Pahli Jhalak book and story is written by Silent Writer AK in Hindi . This story is getting good reader response on Matrubharti app and web since it is published free to read for all readers online. Pahli Jhalak is also popular in प्रेम कथाएँ in Hindi and it is receiving from online readers very fast. Signup now to get access to this story.
पहली झलक:- आर्यन से मुलाकात - उपन्यास
Silent Writer AK
द्वारा
हिंदी प्रेम कथाएँ
होम थिएटर में ये वाला गाना चल रहा है, और साथ में एक लड़का ये गाना गाते हुए तैयार हो रहा है। तैयार होकर वो नीचे आता है वह पर उसे उसके पापा (राजवीर जी) की आवाज सुनाई देती है।
राजवीर जी :- और बरखुरदार ऐसे तैयार होकर आपकी सवारी कहां जा रही है।
लड़का :- कही नही बस ऐसे ही दोस्तो से मिलने......
राजवीर जी (शरारत से मुस्कुराते हुए) :- सिर्फ दोस्तो से मिलने या फिर दोस्त.....ओं से मिलने।
लड़का (बेबसी से) :- आप मेरा मजाक उड़ा रहे है ना। और अगर ये मजाक हुआ ना तो बहुत ही.........
राजवीर जी (बीच में बात काटते हुए) :- पहले तो आप ये बातें बंद करिए और कोई अच्छी सी कुड़ी देखकर उससे शादी कर लीजिए। ताकि हमे भी खुश होने का मौका मिले।
लड़का :- क्या यार पापा आप फिर से वही बात लेकर बैठ गए।
नोट:- अगर कोई गलती हो तो माफ करे और किसी और कहानी से सिमिलर लगे तो भी बताएं। इसके पार्ट्स थोड़े लेट भी आ सकते है क्योंकि मैं कोई प्रोफेशनल राइटर नहीं हूं और इसके आगे की कहानी या ...और पढ़ेतैयार होते जायेंगे आपको मिलते जाएंगे। {आपकी की नजरों ने समझा} तुम थे जहाँ मैं तेरे पास वहीं दर्द मेरे में तेरा साथ नही भीगे वो सपने ही आए नज़र है ये तेरा नशा आफ्रीं आफ्रीं आँखें ये मेरी ढूँढे तेरा पता लापता हो गए क्यूँ फिर एक दफा कुछ यादों में रखते थे तुमको सदा क्यूँ बताया ना हमसे
[बाकी के पार्ट्स के लिए प्रोफाइल में जाकर पढ़ सकते है] जीवन ज्योति अनाथालय (काल्पनिक नाम) की जगह। वहां पर कई बच्चे परेशान तथा रोनी सुरत लेकर खड़े हैं। तभी वहाँ पर एक लड़की आती है (उम्र :- यहीं ...और पढ़े22 - 23 साल के करीब)। लड़की :- अरे मिंटी बेटा क्या हुआ। ऐसे रोनी सुरत बना कर सब क्यूं खड़े हो? मिन्टी :- सिया दी देखिए ना टीचर ने जो प्रोजेक्ट बनाने के लिए दिया है ना वो बन ही नही रहा। कई बार कोशिश कर चुके है। (ये है हमारी स्टोरी की हीरोइन (नायिका) मिस सिया) सिया :-
अभी तक आपने पढ़ा के कैसे आश्रम में सिया को दाई मां सजा देती है और सभी बच्चे सिया का ही मजे लेने लग जाते है। _____________________________________________ अब आगे:- सुबह का समय (आश्रम में ही) ...और पढ़े सिया अपने कमरे में तैयार हो रही थी के उसे अचानक से नीचे से बच्चों की आवाजे सुनाई पड़ती है। तो सिया जल्दी से नीचे की ओर भागती है और बच्चो के कमरे के दरवाजे पर रुककर उन सबको देखने लग जाती है। क्योंकि अंदर सबकी पिलो फाइट चल रही होती है। तभी अचानक से सबकी नजर सिया पर पड़ती है जो की
आगे की स्टोरी जानने के लिए पिछले पार्ट्स को भी पढ़े जो की प्रोफाइल में मिल जायेगी.................. पिछले भाग में आपने पढ़ा के कैसे आर्यन और उसके दोस्त उस कैफे में जाते है जहा पर सिया काम करती है ...और पढ़ेआगे:- सिया सभी बच्चों और अपने दोस्तों के साथ एक टेबल में बैठी हुई थी क्यूंकि उनकी जॉब ओवर हो चुका था। सभी हसी मजाक करते हुए वहाँ पर बैठे हुए थे। उनसे कुछ दूरी पर आर्यन भी अपने दोस्तों के साथ बैठा हुआ था। इन सब के साथ अनुज का भाई शिवम भी इनके साथ था। आर्यन को
बाकी के पार्ट्स पढ़ने के लिए प्रोफाइल में जायें।) तक आपने पढ़ा के कैसे उस जगह पर आर्यन की उन सबसे झगड़ा होने वाला होता हैं, अब आगे - ...और पढ़े आर्यन उन सब गुंडों की तरफ गुस्से से दौड़ पड़ता है, एक गुंडा जिसके हाथ में चाकू होता है वो उससे आर्यन पर हमला करता है पर आर्यन झुक कर उसके हमले से बचता है और उसके पीछे आ रहे दूसरे गुंडे की पेट पर अपनी लात से हमला कर देता है जिसकी वजह से वो गुंडा दर्द से कहराते हुए दूसरी तरफ गिर जाता है। वही वो चाकू