Sunil Gupta लिखित उपन्यास इश्क वाला ️️️️Love | हिंदी बेस्ट उपन्यास पढ़ें और पीडीएफ डाऊनलोड करें होम उपन्यास हिंदी उपन्यास इश्क वाला ️️️️Love - उपन्यास उपन्यास इश्क वाला ️️️️Love - उपन्यास Sunil Gupta द्वारा हिंदी प्रेम कथाएँ (23) 2.5k 8k 1 आजकल बहुत बड़ा हीरो बन रहा है तू, कल हम तुझे बुला रहे थे और तू लड़की के साथ जा रहा था तो तूने पलट कर देखा भी नहीं अब बता बच कर कहां जाएगा? 4 लगभग 10 से ...और पढ़ेसाल के बच्चे एक लड़के को जो कि 10 या 11 साल का ही रहा होगा, घेर कर खड़े थे सब के सब ने सफेद शर्ट और हरे कलर की पैंट के ऊपर एक लाल कलर का ब्लेजर डाला था सब के गले में नीली टाई लटकी हुई थी और वह ढीली ढाली थी, सब के पैरों में एक ही पढ़ें पूरी कहानी मोबाईल पर डाऊनलोड करें नए एपिसोड्स : Every Tuesday इश्क वाला ️️️️Love - 1 789 1.6k आजकल बहुत बड़ा हीरो बन रहा है तू, कल हम तुझे बुला रहे थे और तू लड़की के साथ जा रहा था तो तूने पलट कर देखा भी नहीं अब बता बच कर कहां जाएगा? 4 लगभग 10 से ...और पढ़ेसाल के बच्चे एक लड़के को जो कि 10 या 11 साल का ही रहा होगा, घेर कर खड़े थे सब के सब ने सफेद शर्ट और हरे कलर की पैंट के ऊपर एक लाल कलर का ब्लेजर डाला था सब के गले में नीली टाई लटकी हुई थी और वह ढीली ढाली थी, सब के पैरों में एक ही सुनो अभी पढ़ो इश्क वाला️ LOVE - भाग 2 318 987 देव लगड़ाते हुए घर पहुचा अरे क्या हुआ , चोट कैसे लग गयी दिव्यांश बेटे ,देव को लगड़ाते हुए देख कर देव की मम्मी ने कहा कुछ नही मम्मी साइकिल से गिर पड़ा बस हल्की सी छोटी लग गयी ...और पढ़ेदिव्यांश ने सरासर झूठ बोला। कितनी बार कहा है थोड़ा सम्हाल कर साइकिल चलाया करो लेकिन तुम आंधी तूफान की तरह चलते हो देव की मम्मी ने देव को पकड़ कर अपने पास बैठाया और देखने लगी दिखाओ कहा कहा चोट लगी है , अरे मम्मा मैने दवाई लगा ली है ,वो मेरी दोस्त है ना तृषा ,उसने अपने घर सुनो अभी पढ़ो इश्क वाला Love - भाग 3 234 861 शाम को देव ने घर जाकर के सब कुछ अपनी बहन पूर्णिमा को बताया पूर्णिमा ने कहा ठीक हैकल तुम्हारे साथ मैं चलूंगी तुम परेशान मत हो मैं देखती हूं । अगले दिन देव अपनी बहन पूर्णिमा के साथ, ...और पढ़ेअपने पापा के साथ और तृषा अपनी मम्मी के साथ स्कूल में पहुंचे। तीनों अपने अपने पैरंट्स के साथ शोभना मेडम से मीटिंग रूम में मिले जी मैडम कहिए आप ने हम सब को यहां पर क्यों बुलाया है आपको पता है मेरी कितनी जरूरी मीटिंग है और मैं उसे छोड़ कर आया हूं। वैभव के पापा ने शोभना मैडम सुनो अभी पढ़ो इश्क वाला Love - भाग 4 180 702 क्या हुआमिष्ठी इतना उदास क्यों हो बताओ ना आज मैंने साइकिल की घंटी बजाई तब भी तुम बाहर नहीं आई ,और बुलाने पर बाहर आयी मम्मी पापा ने डांटा है क्या? तृषा के उदास चेहरे को देखकर देव ने ...और पढ़ेनहीं देव ऐसी कोई बात नहीं है पहले स्कूल चलो फिर मैं तुम्हें बताती हूं। दोनों साइकिल से स्कूल पहुंचे और फिर अपने क्लास में चले गए दोपहर में जब लंच टाइम हुआ तो साथ में अपना अपना टिफिन लेकर के लंच करने आए तृषा का चेहरा अभी भी उतरा हुआ था और वह उदास लग गई थी आज उसका सुनो अभी पढ़ो इश्क वाला Love - भाग 5 198 822 उसी रात को तृषा अपने मम्मी पापा के साथ हमेशा हमेशा के लिए मेरठ में आकर के शिफ्ट हो गई तृषा के पापा का नाम संदीप था उन्होंने मेरठ के ही एक स्कूल में तृषा का एडमिशन करवा दिया ...और पढ़ेमाहौल ,नए दोस्त सब कुछ नया नया सा था इसीलिए तृषा इस नए माहौल में एडजस्ट नहीं कर पा रही थी। उसे अपना पुराना घर पुराना स्कूल , पुराने दोस्त, सब बहुत याद आ रहे थे। यहां पर उसकी किसी से कोई जान पहचान नहीं थी इसीलिए तृषा का मन बिल्कुल भी यहां पर नहीं लग रहा था। तृषा की सुनो अभी पढ़ो इश्क वाला love - भाग 6 225 756 तृषा के पापा संदीप और सरिता रोज तृषा को ढूंढने की कोशिश करते लेकिन खाली हाथ वापस आ जाते तृषा का कुछ भी सुराग नहीं मिल पाया था। और पुलिस वालो ने भी कुछ खास मेहनत नहीं की जिसकी ...और पढ़ेसे तृषा का कुछ भी पता ठिकाना नहीं चल पाया उल्टे पुलिस वालों ने उन दोनों को डांट कर भगा दिया वे रोज अपनी बेटी के लिए थाने में आ जाते थे यह देख करके एक पुलिस वाले को गुस्सा आ गया भाग गई होगी तुम्हारी बेटीअपने किसी आशिक के साथ क्यों रोज रोज आ जाते हो दिमाग खराब करने सुनो अभी पढ़ो इश्क वाला love - भाग 7 177 654 रिया उस उम्र में पहुंच चुकी थी जहां से बिगड़ने की सबसे ज्यादा संभावना होती है मतलब अब वह 18 साल की हो गई थी। वह बहुत खूबसूरत थी और बहुत ही प्यारी थी , इसी वजह से मालती ...और पढ़ेबहुत ज्यादा डर लगा रहता था,उसे रिया की चिन्ता रहती थी ,लेकिन बिल्कुल बेपरवाह और बिंदास रहना चाहती थी मानो उसे लड़के और लड़की का भेद ही ना पता हो ,आखिर में मालती ने रियापर रोक-टोक लगाना शुरू कर दिया क्योकि वह जहां और जिस माहौल में रहती थी वहां का इनवायरमेंट ठीक नहीं था, रिया के अपने घर मेंआते सुनो अभी पढ़ो इश्क वाला love - भाग 8 153 672 दीदी , वहां नीचे मम्मी अकेले काम कर कर के मर रही हैं और आप यहां आ कर के यह कर रही हैं , रिया गुस्से से चिल्लाई और फिर नगमा की तरफ घूमी और दहाड़ी , ए ऐड़ी ...और पढ़ेमेरी दीदी को बिगाड़ रही है ,जहां जाना हो जा ,जा कर मर जो करना हो कर लेकिन यहा से तुरंत ही चलती फिरती नजर आ ,नहीं तो फिर एक मुक्के में जमीन चाटती सी नजर आएगी, बगल छत पर खड़ी नगमा को रिया ने अपना मुक्का तान कर कहा रिया की आदत नगमा जानती थी उसकी सिट्टी पिट्टी गुम सुनो अभी पढ़ो इश्क वाला ️️️️Love - भाग 9 225 897 देव का इस तरह चला जाना रिद्धिमा को बिल्कुल भी पसंद नहीं आया ,आज तक उसकी इस तरह से किसी ने इंसर्ट नहीं की थी ,वह बड़े बाप की बेटी थी लेकिन उसका दिल देव पर आ गया था ...और पढ़ेपहली बार उसने देव को देखा तभी से उसके दिल देव का हो गया , उसे देव की पर्सनालिटी इस कदर भा गई थी कि वह किसी भी कीमत पर देव के साथ दोस्ती करना चाहती थी , लेकिन देव ने उसे बुरी तरह से नकार दिया और दोस्ती तो दूर सीधे मुह बात भी नही की यही बात उसे सुनो अभी पढ़ो अन्य रसप्रद विकल्प हिंदी लघुकथा हिंदी आध्यात्मिक कथा हिंदी उपन्यास प्रकरण हिंदी प्रेरक कथा हिंदी क्लासिक कहानियां हिंदी बाल कथाएँ हिंदी हास्य कथाएं हिंदी पत्रिका हिंदी कविता हिंदी यात्रा विशेष हिंदी महिला विशेष हिंदी नाटक हिंदी प्रेम कथाएँ हिंदी जासूसी कहानी हिंदी सामाजिक कहानियां हिंदी रोमांचक कहानियाँ हिंदी मानवीय विज्ञान हिंदी मनोविज्ञान हिंदी स्वास्थ्य हिंदी जीवनी हिंदी पकाने की विधि हिंदी पत्र हिंदी डरावनी कहानी हिंदी फिल्म समीक्षा हिंदी पौराणिक कथा हिंदी पुस्तक समीक्षाएं हिंदी थ्रिलर हिंदी कल्पित-विज्ञान हिंदी व्यापार हिंदी खेल हिंदी जानवरों हिंदी ज्योतिष शास्त्र हिंदी विज्ञान हिंदी કંઈપણ Sunil Gupta फॉलो