The Kashmir Files book and story is written by Neelam Kulshreshtha in Hindi . This story is getting good reader response on Matrubharti app and web since it is published free to read for all readers online. The Kashmir Files is also popular in कुछ भी in Hindi and it is receiving from online readers very fast. Signup now to get access to this story.
द कश्मीर फ़ाइल्स - सन 2014 - उपन्यास
Neelam Kulshreshtha
द्वारा
हिंदी कुछ भी
[ क्या सिर्फ़ कश्मीरी पंडित ही बर्बाद हुए थे ? ] “जन्नत की मुस्कान फ़कत सात लाख रुपये” [ नीलम कुलश्रेष्ठ ] एपीसोड - 1 'कश्मीर में चार आतंकवादी ढेर ', --'कश्मीर में आतंकवादी नेता मारा गया '--'कश्मीर में जगह जगह पत्थर मारते लोग '--'कश्मीर में घर पर छुट्टी मैंने आये नौजवान फौज़ी की हत्या '---हर तीसरे दिन अख़बार में कश्मीर के विषय में ऐसा ही कुछ पढ़कर दिल दुखता है। उन ख़ूबबसूरत वादियों में रहना इतना खूबसूरत क्यों नहीं हो पा रहा ? लोगों के दिल किसने इतने बदसूरत कर दिए हैं ?----सैलानी फिर से वहाँ जाने में
[ क्या सिर्फ़ कश्मीरी पंडित ही बर्बाद हुए थे ? ] “जन्नत की मुस्कान फ़कत सात लाख रुपये” [ नीलम कुलश्रेष्ठ ] एपीसोड - 1 'कश्मीर में चार आतंकवादी ढेर ', --'कश्मीर में आतंकवादी नेता मारा गया '--'कश्मीर ...और पढ़ेजगह जगह पत्थर मारते लोग '--'कश्मीर में घर पर छुट्टी मैंने आये नौजवान फौज़ी की हत्या '---हर तीसरे दिन अख़बार में कश्मीर के विषय में ऐसा ही कुछ पढ़कर दिल दुखता है। उन ख़ूबबसूरत वादियों में रहना इतना खूबसूरत क्यों नहीं हो पा रहा ? लोगों के दिल किसने इतने बदसूरत कर दिए हैं ?----सैलानी फिर से वहाँ जाने में
एपीसोड - 2 अयाज़ कश्मीर की वादियों में टैक्सी चलाता चला जा रहा है, बताता जा रहा है, ''एक वाकया बताता हूँ उन कहर के दिनों में मेरे मामा ने कह रक्खा था कि कभी वहां मत जाना जहां ...और पढ़ेहो. उन दिनों रोजमर्रा का सामान मिलता नहीं था. बस कभी कोई बिज़नेस वाला आकर दुकान लगा लेता था तो लोग टूट पड़ते थे. उन्हीं दिनों कोई पुरानी जींस बेचने आया था. मैं दोस्तों के साथ गया, बेहद भीड़ थी। मुझे मामा की बात याद आ गई. मै जींस खरीदने का मोह छोड़कर वापिस आ गया, जो दोस्त मेरे डर
एपीसोड - 3 तीसरे दिन भी डल लेक में झील के बीच में सामने आकर किनारे पर सामने सड़क के किनारे बने होटलों की, टूरिस्ट की चहल पहल दिखाई दे रही है. सरसराती हवा के कारण वह बाल स्कार्फ ...और पढ़ेबाँध लेती है. शिकारा चलाते रफ़ीक भाई बताते जा रहे हैं, ''दुनियाँ में सिर्फ़ दो ही जगह ' फ़्लोटिंग गार्डन्स 'है एक तो भारत के कश्मीर में व थाईलैंड में. यहाँ की ख़ास बात ये है कि झील की घास के ऊपर सब्ज़ी उगाई जाती है. वहां नहर के किनारे की ज़मीन पर. इस बरस तो इतनी बारिश हुई कि