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अचेतन अपराधी - उपन्यास
Kishanlal Sharma
द्वारा
हिंदी रोमांचक कहानियाँ
"देख सामने पुलिस वाला खड़ा है।तेरी लाइट भी नही है।उतरकर चल।वरना चालान कर देगा।"
अपने दोस्त की बात सुनकर सुदेश भड़क गया।उसने भद्दी सी गाली दी और आगे बढ़ता गया।पुलिस वाले को देखते ही उसका चेहरा तमतमा जाता और वह उसकी तरफ देखकर थूक देता।
पुलिस वाला ड्यूटी पर था।वह कुछ नही बोला।देख सुन सब रहा था।सुदेश ने उसकी और देखकर थूक दिया तब पुलिस वाला उखड़ गया।
"रात में बिना बत्ती के वाहन और गाली गलौज और बदतमीजी
सुदेस रुक गया।पुलिस वाला पास आया।
"लाइट क्यो नही है?
"बैटरी डाउन हो गयी।'
"तो गाड़ी क्यो चला रहे हो।?
"जरूरी काम से जा रहा हूं" सुदेश अकड़ में बोला
"लाइसेंस दिखाओ"
"घर पर भूल आया।'
पुलिस वाला चालान की किताब निकालते हुए बोला,"अपना नाम बताओ।'
"देख सामने पुलिस वाला खड़ा है।तेरी लाइट भी नही है।उतरकर चल।वरना चालान कर देगा।"अपने दोस्त की बात सुनकर सुदेश भड़क गया।उसने भद्दी सी गाली दी और आगे बढ़ता गया।पुलिस वाले को देखते ही उसका चेहरा तमतमा जाता और वह ...और पढ़ेतरफ देखकर थूक देता।पुलिस वाला ड्यूटी पर था।वह कुछ नही बोला।देख सुन सब रहा था।सुदेश ने उसकी और देखकर थूक दिया तब पुलिस वाला उखड़ गया।"रात में बिना बत्ती के वाहन और गाली गलौज और बदतमीजीसुदेस रुक गया।पुलिस वाला पास आया।"लाइट क्यो नही है?"बैटरी डाउन हो गयी।'"तो गाड़ी क्यो चला रहे हो।?"जरूरी काम से जा रहा हूं" सुदेश अकड़ में
"यही तो मुश्किल है।,"उसके पिता बोले,"खैर।एक दिन आपको सब पता चल जाएगा।आपको सजा देनी ही है तो दे दीजिए।"सुदेश को जेल भेज दिया गया और उसके खिलाफ रिपोर्ट लिख ली गयी।सुदेश पुलिस वालों को देखते ही भड़क उठता था।पुलिसवाले ...और पढ़ेतू तड़ाक होने पर मारपीट हो जाती।और पुलिस उसे पकड़ लेती पिटती और बन्द कर देती।पर वह अपनी आदत नही छोड़ता था।सुदेश ने अपराध किया था।पर उसका जुर्म इतना संगीन नही था।इसलिए उसे दस दिन की सजा हुई थी।वह खुशी खुशी कोर्ट से जेल चला गया।वर्दी वाले को देखते ही सुदेश भड़क उठता।उसकी नशे ऐंठने लगती और उसका दिमाग गर्म
उसके स्वभाव में बड़ा परिवर्तन आ गया था।इस प्रकार के व्यवहार से वह उचन्खरल हो गया था।और आवारा किस्म के लड़कों से उसकी दोस्ती हो गयी।शराब ही नहीं उसे वेश्यावृत्ति का भी शौक लग गया।समय के साथ वह बिगड़ ...और पढ़ेरहा था।शायद उसका जीवन विविध प्रकार के असन्तोष और घृणा से भर गया था।जेल से बाहर आने के दो सप्ताह बाद वह दो दोस्तों के साथ शराब पीने के लिए बैठ गया।शराब का नशा उन पर हावी हो गया तो एक दोस्त बोला,","चलो यार आज कोठे पर चलते है।"तीनो दोस्त एक कोठे पर आ गए।"माल है?""हा"कोठा मालिक बोला,"अपने अपने कमरे