Kishanlal Sharma लिखित उपन्यास संयोग - अनोखी प्रेम कथा

Episodes

संयोग - अनोखी प्रेम कथा द्वारा  Kishanlal Sharma in Hindi Novels
"धीरे धीरे अंधेरे को खदेड़कर उजाला धरती पर अपने पैर पसार रहा था।भोर का आगमन होते ही पेड़ो पर बैठे पक्षियों का कलरव स्वर गू...
संयोग - अनोखी प्रेम कथा द्वारा  Kishanlal Sharma in Hindi Novels
संगीता अपने बूढ़े पिता के साथ रहती थी।पिता को शराब पीने की बुरी लत थी।जिसकी वजह से उसे टी बी हो गयी थी।रात रात भर खांसता...
संयोग - अनोखी प्रेम कथा द्वारा  Kishanlal Sharma in Hindi Novels
"मालती""आपने बुलाया?"शंकर की आवाज सुनकर मालती चली आयी।"मालती यह संगीता है।इसे नहलाकर नए कपड़े मंगाकर पहनाओ।""यस सर्"।माल...
संयोग - अनोखी प्रेम कथा द्वारा  Kishanlal Sharma in Hindi Novels
"ज्यादा तारीफ मत करी।ऐसा कुछ नही है।""अगर ऐसा न होता तो लाखों दीवानन होते आपके।""यह सब शंकरजी की मेहरबानी है।"संगीता, र...