बाकी के पार्ट्स के लिए प्रोफाइल में जाएं।
पिछले भाग में आपने पढ़ा के कैसे शैलजा जी राजवीर और सभी लड़को की बातों में किसी लड़की का जिक्र सुनकर जोर से बोलती है.....क्या लड़की....
अब आगे.........
शैलजा जी (थोड़ा जोर से बोलती है) :- क्या लड़की..........
सभी शैलजा जी की आवाज सुनकर एकपल के लिए चौक जाते है और आर्यन अपना सर पकड़ लेता है। क्योंकि अब आगे क्या होगा इसका पूरा आइडिया उसे हो चुका होता है।
शैलजा जी ( उन सब की तरफ आते हुए ) :- क्या आप सब ने अभी किसी लड़की की बात की न, अच्छी थी ना वो।
शुभम (मजे मजे में) :- अरे आंटी आप क्या ये अच्छी बुरी लगा के रखी है वो तो एक दम खरा सोना है। और तो और अपने इस लोकल मोहल्ले छाप हीरो के साथ उसकी जोड़ी तो कमाल की ही लगेगी।😂😀
आर्यन शुभम को घूर घूर कर देख रहा होता है पर शुभम तो शुभम है वो उसपर ध्यान न देकर शैलजा जी के साथ ही बातों में मस्त है।
शैलजा जी:- अच्छा ऐसा है, फिर तो उससे मिलना ही पड़ेगा।
फिर शैलजा जी आर्यन की तरफ पलटने ही वाली होती है जिससे की वो उससे भी कुछ जान ले। उनको पलटते हुए देख कर आर्यन वहा से किसी तीर की तेजी से गायब हो जाता है और वहा जाकर रुकता है।
आर्यन (अपने रूम में पहुंच कर):- आज तो बाल बाल बचा यार। एक मिनट क्या वो सच में इतनी सुंदर थी
आर्यन सिया के बारे में सोचने लग जाता है, पर बहुत जल्द ही अपनी सोच को विराम देते हुए खुद से ही बोलता है।
आर्यन:- भाई संभल ये क्या सोच रहा है , ये सब तेरे बस की बात नही।
_________________________________________________________________________________________________
जगह:- अनाथ आश्रम में सिया का कमरा
सिया अकेले मे ही कुछ बड़बढ़ा रही होती है की पीछे से उसे एक आवाज सुनाई देती है।
आवाज:- ये अकेले मे तू क्या बड़बड़ा रही है।
सिया आवाज सुनकर पीछे मुड़ती है तो अपने पीछे उसे सुमन खड़ी हुई मिलती है।
सिया को कुछ भी जवाब न देता देख सुमन फिर से उससे पूछती है......
सुमन :- अकेले में ये क्या बड़बड़ा रही है। (सिया के जवाब का इंतेजार किए बगैर ही सुमन फिर से बोल पड़ती है) एक मिनट तू भी कहीं उस रेस्टोरेंट वाले हैंडसम के बारे में तो नहीं सोच रही।
सुमन के ये कहने से एक बारी तो सिया के सामने फिर से आर्यन की वो लाल आंखें फिर से आ जाती है।
सिया (उन लाल आंखों को इग्नोर करते हुए):- भला मैं क्यों उसको याद करने लगी उसको जिसने हमारी पूरी छुट्टी ही खराब कर दी।और तू यहां क्या कर रही है चल नीचे सबके पास।
फिर वो दोनो भी नीचे सबके पास चल देते है और सबके साथ मस्ती करते हुए समय बिताने लगते है।
इधर आर्यन के घर में भी सेम चीज ही रही होती है।
रात को सोते समय सिया के जहन में आर्यन की ही लाल आँखें घूम रही होती है और सिया सोच रही होती है की क्या सच में वो लड़का इतना हैंडसम था के सब ही उसके दीवाने हो गए।
उधर आर्यन के भी जेहन में सिया ही घूम रही होती है और सेम सोच उसके दिमाग में आ रही होती है।
फिर दोनो ही अपनी सोच को विराम देते हुए नींद की आगोश में चले जाते है।
अब देखते हैं कि इनकी दूसरी मुलाकात कब और किस तरह से होती है।।।
जारी है............................
धन्यवाद सभी का..
इस कहानी के लिए अपने विचार जरूर दें.....