यह कहानी है अंश और सौम्या की। एक तरफ है हमारे कहानी के हीरो अंश सिंघानिया जो है सिंघानिया ग्रुप ऑफ कंपनी के सीईओ और साथ में माफिया वर्ल्ड के बादशाह जिन्हे सब डेविल के नाम से जानते हैं। जो है बहुत ही ज्यादा गुस्से वाले और इन्हे लड़कियों से नफरत क्योंकि इन्हे लगता हैं की प्यार सिर्फ कमज़ोरी को ही जन्म देती है। दूसरी तरफ है हमारी हीरोइन सौम्या, जो है बहुत शान्त और मासूम सी लड़की और जिसे है अपने परिवार से अपनी जान से भी ज्यादा प्यार। और क्या होगा जब यह दोनो टकराएंगे ?

नए एपिसोड्स : : Every Tuesday, Thursday & Saturday

1

तेरा मेरा ये रिश्ता - 1

यह कहानी है अंश और सौम्या की, अंश जो है आग की तरह गुस्से वाला और दूसरी तरफ सोना शांत स्वभाव और मासूम सी लड़की है तो क्या होगा जब यह दोनो एक दूसरे से टकराएंगे ? ...और पढ़े

2

तेरा मेरा ये रिश्ता - 2

अगली सुबह, अंश रोज की तरह ही अपने ऑफिस के लिए तैयार हो रहा होता है और फिर सब टेबल पर मौजूद हो जाते है क्योंकि सिंगनिया परिवार का एक बड़ा रुल है की सुबह का नाश्ता और रात का खाना सब को साथ ही करना होगा। यह सब अंश के दादा जी का कहना है और उन की बात कोई भी नही ताल सकता है उन होने कह दिया तो वो पत्थर की लकीर हो जाती हैं इसलिए सब को उन की बात माननी पड़ती हैं और खास कर अंश को भी पता है की दादा जी की ...और पढ़े

3

तेरा मेरा ये रिश्ता - 3

अगली सुबह, आज रिया बहुत खुश होती है क्योंकि आज उस का जन्मदिन है और उस को लग रहा है कि हर बार की तरह सब घर वाले उस को नीचे जाते है Birthday Wish करेंगे इसलिए रिया बहुत जल्दी जल्दी तैयार हो रही होती हैं क्योंकि रिया हर बार की तरह आज भी देर से ही उठी है। रिया जल्दी नीचे आती है तो अमृत उस से कहता है, "अरे छोटी संभाल के अभी गिर जाती ना तू, आज कल तेरा ध्यान किधर रहता है।" रिया, अमृत को देख कहती है, "वो भैया....!" रिया की बात सुन, अमृत ...और पढ़े

4

तेरा मेरा ये रिश्ता - 4

रिया के सिंघानिया मैंशन से चले जाने के बाद, श्रेया भी रिया के साथ ही बाहर चली जाती है सब ने सोचा होता है कि जब तक सब तैयार होंगे तब तक श्रेया, रिया को बाहर ही रोक के रखेगी। पर आज रिया, श्रेया की एक भी बात सुनने को तैयार नहीं थी और भला कैसे हो जाती उस की इकलौती दोस्त उस का जन्मदिन जो भूल गई थी तो बस इसलिए वो उस की कोई बात नही मान रही होती हैं। श्रेया अपने मन में कहती हैं, "क्या यार यश भाई ने कहा फसा दिया मुझे, और यह ...और पढ़े

5

तेरा मेरा ये रिश्ता - 5

अब अमृत, यश से पूछता है, "वैसे तूने किया क्या था जिस को देख मेरी छोटी (रिया) बेहोश ही गई ?" अमृत की बात सुनते ही सब घर वाले अब यश को घूर के देख रहे होते हैं, फिर अमृत दुबारा कहता है, "और यश के साथ मिलकर तो सिद्धार्थ, समीर और मैने ने भी तो सरप्राइज़ पार्टी तैयारी की थी और हमें जितना पता है हम ने तो ऐसा कुछ भी नही किया जिस से छोटी को कोई परेशानी हो सके और इसी कारण तो मैं यश का साथ भी दे रहा था क्योंकि मुझे लगा अंश को ...और पढ़े

6

तेरा मेरा ये रिश्ता - 6

जब अंश ये कह देता हैं, "तुम जो मांगेगी वो मै तुम्हे देने के लिए तैयार हु" जिसे सुन के चेहरे पर एक बड़ी सी मुस्कान आ जाती है।जिसे देख सब घर वाले घबरा जाते हैं और सोच रहे होते है, "अब रिया क्या मांगने वाली है !"रिया के चेहरे पर मुस्कान देख, अब अंश उस से पूछता है, "बोलो क्या चाहिए तुम्हे ?"अपने अंश भैया की बात सुन, रिया बड़े प्यार से कहती है, "भैया मुझे न एक प्यारी सी भाभी लाकर दे दो ना, जिनके साथ, मै बहुत मस्ती करूंगी !"रिया की बात सुन, अंश थोड़ा सा ...और पढ़े

7

तेरा मेरा ये रिश्ता - 7

राजस्थान में, सुबह का समय, राठौड मैंशन देखने में किसी राजस्थान की शाही हवेली की तरह लगता हैं। यहां हर चीज में आप को Royal Feeling आएगी। ये एक बहुत बड़ी जगह पर होता है, देखने भर से ही आप इस जगह के दीवाने हो सकते हो और बार बार देखने का दिल कर सकता है। साथ में ये जगह जितनी खूबसूरत है यहां पर रहने वाले लोगों में कुछ मे इस का अंश नजर आता है और कुछ मे बिलकुल भी नहीं, कहने का मतलब है कि जरूरी नहीं होता जैसी जगह पर इंसान रहता हो, उस का ...और पढ़े

8

तेरा मेरा ये रिश्ता - 8

किट्टू सोचती है, "ऐसा भी क्या सोच रही है हेमा दीदी जो इतना हस रही है।" किट्टू सोच ही थी कि अचानक से हेमा उस की तरफ अपनी Bike से किट्टू को टकर मारने को होती है पर जब तक किट्टू तो आगे निकल जाती और हेमा का Balance बिगड़ने की वजह से उस की bike खाई में गिर जाती हैं और हेमा उस खाई की एक चट्टान को पकड़ लेती है और कहती हैं, "कोई बचाओ मुझे !" जब सब लोग ये सब देखते हैं तो कुछ लोग कहते हैं, "अच्छा ही हुआ इस के साथ, Death Queen ...और पढ़े

9

तेरा मेरा ये रिश्ता - 9

उन best डॉक्टर्स की बात सुन, शालिनी रोते रोते ही बेहोश हो जाती हैं और हेमा उस को संभाल हॉस्पिटल की कुर्सी पर बैठा देती हैं और उस के पास बैठ जाती है पर अभी उस को संभालना उस के बस में नहीं होगा यही सोच कर हेमा, शालिनी को होश में नही लाती है। उधर, राठौड़ मिशन में, सुबह के 8:30 बजे, काव्या अपने कमरे से तैयार होकर बाहर आ रही होती हैं साथ में कह रही होती हैं, "किट्टू....किट्टू, बच्चा कब तक सोएगी, अब उठ भी जाओ।" काव्या, किट्टू के कमरे का दरवाजा खटखटा ही रही होती ...और पढ़े

10

तेरा मेरा ये रिश्ता - 10

राजस्थान में, उदयपुर में, राठौड़ मैंशन में, काव्या बार बार राहुल से पूछ रही होती हैं कि उस की को क्या हुआ है पर राहुल से तो बोला ही नही जा रहा होता है। अब दादा जी बोलते हैं, "अगर तुम ने अभी भी नही बताया ना कि मेरी नन्ही सी जान को क्या हुआ है तो मै वो कर जाऊंगा जो मै बहुत पहले छोड़ चुका हू इसलिए प्यार से पूछ रहा हु बता दे।" दादा जी की बात सुन, राहुल डर जाता और कहता है, "सर राठौड़ मैंशन की पार्किंग एरिया में सब cars मौजूद है शिवाए ...और पढ़े

11

तेरा मेरा ये रिश्ता - 11

काव्या उस लड़की को अपनी किट्टू यानी नन्हीं सी जान समझ रही होती हैं और उस को देख उस दिल रोने का कर रहा होता है क्योंकि उस से अपनी तीन साल छोटी बहन का ये हाल देखा नही जा रहा होता है। जब दादा जी उस लड़की के उस आईसीयू के दरवाजे पर गोल शीशे से देखते हैं तो उन की आंखों में अंशु आ जाते है। पर फिर वो अपने आप को संभाल लेते हैं क्योंकि काव्या को भी तो उन्हे ही तो संभालना होगा। काव्या और दादा जी दोनो के पी ए और बॉडीगार्ड्स भी उस ...और पढ़े

12

तेरा मेरा ये रिश्ता - 12

दो घंटे बाद, प्रतापगढ के एक विला में, हरीश के बुलावा भेजवा देने के बाद, जयपुर के पुलिस कमिश्नर सिंह चौधरी, वहा आ जाते है और अंदर पहुंचते ही कहते है, "खाममा घणी बड़े राठौड़ सा, और आप ने मुझे बुलाया।" सतपाल जी की बात सुन, दादा जी कहते है, "हां हमे, तुम से कुछ पूछना है !" दादा जी की बात सुन, सतपाल जी बड़े आदर के साथ कहते है, "जी कहिए, बड़े राठौड़ सा आप को मुझसे क्या पूछना है।" सतपाल जी की बात सुन, दादा जी उन से पूछते हैं, "तुम्हरा कोई खास आदमी है जो ...और पढ़े

13

तेरा मेरा ये रिश्ता - 13

हेमा की बात सुन, शालिनी उस से कहती हैं, "मै, अब तुम्हे अपनी जिंदगी का कड़वा सच बताने जा हु तो ध्यान से सुनो !" मेरा भैया ने कहा, "हमारे मम्मी पापा जिस कार से मुम्बई के लिए निकले थे, उस कार में पापा के बिज़नेस में बने दुश्मनों ने बॉम छुपा दिया था, जिस से जब वो बॉम फटा तो मम्मी पापा की कार मुंबई के आस पास ही पहुंची थी कि उन की कार के साथ साथ उन के भी चिथड़े उड़ गए और जब ये हादसा हुआ तो मेरे फूफा जी ने, मेरे वंश भैया को ...और पढ़े

14

तेरा मेरा ये रिश्ता - 14

अगली सुबह, मित्तल विला बहुत अच्छे से सजाया जाता हैं क्योंकि घर में पूरे दो साल बाद खुशियां वापस रही होती हैं और घर के सभी लोगो के चेहरे पर एक अलग सी ही मुसकान नज़र आ रही होती हैं। फिर मेरी बुआ, अभिषेक भैया से पूछती हैं, "सुन, जरा वंश से पूछ तो उस की दिल्ली की फ्लाइट मुंबई कब तक पहुंच जायेगी, जिस से मै, खुद अपने बेटे को लेने एयरपोर्ट जाऊं।" बुआ की बात सुन, अभिषेक भैया कहते है, "ठीक है मां, मै अभी उस से पूछ के बताता हूं।" बुआ के कहने पर, अभिषेक भैया ...और पढ़े

15

तेरा मेरा ये रिश्ता - 15

शालिनी कहती हैं, " जब मैं, बुआ जी के कमरे के दरवाजे तक पहुंची तो वो थोड़ा सा खुला था और जैसे ही मैं उस दरवाजे को पूरा खोलने के लिए आगे बढ़ती हु तो फूफा जी, बुआ जी से कुछ कह रहे होते है जिसे सुन, मेरे पैर वही थम से जाते है।" मेरे बुआ बहुत ज्यादा रो रही होती हैं और फूफा जी के गले लगते हुए कहती हैं, "गौरव, तुम तो जानते ही हो कि मेरे मम्मी पापा के जाने के बाद सौरव भैया ही मेरे सब कुछ थे और मैने कभी भी अपने सौरव भैया ...और पढ़े

16

तेरा मेरा ये रिश्ता - 16

शालिनी आगे कहती हैं, "मुझे कुछ समय बाद होश आ जाता हैं तब तक बुआ जी की हालत बहुत खराब हो गई थी, उन का रो रोकर बुरा हाल हो गया था, वो बार बार अपने आप को कोस रही थी।"बुआ जी, फूफा जी को देख के कहती है, "वो क्यों वंश भैया के कहने पर उन को दिल्ली छोड़ के आई और ना वो वंश भैया को छोड़ के आती और न ये सब देखना पड़ता !"बुआ जी की बातो को सुन, फूफा जी उन को समझाते हुए कहते है, "रजनी....रजनी मेरी बात तो सुनो !"फूफा जी बार ...और पढ़े

17

तेरा मेरा ये रिश्ता - 17

अगले दिन,सुबह का समय,शालिनी कहती हैं, "मेरी जिद के आगे बुआ और फूफा जी झुक गए थे, फिर मैं ज्यादा से ज्यादा समय अपने वंश भैया को देने लगी क्योंकि मुझे लग रहा था कि मैं ज्यादा से ज्यादा समय अपने भैया को दूंगी तो उनकी जल्दी रिकवरी हो जायेगी और वो जल्द से जल्द ठीक हो जाएंगे !"शालिनी आगे कहती हैं, "मेरी बुआ मुझे रोज समझाती थी पर मै किसी की सुनने को तैयार ही नहीं हो रही थी, अब मेरी बुआ और फूफा जी भी मेरे लिए परेशान रहने लग गए थे !"शालिनी बोल रही होती हैं, ...और पढ़े

18

तेरा मेरा ये रिश्ता - 18

हेमा, मुझसे पूछती है, "तुम ने ऐसा क्या देखा कि तुम उस भूमि से अपनी जान की भीख मांग थी और क्यो ?" हेमा की बात सुन, शालिनी कहती हैं, "मेने देखा कि भूमि मुझे उस हॉल मे अकेला छोड़ उस जालीदार गेट को बंद कर रही थी !" तो मैने उस से पूछा, "तुम ये सब क्या कर रही हो, तो वो मुझसे बहुत बातामीजी के साथ कहने लगती हैं, "तूने क्या सोचा था कि मै, भूमि शर्मा, तुझे ये किला घुमाऊंगी, तूने सोच भी कैसे लिया, अपनी शकल देखी है कभी, बड़ी आई महारानी साहिबा !" भूमि ...और पढ़े

19

तेरा मेरा ये रिश्ता - 19

शालिनी को इतना डरा देख, अभय उस के पास आ जाता हैं और उस से कहता है, ऐसा क्या देख लिया तुम ने, जो तुम दो साल बाद भी इतना डर रही हो ? शालिनी से तो कुछ बोला ही नही जा रहा होता है मानो जैसे वो सब कुछ बताते हुए वो खुद ही उस को महसूस भी कर रही हो, शालिनी की ऐसी हालत देख अभय तो पता नही क्या होता है कि वो, शालिनी को अपने गले से लगा लेता है और उस को शांत करने की कोशिश करने लगता हैं। जब शालिनी शांत नही होती ...और पढ़े

अन्य रसप्रद विकल्प