Kishanlal Sharma लिखित उपन्यास अनोखा प्रस्ताव

अनोखा प्रस्ताव द्वारा  Kishanlal Sharma in Hindi Novels
सर्दियी की रात।रात के बारह बज चुके थे।वर्षा के सास ससुर और ननद कब के अपने अपने कमरों में जाकर सो चुके थे।वर्षा भी रोज सो...
अनोखा प्रस्ताव द्वारा  Kishanlal Sharma in Hindi Novels
शेखर के उतेजित होने पर भी वर्षा ने उसकी बात का जवाब शांत स्वर में दिया था"क्या कह रही हो डार्लिंग?"गिरगिट की तरह रंग बदल...