Jaisalmer border part-1 book and story is written by Deeps Gadhvi in Hindi . This story is getting good reader response on Matrubharti app and web since it is published free to read for all readers online. Jaisalmer border part-1 is also popular in फिक्शन कहानी in Hindi and it is receiving from online readers very fast. Signup now to get access to this story.
जैसलमेर बोर्डर - उपन्यास
Deeps Gadhvi
द्वारा
हिंदी फिक्शन कहानी
ज़िदगी के सफ़र मे ना जानें किस मोड़ पर क्यां होता हे क्यूँ होता हे उनका ना तो हम अंदाजा लगा सकते हैं और ना तो हमें उनकीं खबर होतीं हैं,जाने हुए रास्तों पर भी मैंने ऐसे मोड़ पर गहरा जख्म खाया है,पोलिस की ड्यूटी होती हीं ऐसी है जहाँ पर हमें सिर्फ सिस्टम को फोलो करना होता है,लेकीन सिस्टम फोलो करने पर जान तो हमारी ही दाव पर लगती हें ना, यह उस रोज़ की बात हें जब में राजस्थान में अपनी ड्यूटी कर रहा था,एक आइपीएस होंने के नाते मुझे एक जिम्मेदारी सौंपी गई थीं और उसी जिम्मेदारी
ज़िदगी के सफ़र मे ना जानें किस मोड़ पर क्यां होता हे क्यूँ होता हे उनका ना तो हम अंदाजा लगा सकते हैं और ना तो हमें उनकीं खबर होतीं हैं,जाने हुए रास्तों पर भी मैंने ऐसे मोड़ पर ...और पढ़ेजख्म खाया है,पोलिस की ड्यूटी होती हीं ऐसी है जहाँ पर हमें सिर्फ सिस्टम को फोलो करना होता है,लेकीन सिस्टम फोलो करने पर जान तो हमारी ही दाव पर लगती हें ना, यह उस रोज़ की बात हें जब में राजस्थान में अपनी ड्यूटी कर रहा था,एक आइपीएस होंने के नाते मुझे एक जिम्मेदारी सौंपी गई थीं और उसी जिम्मेदारी
अधुरे ख्वाब और अधुरी ख्वाहिशे जब तक पुरी नहीं होती तब तक हमें चैन नहीं पड़ता और मेरे साथ भी ऐसे ही हुआ जब में बोर्डर पर पहोचा और देखा की पाकिस्तानी एक मिलिट्रन के पास जयपुर उदयपुर और ...और पढ़ेका मेप था और उस मेप में कई जगहों पर मार्क कीया हुआ था राउन्ड मार्क्स कीया था जैसे की जयपुर में होटल रोयल पेलेस,जहाँ आइ.पी.एल के खिलाड़ी रूकने वाले होते है, उदयपुर में बड़ा सा सजाया हुआ रेल्वे स्टेशन और जैसलमेर के बोर्डर पर भी राउन्ड मार्क्स कीया हुआ था, जब मेने रंजीत सर से पुछा की जब हमने