Dhoka ya Pyar book and story is written by अजय भारद्वाज in Hindi . This story is getting good reader response on Matrubharti app and web since it is published free to read for all readers online. Dhoka ya Pyar is also popular in प्रेम कथाएँ in Hindi and it is receiving from online readers very fast. Signup now to get access to this story.
धोका या प्यार - उपन्यास
अजय भारद्वाज
द्वारा
हिंदी प्रेम कथाएँ
प्यार की परिभाषा क्या होती है शायद ही इस जमाने मै ही कोई समझ पाया हो मे करण मेरे पहले प्यार की शुरूआत होती है आज से दस साल पहले जब मै अपनी पढाई को खतम करके अपने गाँव आया था वो मेरी पहली मुलाकात आज भी मेरे दिल से मिटी नही है किर्ति नाम था उस लड़की का भोला चेहरा तीखे नैन गोल चेहरा कोई भी उसे देख ले तो पहली बार मे ही दीवाना हो जाये उसका जैसे मे हुआ था बाते ऐसी ऐसी करती थी जैसे उसका मेरे अलावा उसका दुनिया मे ही कोई और हो जब उसकी हक़ीकत मुझे पता चली तो मेरा दिल पूरी तरह से टुट गया और पहला प्यार ही बे
प्यार की परिभाषा क्या होती है शायद ही इस जमाने मै ही कोई समझ पाया हो मे करण मेरे पहले प्यार की शुरूआत होती है आज से दस साल पहले जब मै अपनी पढाई को खतम करके अपने गाँव ...और पढ़ेथा वो मेरी पहली मुलाकात आज भी मेरे दिल से मिटी नही है किर्ति नाम था उस लड़की का भोला चेहरा तीखे नैन गोल चेहरा कोई भी उसे देख ले तो पहली बार मे ही दीवाना हो जाये उसका जैसे मे हुआ था बाते ऐसी ऐसी करती थी जैसे उसका मेरे अलावा उसका दुनिया मे ही कोई और हो जब
पिछले भाग में आपने पढ़ा की कीर्ति से लड़ाई होने के बाद कैसे रेनू को लेकर शर्त लगी रेनू एक समझदार लड़की थी जो घर से कभी-कभी बाहर निकलती थी मेने ने शर्त तो लगा ली थी पर मे ...और पढ़ेसोच रहा था रेनू से कैसे मिलु कैसे बात हो अचानक मुझे याद आया रेनू सुबह 4:00 बजे उठकर दौड़ लगाने जाती थी मैंने भी प्लान बनाया मैं भी सुबह उठकर दौड़ लगाने जाऊंगा और उससे मिलूंगा और बात करूंगा यही सोचकर मैं पूरी रात सुबह 4:00 बजने का इंतजार करने लगा सुबह जब मेरी आँख खुली तो मैने देखा