अधूरा सफ़र - उपन्यास
Ki Shan S Ahu
द्वारा
हिंदी प्रेम कथाएँ
बात कुछ 5 साल पहले कि है जब गौरव ने कॉलेज खत्म करके नोकरी के लिए बाहर जाने का सोचा,गौरव ने पास है के एक ई मित्र से नोकरी के लिए फॉर्म भरावायाकुछ ही दिनों बाद गौरव को ...और पढ़ेसे दूर शहर में नोकरी मिल गई।गौरव बहुत खुश हुआ और जाने कि तैयारी करने लगा,गौरव ने अगले दिन शहर जाने के लिए बस पकड़ी और निकल पड़ा एक लंबे सफ़र के लिए, 2-4 स्टेशन निकलने के बाद गौरव के बगल में एक लड़की ने दस्तक दी और बोली आप थोड़ा खिसककर बैठिए,गौरव भी थोड़ा खिसक लिया कुछ देर बाद गौरव ने
बात कुछ 5 साल पहले कि है जब गौरव ने कॉलेज खत्म करके नोकरी के लिए बाहर जाने का सोचा,गौरव ने पास है के एक ई मित्र से नोकरी के लिए फॉर्म भरावायाकुछ ही दिनों बाद गौरव को ...और पढ़ेसे दूर शहर में नोकरी मिल गई।गौरव बहुत खुश हुआ और जाने कि तैयारी करने लगा,गौरव ने अगले दिन शहर जाने के लिए बस पकड़ी और निकल पड़ा एक लंबे सफ़र के लिए, 2-4 स्टेशन निकलने के बाद गौरव के बगल में एक लड़की ने दस्तक दी और बोली आप थोड़ा खिसककर बैठिए,गौरव भी थोड़ा खिसक लिया कुछ देर बाद गौरव ने
पिछले भाग में आपने पड़ा कि कैसे गौरव ओर स्वाति एक बस मै मिलते है और फिर उसी बस में बिछड़ भी गए, आपको क्या लगता है दोनों फिर से मिल पाएंगे इस अंजान शहर में चलिए पढ़ते है ...और पढ़ेशहर आने के कुछ समय बाद जब गौरव को पता चला कि उस रात जिस होटल पर बस रुकी थी, उससे कुछ दूर पहले एक छोटा सा गांव है उम्रई ( सोचा हुआ नाम) करके वहा एक छोटा सा स्कूल है 5वी तक का जिसमे स्वाति नाम की एक लड़की बच्चों को पढ़ाने जाया करती है, जब गौरव को इसका