Mushkan book and story is written by Mehul Pasaya in Hindi . This story is getting good reader response on Matrubharti app and web since it is published free to read for all readers online. Mushkan is also popular in प्रेम कथाएँ in Hindi and it is receiving from online readers very fast. Signup now to get access to this story.
मुश्कान ये नाम सुन कर हर किसी के चेहरे पर मुश्कान आजाती है आपको पता हेे? की मे ऐसी बात क्यू कर रहा हू क्यू की इस कहानी मे जो लड्की रहने वाली है उसका नाम है मुश्कान ...और पढ़ेबात कुच अलग ही है इस बार सो चले शुरु करते है अब आगे' हमारी फैमिली के मेम्बर्स भी कमल करते है जो करना चाहिये वो तो करते नही और जो नही करना चाहिये वो कर देते है पता नही कब सुधरेंगे ये लोग हद है '"
ओके मेहुल सो फिर मिलेंगेहा ओके जरूर मिलेंगे ओके चलता हूमे भी बाई सी यू सून एन टेक केयर यू टू ओकेहा श्योर लोकेशन चेंज...मुश्कान तयार होहा इ एएम रेडी ओके 3...2...1...0... स्टार्ट नॉवरन...............अरे मुश्कान क्या हुआ कम ऑन ...और पढ़ेइट नॉव रन..............येस फाइनली इ एएम विनर वोव मुश्कान बहुत कम समय मे तुमने विन किया ग्रेटयेस सरबधाई हो डीयरथैंक यू सर ओके सर अब हमे हमारे घर जाना हैओके श्योर डीयरबाई डीयर बाई टेक केयर सरहम्म थैंक यू ऐण्ड यू टू डीयरलोकेशन चेंज...इनकमिंग कॉल...कॉल किसका है। हा आंटी जी बोलो अरे बेटा मेहुल कहा हो कितनी देर औरअरे आंटी जी बस आगया समझो बस थोडी देर
भैया और कितनी देर लगेगीबस मेम आ गया समझो बस दो मिनटओकेलिजिए मेम आगया आपका स्टेशनजी धन्यवाद भैया कितने पैसे हुएजी मेम 25.रुपिसओके लिजिएलोकेशन चेंज...पुरा दिन खराब हो गया हमारा तो जो ऐसी लड्की से भीड गयेअरे सर आप ...और पढ़ेइतना क्यू असर होने दे रहे हो खुद पेमे मे कहा असर होने दे रहा हू पर कितनी बतमिज है वो लड्कीफिर से लड्कीप्लीज ड्राईवर जी आप गाडी चलायेंगेहा हा सर सॉरी। लो सर आगयाओकेअरे बेटा इतनी देर कहा लगा तुमनेआर आंटी जी राश्ते मे कुच लोग इतने बतमीज मिल गये थे ना की क्या बताये आपको खैर ये लो
" अरे बेटा बात समझा नी पडती है तभी तो बात बनती है "" हा ये भी सही है और हा अम्मी जान हमे ना वो सब फाल्तू की टर्र-टर्र करना पसंद नही हम ना सीधी और सादी वाली ...और पढ़ेकरने वालों मे से है "" हा बेटा ये भी अच्छी बात है "" वैसे अम्मी जान मेरे रुम का ना टीवी खराब हो गया है तो उसके ठीक करवाने के पैसे चाहिये थे थोडे "" हा वो लोकर मे पडे है जाके ले लेना "" ओके अम्मी जान थैंक यू सो मच "लोकेशन चेंज..." ओहो... मेहुल बेटा कहा जा
" भाई आपकी बात तो सही है पर इसमे हम कुच कर भी तो नही सकते ना "" हा ये भी है "" यही तो और आप ही बताओ राहुल भाई की इस दुनिया मे कौन खुश नही रहता ...और पढ़ेकौन दुखी नही रहता "" हा भाई अब चलो ये सारे बाते है पर हम इनहे कभी भी सुलझा नही सकते "" हा चलो अब चलते है और घर जाके कुच काम मे हाथ बटाते है "" हा भाई चलो फिर मिलेंगे "" जी जरुर "लोकेशन चेंज..." अरे अम्मी जान क्या कर रहे हो आप चलोना बहार जाके आते है