राजस्थान : रात का वक्त : मंदिर में एक लड़की दुल्हन के जोड़े में खड़ी थी । उमर करीब 19 साल । तीखे नैन नक्श , पतला सा चेहरा , गोरा रंग , सांचे में ढला शरीर , काली गहरी आंखें जो काफी सूज चुकी थी लेकिन फिर भी उसके चेहरे की सुंदरता कम नहीं हुई थी । उसने लाल रंग का लहंगा पहना हुआ था , जो काफी भारी था और उसके इर्द गिर्द जमीन पर घेरा बनाए हुए फैला हुआ था । सिर पर रखा लाल रंग का net वाला दुपट्टा जिसे pin up किया गया था । कमर में लगाया कमरबंद , कानों में लगाए लाल झुमके , हाथों में पहनी चूड़ियां , कलीरें , पैरों में पायलें और गले में पहना हुआ मोतियों का हार... उपर से हल्के मेकअप में वो लड़की बला की खूबसूरत नजर आ रही थी ।

1

बैरी पिया.... - 1

राजस्थान : रात का वक्त : मंदिर में एक लड़की दुल्हन के जोड़े में खड़ी थी । उमर करीब साल । तीखे नैन नक्श , पतला सा चेहरा , गोरा रंग , सांचे में ढला शरीर , काली गहरी आंखें जो काफी सूज चुकी थी लेकिन फिर भी उसके चेहरे की सुंदरता कम नहीं हुई थी । उसने लाल रंग का लहंगा पहना हुआ था , जो काफी भारी था और उसके इर्द गिर्द जमीन पर घेरा बनाए हुए फैला हुआ था । सिर पर रखा लाल रंग का net वाला दुपट्टा जिसे pin up किया गया था । ...और पढ़े

2

बैरी पिया.... - 2

दक्ष ने संयम को बताया कि उस लड़की ने राठी को भगाने में मदद की थी तो संयम के स्क्रीन पर चलते हाथ रुक गए । और चेहरे के भाव गहरे हो गए । °°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°° फ्लैश बैक... : दो दिन पहले : शिविका एक खाली सड़क पर एक खाकी पुलिस कि कमीज और शॉर्ट्स पहने चली जा रही थी । तभी अचानक से उसे बोहोत सी गाड़ियों के चलने की आवाज़ें आने लगी । शिविका ने सामने देखा तो एकदम से एक गाड़ी में धमाका हुआ और वो गाड़ी हवा में उड़ गई । गाड़ी पूरी तरह से आगे ...और पढ़े

3

बैरी पिया.... - 4

शिविका ने पंडित जी को प्रणाम किया और गठबंधन का कपड़ा और अपना लहंगा उठाए लंगड़ाते हुए मंदिर से उतर गई । शिविका गाड़ी में आकर बैठ गई जिसमे संयम पहले से ही बैठा हुआ था । उसके चेहरे पर अब फिर से कोई भाव नहीं थे । शिविका का लहंगा बोहोत भारी और फैलाओ वाला था जिस वजह से वो गाड़ी में बोहोत जगह घेर रहा था । हालांकि गाड़ी काफी बड़ी थी लेकिन फिर भी शिविका उस लहंगे के साथ ढंग से नहीं बैठी थी । ड्राइवर ने गाड़ी को चला दिया । संयम के चेहरे के ...और पढ़े

4

बैरी पिया.... - 3

सीढ़ियों पर लड़खड़ाने की वजह से शिविका के पैर में मोच आ गई थी । शिविका ने अपने पेट रखे उस सख्त हाथ पर अपने दोनों हाथों को रख दिया । " कोई मेरे काम में दखल दे.... मुझे बिल्कुल भी बर्दाश्त नहीं..... । इसने संयम का काम बिगाड़ा है तो सजा भी संयम ही देगा..... । किसी और को हक नहीं है.... " । बोलते हुए संयम ने शिविका की कमर में अपनी उंगलियां धंसाते हुए झटके से उसे अपनी ओर खींच लिया । । शिविका उसके सीने से जाकर टकराई । संयम की छुअन में शिविका सख्ती ...और पढ़े

5

बैरी पिया.... - 5

संयम शिविका के नजदीक बढ़ने लगा तो शिविका पीछे की ओर जाने लगी । उसका सीना बोहोत तेज़ी से बाहर जाने लगा । संयम ने उसकी चेस्ट की तरफ देखा । शिविका ने उसकी नज़र देख ली थी । शिविका का दिल जोरों से धड़कने लगा । ।संयम ने शिविका की पीठ पर हाथ रखकर उसे अपने बेहद करीब खींच लिया । शिविका के हाथ उसके सीने पर चले गए । शिविका ने मुट्ठियां बनाई हुई थी । शिविका सहमी हुई सी उसे देखने लगी । संयम ने शिविका के होंठों को देखा । और फिर अपने होंठ उसके ...और पढ़े

6

बैरी पिया.... - 6

शिविका ने लिफ्ट में आकर नीचे का बटन दबाया तो लिफ्ट आकर ग्राउंड फ्लोर पर रुकी । सुबह हो थी तो हर तरफ उजाला था और विल्ला के अंदर भी रोशनी आ रही थी तो सब कुछ साफ साफ दिखाई दे रहा था । रात के समय वो विला जितना खतरनाक दिख रहा था उतना डरावना अभी वो नहीं लग रहा था । शिविका नेे एक गहरी सांस ली और शिविका लिफ्ट से बाहर आ गई । जैसे ही उसने लिफ्ट से स्टेप आउट किया एक रेड लाइट से उसके आगे एक रास्ता बन गया । मानो शिविका को ...और पढ़े

7

बैरी पिया.... - 7

संयम शिविका के सामने जूस का ग्लास पकड़े खड़ा था । सर्वेंट ने उसे मुंह पोंछने के लिए टिश्यू दिया तो शिविका ने मुंह साफ कर लिया ।संयम ने जूस का गिलास शिविका के होठों की ओर बढ़ा दिया । शिविका आंखें बड़ी करके उसे देखने लगी । " आप जबरदस्ती नहीं कर सकते.... । मुझे नही पीना है..... । मैं डायबिटीज की पेशेंट नही हूं..... और ना ही मुझे करेला पसंद है..... " बोलते हुए शिविका लगभग चिल्ला दी... । संयम ने गुस्से से उसे घूरा और फिर ग्लास को जमीन पर पटक दिया । शिविका ने आंखें ...और पढ़े

8

बैरी पिया.... - 8

संयम शिविका को उठाए बाहर dining area में आ गया और उसे कुर्सी पर बैठाकर उसने हाथ से दो क्लैपिंग कर दी... । सर्वेंट् हाथ में एक बाउल उठाए हुए बाहर आया और उसने शिविका के सामने वो बाउल रख दिया । बाऊल को ढक्कन से ढका हुआ था । सर्वेंट हाथ बांधे पीछे खड़ा हो गया । संयम ने बाऊल के ऊपर से ढक्कन हटाया तो शिविका को उसमें से बहुत गंदी बदबू आने लगी । उसने अपनी नाक पर हाथ रख लिया ।संयम उसके पीछे खड़ा होते हुए उसकी चेयर के दोनों तरफ हाथ रखकर उसके कान ...और पढ़े

9

बैरी पिया.... - 9

शाम का वक्त : संयम जब कमरे में वापिस आया तो उसकी नज़र सोफे पर सो रही शिविका पर गई ।शिविका की एक बाजू सोफे से नीचे लटक रही थी । संयम के कदम अपने आप ही उसकी ओर बढ़ गए । संयम ने उसे ठीक से सुलाया और कुछ पल देखकर वाशरूम की ओर चल दिया । संयम जब वापिस आया तो शिविका फिर से वैसे ही बाजू लटका कर सो रही थी ।" Silly girl " बोलकर संयम ने कुछ देर उसे घूरा और फिर कुछ सोचते हुए कमरे से attached स्टडी रूम में चला गया । ...और पढ़े

10

बैरी पिया.... - 10

डॉक्टर ने शिविका की पट्टी कर दी तो संयम शिवाक्ष को गोद में उठाए बाहर निकल गया । शिविका मुड़कर केबिन की ओर देखती रही जहां से अभी भी डॉक्टर के चिल्लाने की आवाज आ रही थी । संयम ने उसे डाइनिंग टेबल पर बैठा दिया । बाहर के एरिया में वो सब आवाज़ें आनी बंद हो गई थी । वहां की हर एक दीवार साउंड प्रूफ लग रही थी । " Keep sitting here... " बोलकर संयम वापिस से लिफ्ट की ओर चल दिया । शिविका ने उसे जाते हुए देखा और फिर सोच में पड़ गई । ...और पढ़े

11

बैरी पिया.... - 11

कुछ वक्त बाद रेत के टीलों के बीचों बीच आकर गाडियां रुकी । संयम बाहर निकल गया । शिविका बाहर निकली तो अब उस जगह को बिल्कुल साफ करवा दिया गया था । उस दिन जो कुछ भी यहां हुआ था उसका अब कोई निशान नहीं था ।शिविका ने इधर उधर नजरें दौड़ाई... । दक्ष भी गाड़ी से उतर कर आगे आ गया । संयम ने शिविका को देखा और उसके पास आकर उसकी कमर पर हाथ रखके बोला " कहां है..... ?? " ।अपनी कमर पर किसी का हाथ रखे जाने से शिविका थोड़ा घबरा गई । फिर ...और पढ़े

12

बैरी पिया.... - 12

शिविका ने कुछ पल संयम को देखा और फिर डरते हुए अपना हाथ आगे बढ़ा दिया । संयम ने उसका हाथ पकड़ लिया और उसे झटके के साथ उठा लिया । शिविका ने संयम के कंधों को कसकर पकड़ लिया । संयम ने उसकी कमर थाम ली । सभी की नजरें अभी नीची थी । दक्ष को नही समझ आ रहा था कि गद्दारी करने में मौत से बत्तर सजा देने वाला संयम इतने आराम से शिविका से क्यों बात कर रहा था ।हालांकि दक्ष जानता था कि जिस लहजे में संयम बात कर रहा है वो कोई प्यार ...और पढ़े

13

बैरी पिया.... - 13

राजस्थान :संयम के विला में एक private room में : संयम एक ब्लैक कलर की बड़ी सी आर्मचेयर पर के सामने बैठा हुआ था । उसने टेबल पर अपने पैर क्रॉस करके टिकाए हुए थे । और आंखें बंद करके उसमे सिर पीछे कुर्सी से लगाया हुआ था । उसके हाथ कुर्सी की arm पर tap करते हुए चल रहे थे । कमरे में लगभग 30 से 40 आदमी मौजूद थे लेकिन फिर भी संयम की उंगलियों के कुर्सी पर चलने की आवाज बोहोत क्लियर थी । या यूं कहें कि सिर्फ वही आवाज थी जो सुनाई दे रही ...और पढ़े

14

बैरी पिया.... - 14

संयम जैसे ही बाथरूम में जाने लगा तो पीछे से कुछ गिरने की आवाज उसे आई । " क्या दिया... " बोलते हुए संयम ने पीछे मुड़कर देखा तो शिविका सोफे से नीचे गिर गई थी । वो आंखें छोटी करके देखने लगा ।शिविका नीचे बैठी अपना सिर सहला रही थी । संयम उसके पास आया और घुटनों के बल बैठते हुए बोला " are you trying to seek my attention..... " बोलते हुए उसने शिविका को बाजू से पकड़ा ।शिविका सहमी हुई सी उसे देखने लगी । संयम उसकी ड्रेस की स्ट्रैप को पकड़ कर उसके कंधे पर ...और पढ़े

15

बैरी पिया.... - 15

संयम उठा और उसे पीछे से hug कर लिया । ।शिविका ने मुट्ठी कस ली । संयम के हाथ के कंधे से होकर उसकी बाजू पर उपर से नीचे की ओर फिसलते हुए उसके हाथों की मुट्ठियों तक पहुंच गए । फिर उसने अपने हाथों को शिविका के पेट पर लपेट लिया ।शिविका की सांसें मानो थम सी गई हो । ये संयम क्या करने लगा था । शिविका की टांगें कांपने लगी थी । संयम ने उसकी गर्दन पर अपने होंठ टिका दिए । शिविका ने कसकर आंखें मिच ली और सिसकी भरी गहरी सांस ली ।संयम ने ...और पढ़े

16

बैरी पिया.... - 16

संयम कपड़े पहनकर वापिस रूम में आया तो शिविका सोफे की बैक की ओर सिर करके लेटी हुई थी उसने अपना चेहरा सोफे में दबाया हुआ था । शिविका ने जब संयम के आने की आवाज सुनी थी तो अपनी मुठिया कसकर बांध ली और सोफे की सीट में ही चेहरा घुसा लिया था । उसे नींद नही आई थी और वो जागी हुई थी संयम ये बात जानता था । उसके पास आकर संयम उसके पांव को छूने लगा । शिविका को सिहरन सी होने लगी पर ना ही उसने अपनी आंखें खोली और ना ही कुछ बोला ...और पढ़े

17

बैरी पिया.... - 17

संयम ग्लास विंडो से बाहर झांक रहा था । उसे वो दिन याद आया जब उसने पहली बार शिविका देखा था । संयम याद करते हुए यादों में खो गया । फ्लैश बैक... : शाम का वक्त :शाम का वक्त था और हल्का अंधेरा होने लगा था । संयम अपनी गाड़ी में बैठा दक्ष के वहां आने का इंतजार कर रहा था । घायल होने के बावजूद दक्ष एक डील करने गया हुआ था जो उनके illegal कामों से जुड़ी थी ।अक्सर इन डील्स में सामने रहने वाला चेहरा दक्ष का ही होता था । SK के नाम पर ...और पढ़े

18

बैरी पिया.... - 18

अगली सुबह : संयम कमरे में आया तो शिविका सोई हुई थी । उसके बाल कुछ सोफे पर और उसके उपर बिखरे हुए थे । एक टांग उसने सोफे की बैक के उपर चढ़ाई हुई थी और सिर सोफे से नीचे लटकाया हुआ था । ।संयम के कदम सहसा ही उसकी ओर बढ़ चले । उसने उसके चेहरे के उपर से फूक मार कर बाल हटा दिए । शिविका ने चेहरे के उपर हवा में उड़ाया मानो मच्छर भगा रही हो फिर उसने अपने चेहरे पर हाथ रख दिया ।संयम ने सिर हिलाया और फिर वाशरूम चला गया । ...और पढ़े

19

बैरी पिया.... - 19

संयम ने मास्क पहना और शिविका का हाथ पकड़कर मॉल के अंदर चला गया । शिविका भी बिना कुछ उसके पीछे अंदर चल दी । ।अंदर जाते ही सब लोग दोनो की तरफ देखने लगे । दोनो साथ में बोहोत क्लासी लग रहे थे । संयम ने किसी पर भी ध्यान नहीं दिया और शिविका को लिए लिफ्ट में चला गया । 5 फ्लोर पर आकर लिफ्ट रुकी । संयम और शिविका उससे बाहर निकल आए ।संयम " जो चाहिए खरीद लो...... " ।शिविका आगे जाने लगी तो संयम भी उसके पीछे चल दिया । शिविका रुकी और उसे ...और पढ़े

20

बैरी पिया.... - 20

संयम ने मेन काउंटर पर आकर बिल पे किया तो 30000 का बिल आया था । शिविका ने उसकी हैरानी से देखा । उसने तो बस कुछ ही सामान और ड्रेसेज ली थी फिर इतना बिल कैसे आ गया । हालांकि वो पहले ही जानती थी कि वो मॉल काफी costly था । संयम शिविका को लेकर बाहर निकल गया । ड्राइवर ने bags गाड़ी में रख दिए थे । संयम ने शिविका को गाड़ी में बैठाया और दूसरी तरफ से आकर खुद गाड़ी में बैठने लगा ।संयम बैठा ही था और ड्राइवर दरवाजा बंद कर ही रहा था ...और पढ़े

21

बैरी पिया.... - 21

कुछ देर बाद संयम की गाड़ी विला के बाहर आकर रूकी । संयम ने खींचकर शिविका को बाहर निकाला अंदर चल दिया । शिविका ने दुसरे हाथ से उसकी बाजू को कसकर पकड़ लिया और लगभग गिरते पड़ते हुए उसके पीछे चल दी ।अंदर एंटर करके संयम लेफ्ट को मुड़ गया और एक दरवाजा अनलॉक करके अंदर चला गया ।अंदर जाकर उसने शिविका को झटके से छोड़ दिया । कमरा अंधेरा सा था बस लाल रंग की रोशनी अंदर फैली हुई थी और उसी की रोशनी में कमरा दिखाई दे रहा था । और इलेक्ट्रिकल और लोहे का बोहोत ...और पढ़े

22

बैरी पिया.... - 22

संयम ने कुछ देर उसे देखा और फिर कमरे से बाहर जाने लगा तो शिविका ने पूछा " उस आप ही ने बचाया था ना SK... ?? " ।संयम ने उसे देखा और बोला " hmmm.. " । फिर वहां से बाहर निकल गया । शिविका उठकर बैठ गई । और बंद हो रहे दरवाजे को देखने लगी । जितना बुरा वो संयम को समझ रही थी असल में वो उतना भी बुरा अब उसे नहीं लग रहा था । जब वो उसके लिए बिल्कुल अनजान थी उस वक्त संयम ने उसकी मदद की थी जो कि आज के ...और पढ़े

23

बैरी पिया.... - 23

" may i sit here..... ?? " पूछते हुए विनय ने शिविका के बगल वाली चेयर पर हाथ रखा " Sure.... " शिविका ने नॉर्मली कहा । तो विनय बैठ गया ।विनय ने ड्रिंक का ग्लास शिविका की ओर बढ़ाया । शिविका ने ग्लास नही लिया । " No thanks... " बोलकर शिविका उठकर वहां से चली गई । विनय मुंह खोले उसे जाता देखता रहा । तरुण हंस दिया । " No doubght... वो संयम के साथ क्यों है... " बोलते हुए उसने बची हुई ड्रिंक एक ही घूंट में पी ली । और दूसरी लेने चला गया ...और पढ़े

24

बैरी पिया.... - 24

अगली सुबह : शिविका उठी तो अपने आप को कंबल से कवर पाया । वो उठकर वाशरूम गई और कपड़े लेकर बाथरूम में नहाने चली गई । बाहर आई तो सोफे पर एक बैग रखा हुआ था ।शिविका ने देखा तो उसमे एक फोन का बॉक्स था । शिविका ने बॉक्स खोला और फोन निकाला । साथ ही एक सिम कार्ड भी रखा हुआ था । शिविका ने देखा तो पास ही में एक 5 लाख का चेक भी रखा हुआ था । संयम ने उसे दो कार्ड्स दिए थे । शिविका को उस वक्त ये खयाल ही नहीं ...और पढ़े

अन्य रसप्रद विकल्प