Mukti book and story is written by Kishanlal Sharma in Hindi . This story is getting good reader response on Matrubharti app and web since it is published free to read for all readers online. Mukti is also popular in रोमांचक कहानियाँ in Hindi and it is receiving from online readers very fast. Signup now to get access to this story.
मुक्ति - अनचाहे सम्बन्ध से - उपन्यास
Kishanlal Sharma
द्वारा
हिंदी रोमांचक कहानियाँ
पूरे एक महीने के बाद वह वापस लौटा था।पिछले कई वर्षों से वह इस स्टेशन से आता जाता रहा था।लेकिन इस बार यह स्टेशन बदला बदला अजीब सा नजर आ रहा था।स्टेशन से बाहर निकल कर वह पैदल ही घर की तरफ चल पड़ा था।शहर की वो ही सड़क जिस पर से पिछले वर्षों में वह न जाने कितनी बार गुजर चुका था।वो ही सड़क आज उसे अनजान नजर आ रही थी।एकदम बदली हुई नजर आ रही थी।वह खुद को आज शहर में अजनबी महसूस कर रहा था।इतना अजनबीपन तो उसे तब भी महसूस नही हुआ जब वह पहली बार इस शहर में आया था।
उसे ऐसा महसूस हो रहा था।पिछले एक महीने में यह शहर पूरी तरह बदल गया था।
पूरे एक महीने के बाद वह वापस लौटा था।पिछले कई वर्षों से वह इस स्टेशन से आता जाता रहा था।लेकिन इस बार यह स्टेशन बदला बदला अजीब सा नजर आ रहा था।स्टेशन से बाहर निकल कर वह पैदल ही ...और पढ़ेकी तरफ चल पड़ा था।शहर की वो ही सड़क जिस पर से पिछले वर्षों में वह न जाने कितनी बार गुजर चुका था।वो ही सड़क आज उसे अनजान नजर आ रही थी।एकदम बदली हुई नजर आ रही थी।वह खुद को आज शहर में अजनबी महसूस कर रहा था।इतना अजनबीपन तो उसे तब भी महसूस नही हुआ जब वह पहली बार
इसलिए सीधा अपने कमरे में चला आया था।वह अपने कमरे में आकर कपड़े बदलना ही चाहता था कि न जाने कैसे उसे उसके आने की भनक लग गयी और वह धड़धड़ाती उसके कमरे में चली आयी।कमरे में आते ही ...और पढ़ेताना मारते हुए बोली,"दुल्हन ने आते ही न जाने ऐसा क्या जादू कर दिया कि तुम तो बिल्कुल बदल गए""उसके बोलने के लहजे से वह समझ गया उसके आज के व्यवहार से वह सख्त नाराज है।उसके बिगड़े हुए मूड को सही करने के लिए वह प्यार से बोला,"तुम खामखां में मुझ पर नाराज हो रही हो।जैसा तुम सोच रही हो
पर उसे जाना पड़ा।वह बीच बचाव करने के लिए गया था।जब झगड़ा ज्यादा होता तब मोहन नाराज होकर घर से चला जाता और फिर कई दिनों तक लौटकर नही आता।ऐसे ही एक रात को झगड़ा होने पर मोहन गुस्सा ...और पढ़ेचला गया।वह उसे समझाने लगा।और उसके समझाने पर वह उसके कंधे पर सिर रखकर सुबकने लगी।वह उसके गालो को सहलाने लगा।पहली बार कोई औरत उससे इतनी सटी हुई थी।उसकी रगों में दौड़ रहा खून गर्म हो गया।और वह अपने पर काबू नही रख सका।उसने उसे बिस्तर में दबोच लिया।उसने उसका कोई विरोध नही किया।और वह उसके शरीर पर छाता चला