Kishanlal Sharma लिखित उपन्यास मातृत्व - किराए की कोख

मातृत्व - किराए की कोख द्वारा  Kishanlal Sharma in Hindi Novels
"ऐसे नही,"सुशांत ने पत्नी को अपने से सटा या तो नताशा पति से अलग होते हुए बोली,"ऐसे नही।""तो कैसे?""पहले कंडोम।""ओहो नताश...
मातृत्व - किराए की कोख द्वारा  Kishanlal Sharma in Hindi Novels
पार्टी देर रात तक चलती रही।उसी रात वे हनीमून के लिए श्रीनगर के लिए रवाना हो गए थे।सुहागरात के दिन वह पति से बोली,"तुम जा...