Gadiwala books and stories free download online pdf in Hindi

गाड़ीवाला ! - National story competition -jan

गाड़ीवाला !

कामिनी गुप्ता

रोज़ की तरह आज भी अमन गाड़ी घर से निकाल रहा था पर घर के बाहर गेट के थोड़ी दूर सामने वाले रवि की गाड़ी लगी थी। अमन को जाने क्या हुआ और वो जोर जोर से बोलने लगा कि गाड़ी यहां गाड़ी किसने लगाई है पता नहीं चलता मैने गाड़ी निकालनी है अब पहले ढूंढने जाऊं ।

रवि पास खड़ा सब सुन रहा था, वो आगे बड़ने ही लगा था कि अमन ने गालियां निकालनी शुरु कर दी,

अमन अच्छे से जानता था कि गाड़ी रवि की है पर उसे ये बात बिल्कुल पसंद नहीं थी कि रवि या कोई भी उनके घर के आगे गाड़ी लगाए। अमन का तो आज दिमाग गर्म था, कहते हैं जो बात प्यार और सुलह से बन जाए वो ही अच्छी ! प्यार में वो शक्ति होती है जो बेगाने को भी अपना बना देती है। अमन की नफरत की भाषा ने रवि को भी गुस्से से भर दिया वो गाड़ी हटाने लगा था पर अब तो बात रवि की इज्जत पर आ गई थी। अमन ने गुस्से में रवि और उसके घरवालों को बहुत कुछ बोल दिया था, अमन के तीर की तरह चुभते शब्दों का वेग रवि के आत्मसम्मान को चकनाचूर करने के लिए काफी था।

अमन ने जाने कौन सी बातें निकाल कर रख दी थी अतीत की ! दोनो एक दूसरे से हाथ मिलाते थे जब भी मिलते थे मोहल्ले में, षर आज किसी खतरनाक दुशमन से कम नहीं लग रहे थे जो अपने प्रतिद्वंद्वीं पर जम कर प्रहार करना चाहता था। अमन कह रहा था आया बड़ा गाड़ीवाला, ले लेते हैं गाड़ियाँ पर लगाने की जगह नहीं यहां मन आता है लगा देते हैं किसी के भी घर के आगे । हमने कैसे गाड़ी निकालनी है मुश्किल होती है , जगह नहीं है तो लेते क्यों हो? अपने घर के आगे लगाओ। और गालियाँ भी देना शुरु हो गया वहीं रवि भी भड़क उठा और बोलना शुरु हो गया अपने पुराने दिन भूल गए क्या? अमन आज गाड़ी ले ली तो बहुत बातें आ गई। अपना याद है क्या हालात थे। वैसे भी मैं गाड़ी अगर अपने घर के आगे लगाऊं तो गली में आने जाने का रास्ता बंद हो जाता है वो साईड पड़ती है और गाड़ी तो दूर है गेट से।

पर अमन कहता चल हटा गाड़ी ज्यादा बातें मत सुना। रवि भी गुस्से से कहता ये ले अब लगा दी मैने अपने घर के आगे अब रुकने दे सबका रास्ता । निकाल अब देख तू भी कैसे निकाल पाता है गली से गाड़ी । गली चलती थी दस मिनट में ही जाम लगा गया, हार्न के शोर से सभी परेशान हो गए तभी अमन ने गुस्से से पत्थर उठा कर रवि को मारा रवि का भाई डंडा लेकर आ गया बात बिगड़ने लगी मार पीट शुरु हो गई। सभी मोहल्ले वाले भी बचाव में आए पर मारना और गालियाँ चलती रही । दोनो रह रहकर एक दूसरे को मारने आ रहे थे।यहां तक कि अमन और रवि के घरवाले भी छुड़ाने के बजाए लड़ाई में शामिल होकर एक दूसरे को बातें सुना रहे थे। तलवार और चाकु भी बाहर निकल आए थे जैसै कोई मुकाबला हो रहा हो। अपने साथियों को फोन करके बुलाकर लड़ाई में शमिल करने की बात चलने लगी थी। बात की नजाकत को समझते हुए मोहल्ले के ही किसी आदमी ने झट से पुलिस को फोन मिला दिया , जल्दी ही पुलिस आ गई थी, पहले तो जाम हटाया गया फिर दोनो की बात सुनी गई पर अपनी गलती मानने कोई तैयार नहीं था। फिर पास की दुकान में लगा सी सी टी वी कैमरा की मदद से पुलिस ने देखा कि पहले लड़ाई अमन ने शुरु की थी। पत्थर से मारते हुए दिख गया था। पुलिस ने अपनी कारवाई के लिए दोनो को थाने चलने क लिए कहा अमन और रवि के घरवाले अब डर गए थे ।दोनो को रात को लाॅक अप में रखने के बाद कारवाई होनी थी पर मोहल्ले वाले सभी लड़के गवाह बन कर पीछे चल पड़े और पुलिस के आगे माफी मांगी और कहा कि हम दोनो को जानते हैं हम अपनी जिम्मेदारी पर इन्हें छुड़ाने आए हैं आगे ऐसा नहीं होगा अगर हुआ तो हम बीच में नहीं पड़ेंगे।

रवि और अमन ने भी मौके को भांप लिया था और समझोता करने में ही समझदारी समझी और माफी मांगी आगे भूलकर भी ऐसा नहीं होगा। किसी सज्जन के जन षहचान और ओहदे के लिहाज में रखकर दोनो को छोड़ दिया गया और घटना दुर्घटना बनने से बची रात को सभी मोहल्लेवाले घर आए और फिरर कभी बात का बतंगड़ न बने ऐसी प्राथना की्। अमन और रवि भी एक दूसरे की तरफ शर्मिन्दा आंखों से देखते हुए अपने अपने घर चले गए मानो कह रहे हों क्या मिला दोनो को इतना गुस्सा करने पर और बात बड़ाने पर। रात काफी हो चुकी थी सभी सो गए और अगले दिन सब पहले की तरह चलने लगा मानो यहां कभी कुछ हुआ ही नहीं था।

***

अन्य रसप्रद विकल्प

शेयर करे

NEW REALESED