MY DEAR TOILET book and story is written by Suresh Pawar in Hindi . This story is getting good reader response on Matrubharti app and web since it is published free to read for all readers online. MY DEAR TOILET is also popular in लघुकथा in Hindi and it is receiving from online readers very fast. Signup now to get access to this story.
MY DEAR TOILET - उपन्यास
Suresh Pawar
द्वारा
हिंदी लघुकथा
इंसान अक्सर इस लिए नहि टूटता कि उसे किसी से मोहब्बत हो गई और किसी ने उसका दिल तोड़ दिया। वह इसलिए टूटता है क्योंकि उसे सुबह शाम उठते बैठते, सोते जागते, खाते पीते किसी की आदत हो जाती है। अगर जिस की आदत हो जाए और वो हमसे बिछड़ जाए तो उस आदत का क्या? इंसान उसे बर्दास्त नही कर पाता। कही तौर पे वो अपनी मानसिक स्थिति खो देता है और हार जाता है। क्योंकि वह स्वीकार ही नही कर पाता कि वह जिसे चाहता था वह अब उसके जीवन में नही है। कभी कभी वह अपने दिल को झूठा दिलासा देने के लिए यह बात मान लेता है कि जिसे उसने खोया है वह लौटकर जरूर आयेगा।
“साँसे एक दिन छूट जाती है, नही छूटती तो ये आदते है”।
MY DEAR TOILETWRITTEN BY SURESH PAWAR“लगे तो लगे भले किसी की बद्दुआ लगे लेकिन किसी की हमे आदत ना लगे।“इंसान अक्सर इस लिए नहि टूटता कि उसे किसी से मोहब्बत हो गई और किसी ने उसका दिल तोड़ दिया। ...और पढ़ेइसलिए टूटता है क्योंकि उसे सुबह शाम उठते बैठते, सोते जागते, खाते पीते किसी की आदत हो जाती है। अगर जिस की आदत हो जाए और वो हमसे बिछड़ जाए तो उस आदत का क्या? इंसान उसे बर्दास्त नही कर पाता। कही तौर पे वो अपनी मानसिक स्थिति खो देता है और हार जाता है। क्योंकि वह स्वीकार ही नही कर पाता