BAIRI PIYA book and story is written by Gagandeep Kaur in Hindi . This story is getting good reader response on Matrubharti app and web since it is published free to read for all readers online. BAIRI PIYA is also popular in फिक्शन कहानी in Hindi and it is receiving from online readers very fast. Signup now to get access to this story.
बैरी पिया - उपन्यास
Gagandeep Kaur
द्वारा
हिंदी फिक्शन कहानी
" संजय धीरे धीरे चालिए ! आवाज मत कीजिए वरना वह जाग जायेगी । " , एक अंधेरे घर में हाथ में केक पकड़ कर चल रही औरत ने अपने साथ वाले आदमी से कहा । आगे उस आदमी यानि संजय ने फूस फसा कर कहा , " तुम बोल कर मुझ से ज्यादा आवाज़ कर रही हो मधु । तुम धीरे बात करो ना । " वो दोनों घर के एक कमरे के सामने पहुंचे जिस का गेट बन्द था ।मधु ने फूस फसा कर संजय से कहा , " संजय धीरे से गेट खोलिए । और आवाज़ मत
" संजय धीरे धीरे चालिए ! आवाज मत कीजिए वरना वह जाग जायेगी । " , एक अंधेरे घर में हाथ में केक पकड़ कर चल रही औरत ने अपने साथ वाले आदमी से कहा । आगे उस आदमी ...और पढ़ेसंजय ने फूस फसा कर कहा , " तुम बोल कर मुझ से ज्यादा आवाज़ कर रही हो मधु । तुम धीरे बात करो ना । " वो दोनों घर के एक कमरे के सामने पहुंचे जिस का गेट बन्द था ।मधु ने फूस फसा कर संजय से कहा , " संजय धीरे से गेट खोलिए । और आवाज़ मत