freind of kaliyug -INTERNET book and story is written by ADARSH PRATAP SINGH in Hindi . This story is getting good reader response on Matrubharti app and web since it is published free to read for all readers online. freind of kaliyug -INTERNET is also popular in मनोविज्ञान in Hindi and it is receiving from online readers very fast. Signup now to get access to this story. कलियुग का मित्र - INTERNET - उपन्यास ADARSH PRATAP SINGH द्वारा हिंदी मनोविज्ञान 2.5k Downloads 8.5k Views Writen by ADARSH PRATAP SINGH पढ़ें पूरी कहानी मोबाईल पर डाऊनलोड करें उपन्यास विवरण आइये हम जानते है कि इस कलियुग में बन रहे नए मित्र जैसे “INTERNET” दौर कलियुग का है जहाँ व्यक्ति ही असुर है और वही देवता है। भेदभाव करने में भरपूर,लोभी और गलत तर्कों के समूह का परिचय ही आज मनुषय हो गया है। इन सभी स्थितियों से बिल्कुल अलग एक और जिंदगी है जिसे “INTERNET” कहते है। जहाँ व्यक्ति एक ऐसे जाल में फस स जाता है जहाँ निकलना बहुत मुश्किल स हो जाता है मनुष्य जीवन मे इंटरनेट की भूमिका इतनी अधिक हो गयी है कि मनुष्य उस पर पूर्ण रूप से निर्भर हो गया है। मनुष्य जीवन More Interesting Options लघुकथा आध्यात्मिक कथा फिक्शन कहानी प्रेरक कथा क्लासिक कहानियां बाल कथाएँ हास्य कथाएं पत्रिका कविता यात्रा विशेष महिला विशेष नाटक प्रेम कथाएँ जासूसी कहानी सामाजिक कहानियां रोमांचक कहानियाँ मानवीय विज्ञान मनोविज्ञान स्वास्थ्य जीवनी पकाने की विधि पत्र डरावनी कहानी फिल्म समीक्षा पौराणिक कथा पुस्तक समीक्षाएं थ्रिलर कल्पित-विज्ञान व्यापार खेल जानवरों ज्योतिष शास्त्र विज्ञान कुछ भी क्राइम कहानी Load More Best Novels of 2025 Best Novels of 2025 Best Novels of January 2025 Best Novels of 2024 Best Novels of 2024 Best Novels of January 2024 Best Novels of February 2024 Best Novels of March 2024 Best Novels of April 2024 Best Novels of May 2024 Best Novels of June 2024 Best Novels of July 2024 Best Novels of August 2024 Best Novels of September 2024 Best Novels of October 2024 Best Novels of November 2024 Best Novels of December 2024 //= $best_novels_two_yr_ago_links; ?> नए एपिसोड्स : Every Wednesday Episodes Novels कलियुग का मित्र - INTERNET - 1 New आइये हम जानते है कि इस कलियुग में बन रहे नए मित्र जैसे “INTERNET” दौर कलियुग का है जहाँ व्यक्ति ही असुर है और वही देवता... Read Free //= $best_novels_links; ?> //= $best_novels_prev_links; ?> //= $best_novels_two_yr_ago_links; ?>