और पढ़ेलोग बात ही कर रहे थे की तबी सुरेश का मोबाइल बाजा...:Sureshहां सचिन बोलना...Sachinयहाँ मॉल में एक चौकीदार की जरूरत है... तू काम करेगा क्या?Sureshहां क्यू नहीं… Sachinपर भाई सुना है इस मॉल में भूत है...Sureshमैं भूत नहीं मानता… मैं कर लुंगा चौकीदार की नौकरी… पगार कितनी है?S
(फ्लैशबैक दृश्य)Dheeraj Voबीस साल पहले की बात है... इस मॉल की जगह पर नंदिनी और नरेश का पुश्तेनी घर था... उस वक्त वो दोनो एक साथ बोहत खुश थे... फिर एक दिन एक सेठ की नजर उनके जमीन पर ...और पढ़ेतुम्हें इस जमीन के अच्छे पैसे दूंगा!Nareshनहीं सेठजी हमें जमींन नहीं बेचनी... ये मेरी विरासत है... सदियों से मेरे बाप दादा इसी घर में रहते चले आ रहे हैं तो मैं इसे नहीं बेच सकता!Sethसोच लो… आज ना कल कैसे भी करके... मैं ये ज़मीन ले ही लुंगा… अगर तुम अपने आप दोगे तो तुम्हारे लिए अच्छा होगा!Nareshनहीं सेठजी! मैं