A Secret Letter book and story is written by Hardik Chande in Hindi . This story is getting good reader response on Matrubharti app and web since it is published free to read for all readers online. A Secret Letter is also popular in लघुकथा in Hindi and it is receiving from online readers very fast. Signup now to get access to this story.
A Secret Letter - उपन्यास
Hardik Chande
द्वारा
हिंदी लघुकथा
DISCLAIMERप्रस्तुत कथा संपूर्ण: काल्पनिक है। इसका किसी भी घटना, व्यक्ति, स्थान, समय, जाति, लिंग, धर्म से कोई संबंध नहीं है। ये कथा का उद्देश्य किसी की भी भावनाओं को ठेस पहुँचाना नहीं है।× × × × × × × × × × × × × × × हर कहानी में कुछ न कुछ नया जरूर होता है, ये कहानी में भी कुछ नया है। ये कहानी है एक ऐसे रहस्य की, जिसको आज तक कोई पुलिस भी पकड़ नहीं पायी है। एक ऐसा रहस्य सामने आया है जिसमे एक पुराने जमाने का खंजर है, जिसके बलबूते पे एक परिवार पुरा तहस
DISCLAIMER
प्रस्तुत कथा संपूर्ण: काल्पनिक है। इसका किसी भी घटना, व्यक्ति, स्थान, समय, जाति, लिंग, धर्म से कोई संबंध नहीं है। ये कथा का उद्देश्य किसी की भी भावनाओं को ठेस पहुँचाना नहीं है।
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हर कहानी में कुछ न कुछ नया जरूर होता है, ये कहानी में भी कुछ नया है। ये कहानी है एक ऐसे रहस्य की, जिसको आज तक कोई पुलिस भी पकड़ नहीं पायी है। एक ऐसा रहस्य सामने आया है जिसमे एक पुराने जमाने का खंजर है, जिसके बलबूते पे एक परिवार पुरा
जैसे कि आपने पहले पार्ट में देखा,जीवा को एक अंजाना खत मिलता है जिसमे एक खंजर होता है और उसमें मिले एक कागज़ में एक शायरी भी लिखी हुई होती है। जीवा के पापा जीवा की मम्मी को फ़ोन ...और पढ़ेहै लेकिन हेल्लो बोलने के बाद फ़ोन कट हो जाता है। तो चलिए चलते है अब एक नये सफर पर! जीवा की मम्मी का फ़ोन कट हो जाता है और इस तरफ जीवा की मम्मी सोचती है,"ये फ़ोन की बैटरी को भी अभी खत्म होना था! पता नहीं क्या काम था जीवा को? उसने कोई
पिछले पार्ट में आपने देखा कि रजत पुलिस में कंप्लेंट करने से पहले फिर से एक बार अपने परिवार को उस खत के बारे में सोचने को कहता है, पर उसके पापा को ये बात अजीब लगती है। तभी ...और पढ़ेदरवाजा खटखटाता है और जब जीवा के पापा दरवाजा खोलते है तो सामने पुलिस इंस्पेक्टर खड़ा होता है। अब देखिए आगे! • • • • • • • • • • • • • "जी! माफ कीजिये हम आपको डिस्टर्ब कर रहे है, वैसे में इंस्पेक्टर राजवंश।" इंस्पेक्टर अपने आंख पर से काले गॉगल्स हटाके जीवा के पापा से कहते है।इंस्पेक्टर की
इंस्पेक्टर राजवंश महेश्वर के घर के अंदर आते है और उनसे इस घटना के बारे में पूछते है। महेश्वर पांडेय सारा घटना क्रम इंस्पेक्टर को कह देते है और महेश्वर इंस्पेक्टर से घर से बाहर निकल के सबके साथ ...और पढ़ेकरने के लिए कहता है। इंस्पेक्टर और जीवा के मम्मी-पापा बाहर आ जाते है। जीवा को उसने पापा ने फोन ले के बाहर आने का कहते है और थोड़ी देर में जीवा भी बाहर आ जाती है। इंस्पेक्टर घटना के बारे में जिस जिस को किसी अनजान पे शक गया हो वो लोग कॉन्स्टेबल को नाम लिखवा देने के लिए
पुलिस स्टेशन पहुँचते ही राजवंश महेश्वर के परिवार को फोन करके पुलिस स्टेशन बुला लेता है।15-20 मिनीट में ही जैसे तैसे जीवा और उसकी मम्मी पुलिस स्टेशन पहुँच जाते है, जब उनको इंस्पेक्टर फोन पे कहता है कि,'बाहर जो ...और पढ़ेहुआ था वो आपके पति ने किया था !'"पापा, आपने ये क्या किया? आपने उस नीरव को मार डाला? क्यों?" जीवा अपने पापा को रोते रोते पूछती है।महेश्वर जेल में बैठे बैठे रोते हुए बोलता है," बेटा मुझे ये मजबूरी में करना पड़ा। अगर में उसको ना मारता तो वो तुम्हे मार देता।"राजवंश ये सुन के महेश्वर को एक थप्पड़ लगा