Episodes

Broken with you... द्वारा  Alone Soul in Hindi Novels
सुबह होगी थी शायद में बस बिस्तर पर लेटी थी थोड़ा सा उदासी सी थी दिल में एक अजीब सा जैसे दर्द सा लग रहा था जैसे किसी का...
Broken with you... द्वारा  Alone Soul in Hindi Novels
एक सन्नाटा छा जाता है चुप चाप सब हो जाता है ये सड़क तक ना थरतगराती है चुप चाप सब हो जाता है कई जिश्मो में मुर्दे दफनाता...
Broken with you... द्वारा  Alone Soul in Hindi Novels
ये जो बनारसी रंग है , आज भी जहा जाता है अपनी छाप दे जाता है। बस मन ले कर अपनी गंगा मईया के पास बैठ जाओ तुम तो वहीं रह...
Broken with you... द्वारा  Alone Soul in Hindi Novels
अंजली, अंजली अंजली, उठो आज तो अपना बयान दर्ज करा दो ... क्या हुआ था कुछ तो बता दो .... (वकील साहब अपनी पूरी आश ले कर पह...
Broken with you... द्वारा  Alone Soul in Hindi Novels
{गजब ज़िन्दगी है हम राइटर की 500 सिगरेट , 15 घंटे बैठे बैठे पिछवाड़ा सुन्न हो जाता है , तब भी ये खाली पन्ना नहीं पूरा हो...