हिंदी रोमांचक कहानियाँ कहानियाँ मुफ्त में पढ़ेंंऔर PDF डाउनलोड करें

मिस्टर एम
द्वारा नंदलाल मणि त्रिपाठी

मिस्टर एम् -आशीष बहुत परेशान रहता उंसे सदैव ही लगता कोई ऐसी वस्तु है जिसको जाने पाए बिना वह अधूरा है अपनी जिज्ञासा की शांति के लिए देव जोशी ...

झोपड़ी - 6 - राजपूत का प्यार
द्वारा Super

राजपुत्र शब्द का अपभ्रन्श राजपूत है। अभय सिंह एक राजपूत परिवार से है। वह एक लड़की निर्मला से प्यार करता है निर्मला भी उससे बहुत प्यार करती है। अभय ...

अरेंज मैरेज - 3 - अंतिम भाग
द्वारा Miss Chhotti

सबसे पहले मे मेरे सभी दोस्तों से माफी चाहती हु। क्योंकि मेने ये स्टोरी पूरी करने मे बहोत वक्त लगा दिया। इस स्टोरी का आखरी पार्ट शेयर कर रही ...

लड़के भी रोते हैं - पार्ट 1
द्वारा Saurabh kumar Thakur

हाँ, सच में लड़के नहीं रोते, चाहे जेब एक भी पैसा नहीं हो बाजार से कई चीजें खरीदने को मन करे....... भयंकर भूख लगी हुई हो, पापा से पैसे ...

झोपड़ी - 5 - मौसी जी का किया सम्मान
द्वारा Super

एक बार मैं शहर की झुग्गी- झोपड़ियों में घूम रहा था और झुग्गी -झोपड़ी वालों को खाना, वस्त्र, कंबल आदि प्रदान कर रहा था। तभी मुझे एक बहुत बूढ़ी ...

नि:शब्द के शब्द - 13
द्वारा Sharovan

नि:शब्द के शब्द / धारावाहिक तेरहवां भाग *** मैं मोहित हूँ, लेकिन . . .? '?'- मोहित बड़ी देर तक मोहिनी की सिसकियों को सुनता रहा. मोहिनी भी उसके ...

दिल की उड़ान - भाग 9
द्वारा Priya Talati

आगे हमने देखा कैसे अभिनव उड़ान को फिर से जॉब पर आने के लिए कहता है लेकिन उड़ान अभी भी सोच रही होती है। सुबह होते ही सब लोग ...

झोपड़ी - 4 - बेसहारा लोग
द्वारा Super

मेरा सब कुछ ठीक चल रहा था। दादाजी भी स्वस्थ और हट्टे- कट्टे थे। अभी लगता था 20- 25 साल और उन्हें यमराज भी नहीं हिला सकता है। मेरे ...

दिल की उड़ान - भाग 8
द्वारा Priya Talati

हमने आगे देखा की कैसे राहुल उड़ान को परेशान कर रहा है और उड़ान उस से बचने की कोशिश कर रही होती है उतने मैं ही राहुल खून के ...

काशगर के दरजी और बादशाह के कुबड़े सेवक की कहानी
द्वारा Ravinder Sharma

काशगर के दरजी और बादशाह के कुबड़े सेवक की कहानी दूसरी रात को मलिका शहरजाद ने पिछले पहर अपनी बहन दुनियाजाद के कहने से यह कहानी सुनाना आरंभ किया। ...

झोपड़ी - 3 - बंजर जमीन
द्वारा Super

हमारे देश में जंगल बहुत तेजी से खत्म हो रहे हैं और अनाज की भी थोड़ा बहुत कमी है। इसलिए मैंने सोचा कि कहीं बहुत ज्यादा बंजर जमीन मिल ...

रंग-बिरंगी मिठाइयां
द्वारा Ravinder Sharma

वसंत ऋतु छाई हुई थी। राजा कृष्णदेव राय बहुत ही प्रसन्न थे। वे तेनालीराम के साथ बाग में टहल रहे थे। वे चाह रहे थे कि एक ऐसा उत्सव ...

दिल की उड़ान - भाग 7
द्वारा Priya Talati

कल रात जो हुआ उसके बाद सब परेशान थे। किसी ने कुछ खाया भी नही था। उड़ान को कल पूरी रात नींद नही आती है फिर वो सोचती है ...

झोपड़ी - 2 - दादाजी की झोपड़ी भाग 2
द्वारा Super

गांव में रहते रहते मुझे काफी समय बीत गया। दादाजी मुझे नई-नई एक्सरसाइज सिखाते। जीवन जीने का नया बढ़िया तरीका सिखाते। जड़ी - बूटियों से उन्होने मेरे शरीर को ...

दिल की उड़ान - भाग 6
द्वारा Priya Talati

आगे हमने देखा की कैसे अभिनव ने सबको अपनी जिम्मेदारी दे दी थी। इसबार उड़ान भी समय पर तैयार थी क्योकी वो अभिनव को कोई शिकायत का मौका नहीं ...

झोपड़ी - 1
द्वारा Super

दादाजी की झोपड़ी मैं एक महानगर में अच्छी - खासी सर्विस करता हूं। गांव में बहुत पहले हम सब कुछ बेच कर शहर शिफ्ट हो गए थे। मेरे पास ...

दिल की उड़ान - भाग 5
द्वारा Priya Talati

कल का सूरज उग चुका है और सब लोग गाव जाने के लिए तैयार है. सुबह के छ: होते ही सब अपने घर से ऑफिस आने के लिए निकल ...

दिल की उड़ान - भाग 4
द्वारा Priya Talati

अहमदाबाद शहर मैं एक नई सुबह हो चुकी थी. आज पूरे अहमदाबाद मैं सिर्फ अभिनव शाह की ही बाते हो रही थी. रेडियो और न्यूज़ वाले सब लोग अभिनव ...

दिल की उड़ान - भाग 3
द्वारा Priya Talati

अहमदाबाद मैं एक नई सुबह हो चुकी हैं. ये सुबह अभिनव की जिंदगी मैं एक नया पड़ाव लाने वाली हैं. सुबह होते ही अभिनव तैयार हो जाता हैं और ...

नि:शब्द के शब्द - 12
द्वारा Sharovan

नि:शब्द के शब्द / धारावाहिक / बारहवां भाग रोनित, मोहित और मोहिनी अस्पताल का वातावरण. कलवरी मेडीकल होस्पीटल के एक प्राइवेट कमरे में मोहिनी, घायल अवस्था में लेटी हुई ...

किस्सा गरीक बादशाह और हकीम दूबाँ का
द्वारा Ravinder Sharma

फारस देश में एक रूमा नामक नगर था। उस नगर के बादशाह का नाम गरीक था। उस बादशाह को कुष्ठ रोग हो गया। इससे वह बड़े कष्ट में रहता ...

दिल की उड़ान - भाग 2
द्वारा Priya Talati

दोनों घर मैं शादी की ज़ोरशोर से तैयारियां चल रही थी . सुबह बारात आने की ही तैयारी थी. सुबह होते ही बारात ढोल नगारे के साथ तैयार थी. ...

दिल की उड़ान - भाग 1
द्वारा Priya Talati

एक था राजा और एक एक थी रानी, शरू होते ही खतम हो गई कहानी. ऐसी कहानी तो हमने कितनी बार सुनी और देखी है. तो आज मैं आपको ...

मेरी यादों की किताब - भाग 3
द्वारा Miss Chhotti

#अप्रैल फूल#आपके जन्मदिन पर आपको कोई रुलाये तो आपको कैसा लगेगा? मैने थोड़ा अजीब सवाल कर दिया न। मेरे साथ कुछ ऐसा ही हुआ था। मेरा मजाक मुझ पर ...

नि:शब्द के शब्द - 11
द्वारा Sharovan

मेरे बदन से तू बलात्कार करेगा? अभी बताती हूँ? अभी शाम का सूरज पूरी तरह से डूब भी नहीं पाया था कि, 'मदार गेट' की इस तवायफों की जुर्म ...

मेरी यादों की किताब - भाग 2
द्वारा Miss Chhotti

"आज भी याद आती है वो महफ़िल और कुछ खास दोस्त, जिसके साथ बाते करते थे, मस्ती करते थे, समय के साथ बीत गया वो वक्त अब सिर्फ उन ...

मेरी यादों की किताब - भाग 1
द्वारा Miss Chhotti

"यादों मे एक खास बात होती है, वो जाए कितनी ही पुरानी क्यु ना हो, एक बार याद करने बैठो तो फिरसे ताजा हो जाती है।"जूनागढ़ मे HHA (Home ...

नि:शब्द के शब्द - 10
द्वारा Sharovan

नि:शब्द के शब्द / धारावाहिक /दसवां भाग *** 'नि:शब्द के शब्द'- 10 इस रोमांचित, अपराधिक और भटकती हुई रूहों या आत्माओं की कहानी में अब तक आपने पढ़ा है ...

मौत का छलावा - भाग 4
द्वारा Raj Roshan Dash

" अरे महाबली तुम कैसे विचलित हो उठे ? तुम तो मेरे वह शिष्य हो जो मौत से भी भयभीत नही होता। भय की झील को मन से उलेच ...

दुश्मन-दोस्त
द्वारा Saroj Verma

मुझे ठीक से याद नहीं कि वो कौन थी,कहाँ से आती थी और क्यों आती थी?मैं तो बस उसके पायलों की आवाज़ सुनकर ही मोहित हो जाता था,मैं उससे ...

अलिफ लैला - 12
द्वारा Rajveer Kotadiya । रावण ।

'रानी के प्रेम को जीवित रखने के लिए इतना ही यथेष्ट था। वह उससे घंटों प्रेम की बातें करके अपने चित्त को सांत्वना दिया करती थी। दिन में दो ...

अलिफ लैला - 11
द्वारा Rajveer Kotadiya । रावण ।

उस जवान ने अपना वृत्तांत कहना आरंभ किया। उसने कहा 'मेरे पिता का नाम महमूद शाह था। वह काले द्वीपों का अधिपति था, वे काले द्वीप चार विख्यात पर्वत ...