प्यार का अनोखा रिश्ता

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कुछ रिश्ते ऊपर वाले ही तय कर के रखता है और हमारे ऊपर छोड़ देता कि किसी तरह से भी इनको मिलना ही है पर प्यार का दूसरा नाम समर्पण त्याग बलिदान भी होता है।। इंसान सोचता कुछ है और होता कुछ और है। कहते हैं कि भगवान ने ही ये सब सोचा होगा या फिर नियति कह लिजिए जनाब। मैं अब कहानी शुरू करने जा रही हुं। आज पुरा मेहता परिवार खुश हैं घर में सजावट और लाईट लग रही है और पुरा घर दुल्हन की तरह सजा हुआ है। आज महेता जी की एकलौती बेटी हिना की शादी हो रही थी पर क्या हिना खुश थी इस शादी से।।तो चलिए हिना से पुछ ले

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प्यार का अनोखा रिश्ता - भाग १

कुछ रिश्ते ऊपर वाले ही तय कर के रखता है और हमारे ऊपर छोड़ देता कि किसी तरह से इनको मिलना ही है पर प्यार का दूसरा नाम समर्पण त्याग बलिदान भी होता है।।इंसान सोचता कुछ है और होता कुछ और है।कहते हैं कि भगवान ने ही ये सब सोचा होगा या फिर नियति कह लिजिए जनाब।मैं अब कहानी शुरू करने जा रही हुं।आज पुरा मेहता परिवार खुश हैं घर में सजावट और लाईट लग रही है और पुरा घर दुल्हन की तरह सजा हुआ है।आज महेता जी की एकलौती बेटी हिना की शादी हो रही थी पर क्या ...और पढ़े

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प्यार का अनोखा रिश्ता - भाग २

हिना कमरे में जाकर बैठ गई और फिर बोली ओह माई गॉड, कहां फस गई मैं?फिर बार बार फोन लगी और फिर बोली राज तुमने अच्छा नहीं किया, देखना इसलिए तुम बहुत पछताओगे।।फिर फोन की घंटी बजने लगीं और फिर हिना ने फोन उठाया और फिर बोली हां अब क्या है?उधर से आवाज आई, तुम शादी कर ली हो तो मेरा पीछा छोड़ दो? please delete my contact number..हिना ने कहा हां, ठीक है तुम फोन रखो!फिर हिना ने फोन पटक दिया और रोने लगी और फिर बोली आई लव यू।।हमारा रिलेशनशिप तुम युही नहीं तोड़ सकते हो।फिर हिना ...और पढ़े

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प्यार का अनोखा रिश्ता - भाग ३

फिर सब ने हिना को मुंह दिखाई की रस्म शुरू हो गई।सब कुछ-कुछ गिफ्ट देने के बाद सब लोग खाने लगे।बहुत देर तक गाना बजाना शुरू हुआ। अमर के सारे दोस्त भी आ गए थे।सब हिना की खुबसूरती की तारीफ करते रहे।अमर बस हिना को देखते रहे और मन में सोचें कि उसके दिल में कोई और है।।मैं तो नहीं हुं-----------!फिर इसी तरह एक रात बीत गई।सुबह-सुबह खुली आंखों में हिना राज को अपने करीब पाईं और सपना टूट गया।फिर अतीत में खो गई।।कब वर्तमान में वापस आ गई और फिर रो पड़ी हिना।।हिना उठो बेटी।हिना जल्दी से उठ ...और पढ़े

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प्यार का अनोखा रिश्ता - भाग ४

हिना ने कहा कि ये क्या कह रहे हैं ऐसे कैसे मैं,मै,अमर तो अभी बात कर के गए हैं फिर ये सब।मैनेजर ने कहा मैम आप आईए हम आपको लेकर चलते हैं।हिना ने कहा हां ठीक है।फिर हिना हिम्मत करके उस मैनेजर के साथ अस्पताल पहुंच गई।नर्स ने कहा कि उनका आपरेशन होने वाला है जल्दी से साइन कर दिजिए।हिना ने कहा कैसा आपरेशन मैं एक बार देखना चाहती हुं।नर्स ने कहा मैम सर को काफी चोटें आई हैं और उनका बचना नामुमकिन है।हिना ने कहा अरे नहीं ऐसा नहीं हो सकता है मैं क्या करूं।फिर हिना ने साइन ...और पढ़े

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प्यार का अनोखा रिश्ता - भाग ५

फिर वहां से एक एक गाड़ी निकल गई।हिना अमर के साथ एम्बूलैंस में बैंठी थी।शिमला से चंडीगढ़ गाड़ी से निकल गए।हिना ये सोच कर परेशान हो रही थी कि अब मम्मी पापा को क्या मुंह दिखाऊंगी।कुछ भी अच्छा तो नहीं हुआं अमर क्यों चले गए किसी से बात भी नहीं किया बस मुंह फेर लिया।किस के सहारे छोड़ गए मुझे मेरा तो कोई नहीं अब।डैडी ने कहा था कि अब कभी मत आना वापस वहीं से चली जाना। अपने जीवन का पुरा छण तुम वहां ही रहना।।फिर कुछ घंटे बाद ही हम अपने घर पहुंच गए।वहां पर बहुत भीड़ ...और पढ़े

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प्यार का अनोखा रिश्ता - भाग ६

फिर राजीव धीरे धीरे सीढ़ी चढ़ कर उपर जाता है और फिर अमर के रूम के बाहर से ही खटखटाया और फिर क्या मैं अन्दर आ सकता हूं।अन्दर से आवाज आई हां ज़रूर।राजीव थोड़ा सा संकोच हो कर रूम प्रवेश करता है तो देखा कि एक सफेद साड़ी में कोई खड़ी है पर धुंधली सी, और फिर राजीव ने कहा भाभी मैं राज, राजीव हुं आपका देवर।ये सुनकर कर हिना तुरंत मुड़ी तो देखा कि उसकी जिंदगी उसके सामने खड़ा है।एक दूसरे को देखते ही दोनों ही चौंक जाते हैं और फिर हिना बेहोश हो कर जमीन पर गिर ...और पढ़े

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प्यार का अनोखा रिश्ता - भाग ७

हिना को बुखार बहुत ज्यादा था। थर्मामीटर से चेक किया पुरा चहेरा लाल हो गया था।कंचन ने जल्दी से पानी बाउल में लेकर आईं।राज जल्दी-जल्दी हिना के सर पर पट्टी रखता गया। उसके हाथ पैर ठंडे पड़ गई गए थे राज ने अपने हाथों की गर्मी से हिना के हाथों में और पैर में मालिश किया।।हिना बेहोश थी और फिर जैसे कुछ कहना चाहती थी।राज ने सोचा हे भगवान कुछ बोल न दे वरना सब।।राज ने कहा कंचन दुध लेकर आओ।कंचन दुध लाने चली गई।राज ने हिना के हाथों और पैरों पर मालिश करने लगा ओह मैं क्या करूं ...और पढ़े

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प्यार का अनोखा रिश्ता - भाग ८

हिना अतीत में कालेज में बैठ कर राज को याद करते हुए कहती हैं अभी तक नहीं आया?आज आने उसे मैं छोडुगी नहीं उसे।।राज आकर कहता है अरे बाबा मैं छोड़ने दुंगा तभी तो।।अब नाराजगी छोड़ दो हां, ये बताओ आज ये बेरंग क्यों पहनी हो ?मैं मर गया हुं क्या?तभी हिना दौड़ कर राज के मुंह पर हाथ रख देती है और फिर बोलती है कि ऐसा मत बोलो।।राज ने कहा मुझे नहीं देखना है ऐसे अभी के अभी चलो तुम।।हिना ने कहा हां,पर कहां?राज ने हाथ पकड़ कर अपनी बाइक पर बैठ गया और फिर पीछे हिना ...और पढ़े

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प्यार का अनोखा रिश्ता - भाग ९

हिना ने दरवाजा खटखटाया और फिर बोली अरे देवर जी मैं अन्दर आऊं?अन्दर से कुछ आवाज़ नहीं आया तो अन्दर पहुंच गई। और खाना टेबल पर रख दिया और फिर जैसे ही मुड़ी तो अपने सामने राज को देख कर एक दम से घबरा गई और फिर बोली कि अरे आप!राज ने कहा हां मैं क्यों मेरे कमरे में आई हो और मैं।।हिना पीछे हटते हुए बोली ये कौन सी भाषा है?मैं यहां आपको खाना देने आई थी?राज ने कहा हां, खाना देने आई क्यों?किस लिए ये हमदर्दी?.हिना ने कहा क्या बोल रहे हैं आप! ये कहते हुए जाने ...और पढ़े

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प्यार का अनोखा रिश्ता - भाग १०

फिर सब अन्दर रूम में आ गए।हिना मासी के साथ किचन में चली गई।और दोनों बातें करने लगी।बातों बातों मासी ने हिना का दिल टटोला और फिर हिना भी अपने मन की बात कहने लगी और जैसे ही उसे राज के बारे में बताने लगी थी तो वहां राजीव पहुंच गया और फिर बोला अरे मासी एक ब्लैक काफ़ी चाहिए।हिना राजीव को देखते ही जैसे होश में आ गई और फिर अपने दिल पर हाथ रख दिया और फिर उसका दिल जोर जोर से धड़कने लगा।मासी ने कहा अरे हिना क्या हुआ तुझे ठीक है ना।।हिना ने कहा हां, ...और पढ़े

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प्यार का अनोखा रिश्ता - भाग ११

फिर रात तक सब घर वापस आ गए।सभी बहुत थके हुए थे।राजीव ने कहा मै डिनर आॅ डर कर है।आप लोग फ्रेश होकर आ जाइए।मिनल ने कहा ओह जीता रहे पुतर!फिर सब हंसने लगे और अपने कमरे में जाकर फ्रेश होकर नीचे खाने की टेबल पर बैठ गए।।कुछ देर बाद ही डोर बेल बजा और राज ने जल्दी से दरवाजा खोला और फिर खाना ले लिया।।मिनल ने हिना को कहा बेटा खाना सर्व कर दें।हिना ने कहा जी मासी।फिर हिना और राज ने मिलकर अच्छे से सबका प्लेट लगा दिया क्योंकि ये पहले भी ऐसा किया करते थे।दोनों को ...और पढ़े

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प्यार का अनोखा रिश्ता - भाग १२

हिना एक हल्के नीले रंग का चिकनकारी की कुरती चुड़ीदार सलवार और एक सफेद मलमल का दुपट्टा लिया था।गीले को खुला छोड़ रखा था और फिर सब एक साथ चाय पीने लगे और फिर मिनल ने कहा अरे हिना बेटा तुम्हारे बाल तो बहुत घुंघराले है इनको खुला छोड़ दो।हिना एक हल्की सी मुस्कान लिए बोली कि अभी तो गीले है इसलिए वरना।आभा ने कहा अरे संकोच मत कर हिना। अब तुझे तेरी जिंदगी जीना होगा पर हां आसान नहीं होगा सब।कुछ देर बाद ही राजीव आ गया और फिर उसने कहा कि चलिए अब निकलना चाहिए।।राज की नजर ...और पढ़े

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प्यार का अनोखा रिश्ता - भाग १३

सब वापस होटल पर आ गए और फिर रात का खाना खाने के बाद सब मिलकर जंगल का विडियो राज ने लिया था वो देखने लगें।राज ने कहा सबसे डर किसको लग रहा था ?हिना ने अपनी आंखें बंद कर लिया था क्योंकि उसे पता है ! सबसे ज्यादा डर तो उसे लग रहा था।राज ने विडियो दिखाया और बोला कि ये तो मिनल मासी सबसे ज्यादा डर गई थी ओह!सब हंसने लगे तो रामदेव ने कहा कि अरे तुमने बताया नहीं कि तुम्हें डर लगता है इतना दिन तो मुझे तुमसे डर लगता था।मिनल ने कहा हां, हां ...और पढ़े

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प्यार का अनोखा रिश्ता - भाग १४

राजीव ने जल्दी से हिना को बेड पर लिटा दिया।और फिर आभा और मिनल भी आ गई और बोली हुआ इसे अचानक?राजीव ने कहा लगता है ठंड लगा है एक कंपकंपी सी हो रही है।जल्दी से कम्बल ओढ़ा दिया।राजीव ने जल्दी से उसके हाथों को रगड़ने लगा और वो बोला कि आप दोनों उसके कपड़े बदल दिजियेगा मैं अभी दूध लेकर आता हूं।राजीव के जाने के बाद आभा और मिनल ने मिलकर हिना के कपड़े बदल दिए।दोनों के मन में बहुत सारे सवाल उठ रहे थे।कुछ देर बाद राजीव हल्दी दुध लेकर आ गया। और आभा की तरफ गलास ...और पढ़े

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प्यार का अनोखा रिश्ता - भाग १५

फिर वहां से सब ऊटी पहुंच गए और अब फिर से सब अपने अपने कमरे में जाकर नहा धोकर हो कर नाश्ता करने बैठ गए।नैना ने कहा पापा जी मैं अब फिर से प्रैक्टिस करना चाहती हुं।रमेश ने कहा अरे ये तो अच्छी बात है बेटा।तुम कब से करोगे?हिना ने कहा जितना जल्दी हो सके।।राज ने कहा अरे वाह क्या बात है पापा आपने बहुत ही जल्दी हामी भर दी।मेरे समय तो महीनों तक हामी नहीं भरते थे।।रमेश ने कहा तुम्हारी बात और है ये बेटी अपनी सब कुछ छोड़ कर यहां है हमारी वजह से!राज थोड़ा उखड़ गया ...और पढ़े

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प्यार का अनोखा रिश्ता - भाग १६

हिना ने कहा मम्मी जी मैं ऊपर जा रही हुं। आभा ने कहा हां, ठीक है जल्दी से आ राज ने कहा मां मैं उनको लेने एयरपोर्ट चला जाऊंगा। आभा ने कहा हां ठीक है चलो पहले खाना खा लो। रमेश ने कहा अरे बेटा सब हो गया अच्छे से।। राज ने कहा हां ठीक है। कुछ देर बाद हिना एक दम गुमसुम सी आ गई। राज बार -बार हिना को देखने लगा पर हिना ने एक बार भी राज की तरफ नजरें नहीं मिलाया। राज ने मन में सोचा क्या हुआ अचानक इसे?. राज ने कहा ...और पढ़े

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प्यार का अनोखा रिश्ता - भाग १७

हिना ने कहा अच्छा ये बात है।हिना भी इस तरह से अपने काम में व्यस्त रहने लगी थी।शाम को क्लास भी चलता रहा।फिर एक महीने में हिना ने बहुत कुछ सीख भी लिया था।आज हिना बहुत खुश थी क्योंकि उसे पहली बार सैलेरी मिल रहा था।हिना को कचहरी पहुंचते देर हो गई थी।शर्मा जी ने कहा हिना बेटा आइए आफिस में!हिना ने कहा हां चलिए।हिना आफिस पहुंच कर एक रजिस्टर पर हस्ताक्षर किया और फिर एक लिफाफा मिला।हिना ने लिफाफा बैग में रखने लगीं तभी ‌शर्मा जी ने कहा अरे बेटा एक बार गिन लो।हिना ने कहा अरे अंकल ...और पढ़े

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प्यार का अनोखा रिश्ता - भाग १८

हिना ये सब सोचते हुए सो गई।फिर शाम को चाय पीने बैठ गई और फिर इधर उधर नजरें दौड़ाने ने देखा कि आभा भी किचन में थी।हिना ने आवाज लगाई अरे मम्मी जी आप किचन में कुछ स्पेशल?पापाजी ने मुस्कुराते हुए कहा हां साहबजादे लौट रहे हैं साथ में दोस्त भी तो उसकी फरमाइश पर बिरियानी बन रहा है।हिना ने कहा ओह तो ये बात है।फिर हिना भी किचन में पहुंच गई और बोली मम्मी जी कुछ मदद चाहिए?आभा ने कहा हां, तुम चाशनी बना दे।उसको माल पूये भी ख़ाना है।।हिना ने कहा ठीक है पर कब आ रहे ...और पढ़े

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प्यार का अनोखा रिश्ता - भाग १९

तीन बजे तक सब हंसी मज़ाक चलता रहा और फिर तीनों ही जाकर सो गए।दूसरे दिन सुबह हो गई कोई भी नहीं उठा था ना ही राजीव और ना उसके दोस्त।फिर करीब दस बजे सब सो कर उठ गए और फिर राज गुस्सा करने लगा अरे मां उठाया क्यों नहीं?जागिग भी नहीं हुआ।हिना ये सुन कर हंसने लगी और तभी राज ने कहा अरे वाह बहुत हंसी आ रही है!हिना ने कहा अरे नहीं मैं तो एक चुटकुला पर हंसी थी।।राज ने मन में सोचा कि काश मैं हमेशा यु ही तुम्हें हंसा पाता।फिर दोस्त को लेकर राज नाश्ता ...और पढ़े

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प्यार का अनोखा रिश्ता - भाग २०

दूसरे दिन सुबह उठकर तैयार जल्दी से तैयार हो कर हिना नीचे पहुंच गई और फिर सबको गुड मॉर्निंग कर निकलने लगी।मिनल ने कहा अरे बाबा नाश्ता तो कर लो ।तुम्हारी सासू मां तो मंदिर गई है वो बोल कर गई कि हिना को नाश्ता करवा कर ही जाने दिया जाएं।हिना मुस्कुरा कर बोली हां ठीक है मासी आज मैं जल्दी आऊंगी। थोड़ा अर्जेंट है इसलिए जा रही थी।राज न्यूज पेपर में उलझा हुआ था पर हिना की आवाज सुन रहा था और वो मन में सोचा कि ऐसा क्या हुआ जो इतनी जल्दी है।मिनल ने कहा अच्छा ठीक ...और पढ़े

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प्यार का अनोखा रिश्ता - भाग २१

राज अपने कमरे में कुछ लैपटॉप पर काम करने लगा।तभी फोन बजा और राज बात करने लगा।फिर इस तरह शाम हो गई और हिना घर वापस आ गई तो मिनल ने कहा अरे बाबा आज लंच बॉक्स लिए बिना चली गई।हिना ने कहा हां,भुल गई थी।राज ने जैसे ही यह सुना तो वो बोला अरे वाह क्या बात है! किसी को क्या फर्क पड़ता है? क्योंकि पापा मां को टेंशन है इस बात का कि हिना कुछ खाये बिना चली गई पर।हिना ने कहा अरे।पर मै तो भुल गई बस।पापाजी साॅरी गलती हो गई।रमेश ने कहा हां, बेटा ठीक ...और पढ़े

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प्यार का अनोखा रिश्ता - भाग २२

कोर्ट पहुंचने के बाद हिना ने सबसे पहले राज को फोन किया पर राज का सुईच आफ़ जा रहा अपनी धुन में गाड़ी स्पीड बढ़ा कर चला रहा था।और फिर कुछ देर बाद ही गाड़ी रोक दी क्योंकि सामने सुनील था।ओय होय यारा! राज ने कहा अरे सुनील तुम? सुनील ने कहा हां मैं।राज ने कहा तुम इंडिया कब वापस आएं।सुनील ने कहा अरे बाबा तुम्हारे लिए आया हूं!राज ने हंसते हुए कहा आदत नहीं बदली!सुनील ने कहा अच्छा अब घर चलें?राज ने कहा हां, ठीक है चल पर एक बात है जो तुझे नहीं बताया।सुनील ने कहा हां,बोल ...और पढ़े

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प्यार का अनोखा रिश्ता - भाग २३

सुनील ने कहा अरे बाबा अब भाव मत खा हां।।राज ने कहा अच्छा ठीक है।।।राज ने भी अपने अन्दाज शुरू किया।तेरी बाहों मे ईश्क मेरा आबाद हो जाए खुद को भूल जाऊ बस तु ही तु याद हो जाए मे लिख लिख तेरी शायरी हर महफ़िल को लूट लू तेरे गुलाब होंठो से एक बार ईरशाद हो जाए तेरी बाहों मे ईश्क मेरा आबाद हो जाए तुम ना दिखो तो बारिश भी कुछ खास नही लगतीबिना तेरे सच कहूं भूख प्यास नही लगती कट तो जाता है फिर भी दिन किसी बहाने सेपर घबराता हूं फिर से कन्ही ना ...और पढ़े

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प्यार का अनोखा रिश्ता - भाग २४

राज की गाड़ी पीछे ही रुक गया।और फिर अरे ये तो जीनत है। हिना की दोस्त।पर यह यहां कैसे?फिर अन्दर चली गई।कुछ देर बाद राज भी अन्दर गया।और फिर सबने हिना से पुछा अरे बाबा आज कहां रह गई?हिना ने कहा अरे मम्मी जी चार्ज खत्म हो गया था और फिर जीनत मिल गई।जीनत कुछ बोलने वाली थी।। पर हिना ने बात घुमा दिया और बोली कि अरे जीनत मुझसे मिलने आ रही थी।आभा ने कहा हां, ठीक है आओ तुम लोग पहले जल्दी से मुंह हाथ धो लो।कुछ देर बाद ही सब एक साथ डिनर करने बैठ गए।जीनत ...और पढ़े

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प्यार का अनोखा रिश्ता - भाग २५

कुछ देर बाद ही वो डेकोरेशन वाले आ गए और राज ने कहा कि छत पर कुछ मरम्मत करवाना बरसात से पहले।।परी ने कहा अरे बाबा मैं जा रही थी छत पर।।राज ने कहा कोई जरूरत नहीं है तुम यहां बैठो,वो सब कारीगर है मैं नहीं चाहता कि तुम उनके सामने जाओ।राज ने ये सब बिना सोचे समझे बोल दिया उसे क्या पता था कि पीछे ही हिना खड़ी थी।फिर राज ने कहा अरे बाबा रे मर गए।।सुनील ने कहा अरे यार चलो जल्दी से।फिर दोनों उन डेकोरेशन वाले के साथ चले गए।छत पर पहुंच कर ही जल्दी से ...और पढ़े

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प्यार का अनोखा रिश्ता - भाग २६

सुनील के साथ जीनत फ्री होकर डांस करने लगी पर हिना को अनकम्फर्टेबल लग रहा था तो वहां से आ गई।और सिर्फ खड़े हो कर देखने लगी।आभा ने कहा कि अरे हिना तुम भी जाओ।हिना ने कहा अरे नहीं मम्मी जी।फिर कुछ रिश्तेदार भी खाना खाने के बाद चले गए।फिर कुछ देर बाद घर के लोग भी ख़ाना खाने लगे और फिर सब अपने अपने कमरे में चले गए पर राज और सुनील अब तक बाहर ही बातें करते रहे और उनका साथ परी दे रही थी।ये सब कुछ हिना अपने कमरे की खिड़की से झांक कर देख रही ...और पढ़े

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प्यार का अनोखा रिश्ता - भाग २७

हिना आंख खुल कर कुछ सोच रही थी। अपने नसीब को कोस रही थी।पता नहीं कब वक्त बदलेगा।।कब ये मुझे समझ पायेगी।मैं इस काबिल तो नहीं कि कोई अपना समझे, इतना यकीन है कोई अफसोस ज़रूर करेगा मुझे खो देने के बाद।।ये सुबह-सुबह क्या बरबरा रही हो ये आंखें मलते हुए ज़ीनत ने पूछा।हिना ने कहा अरे बाबा कुछ भी नहीं बस मन किया बोल पड़ी।जीनत ने कहा हां ठीक है आज नीचे जाओगी ना?हिना ने कहा नहीं मन नहीं है।जीनत ने कहा आफिस जाना है?हिना ने कहा नहीं रे।जीनत ने कहा फिर चल शापिंग मॉल चले।हिना ने कहा ...और पढ़े

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प्यार का अनोखा रिश्ता - भाग २८

फिर मालती को केक देकर कहा कि सबको केक खिला दो।मालती ने केक काटा और सबको खिला दिया।कुछ देर ही पंडित जी आ गए और फिर उन्होंने पंचांग देख कर परसों का ही एक अच्छा दिन बताया पर इतना जल्दी सब कैसे हो सकता है।मिनल ने कहा मैं एक बार भाई साहब से पूछती हूं।कुछ देर बाद ही मिनल ने कहा कि भाभी, भाईसाहब सब कल आ रहें हैं।।परिणिति बहुत ही खुश हो गई और बोली कि अब चले शापिंग मॉल।।राज ने कहा हां चलो अब जाना होगा ही वरना तो यह कंजूस नहीं देगा कुछ।।राज ने थोड़ा जोर ...और पढ़े

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प्यार का अनोखा रिश्ता - भाग २९

डांस करने के बाद ही राज ने कहा अब हिना की शायरी हो जाएं।हिना भी क्या करती वो चाहते उठ गई और पहुंच कर माइक ले लिया।हिना ने कहा सबसे पहले मैं सुनील और परी को बहुत ,बहुत बधाई देना चाहुंगी।हिना ने बोलना शुरू किया।कसक तो है,पर सवाल भी,क्यों तुम मिले,ये ख्याल भी,तुम्हारे लिए तुम्हे भूलने की कोशिश भी,याद न करने की मशक्कत भी,पर जो दिल में हो उसे रोकू कैसे,बेरोक ज़ेहन को टोकूं कैसे,डर भी है की ये सिर्फ मेरा वहम तो नहीं,जानते हो... जब प्रेम हुआ था तुमसे तो अलग ही धुन में रहती थी संगीत के ...और पढ़े

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प्यार का अनोखा रिश्ता - भाग ३०

सब नीचे है तू यहां क्या कर रही है जीनत ने कहा।हिना ने कहा अरे बाबा कुछ नहीं बस लिख रही हूं।ज़ीनत ने कहा छुपाया न कर अपने एहसास को ।।हिना ने कहा अरे बाबा कुछ भी नहीं।सुन ना में क्या सोच रही थी अब बहुत हुआ यार मुझे यहां से जाना होगा।।।ज़ीनत ने कहा क्या हुआ तुझे?हिना ने कहा देख ये शादी हो जाएं तो मैं भी तेरे साथ चलती हुं।ज़ीनत ने कहा अरे बाबा पर यहां तो सब कुछ है।हिस्सों में नहीं रहना मुझे।। कहने को मम्मा पापा है पर ।।ज़ीनत यहां रहना मेरी मजबूरी नहीं बेबसी ...और पढ़े

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प्यार का अनोखा रिश्ता - भाग ३१

हां भाई जाने दो अभी।आभा ने हंसते हुए कहा अभी तो सुनील को दुल्हा बने देख लेते है।मिनल ने अरे जीजी ये भी सही है।राज ने कहा सब जल्दी से जल्दी खाना खाने के बाद सो जाइए हां।हां चलो, चलो बहुत भूख लगी है।राज ने हंसते हुए कहा खा ले बेटा पता नहीं बाद में नसीब हो या ना हो।परी ने मुंह फुलाकर कहा हां,देव बोल ले जो बोलना है।सब खाना खाने लगे।हिना और जीनत भी थोड़ा बहुत खाने लगे।राज ने देखते ही कहा क्या बात है बहुत डाइटिंग चल रही है?ज़ीनत ने कहा हां मुझे तो मोटी होना ...और पढ़े

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प्यार का अनोखा रिश्ता - भाग ३२

कुछ देर बाद हिना नीचे पहुंच गई।देखा तो सब काम में लगे हुए थे।तभी हिना का फोन आता है वो बात करने लगती है।राज ने अंदाजा लगाया कि हिना कुछ बहुत ही जरूरी बात कर रही है।क्या हुआ होगा एक बार पुछ कर देखना चाहिए।हिना ने फोन रख दिया और फिर राज ने पुकारा हिना एनी प्रोब्लम ?हिना ने कहा अरे नहीं ऐसा कुछ नहीं।राज ने कहा हां पर,सब ठीक है।।हिना ने कुछ बिना बताए भीड़ में चली गई।कुछ देर बाद ही सब लोग पार्लर से आ गई।फिर सब तैयारी होने लगी।लेडिज संगीत में क्या लड़के आएंगे?मिनल ने कहा ...और पढ़े

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प्यार का अनोखा रिश्ता - भाग ३३

फिर सब लोग खाना खाने के लिए गार्डन में चलें गए।प्लेट में खाना परोस कर हिना एक कौर खाने रही थी कि जीनत ने आकर उसका निवाला खा लिया।हिना ने गुस्से से कहा अरे जीनत की बच्ची आदत नहीं बदलेगा तेरा।।जीनत ने हंसते हुए कहा हां वो तो है ही।।क्या सोचा है जाएगी मेरे साथ।।हिना ने कहा हां, बाबा पहले बात तो करने दो।राज ने सब कुछ सुन लिया और फिर मन में सोचा कि यह दोनों क्या खिचड़ी पका रही है।।जो भी हो पता करना होगा।फिर सब लोग खाना खाने लगे।मेन्यू बहुत ही अच्छा था।सब बहुत तारीफ़ कर ...और पढ़े

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प्यार का अनोखा रिश्ता - भाग ३४

सब नाश्ता करने लगे पर हिना नहीं आई।जीनत भी नाश्ता करने लगीं तभी राज ने कहा अरे बाबा जाओ दोस्त को बुला लाओ।जीनत ने कहा हां, नाश्ता करके जा रही हुं।राज अनमाना सा इधर उधर देखने लगा और फिर मालती उधर से गुजर रही थी तो राज ने कहा अरे मालती जी जरा हिना को बुला दिजिए उसका कोई कोरियर आया है।।राज ने बोलकर अपनी आंखें बंद कर ली।मालती ने कहा अच्छा अभी जाती हुं।उधर राज के दोस्त बुलाने लगे कि नाश्ता करने आ जाएं।राज ने कहा बस दो मिनट रुक ना।कुछ देर बाद ही हिना नीचे उतर कर ...और पढ़े

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प्यार का अनोखा रिश्ता - भाग ३५

हिना अपने रुम में जाकर आईने में अपने गालों पर लगें हल्दी को छुड़ाने कि नाकाम कोशिश करती रही हल्दी का रंग इतना गहरा था कि वो निकल नहीं रहा था।Cleaning milk cream भी लगा कर रगड़ने लगी और फिर पीछे से राज ये सब देखकर बोला पागल हो गई हो क्या?यह क्या हालत बना लिया अपना?कुछ दाग ऐसे होते हैं लाख कोशिश करो जाते नहीं है।। अपने गालों के साथ यह लड़ाई किस लिए?हिना ने कहा हां, ठीक कहां जैसे दिल पर लगें जख्म।।उनका क्या?वो भी तो आसानी से नहीं जाते हैं और फिर जिंदगी भर नासूर बन ...और पढ़े

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प्यार का अनोखा रिश्ता - भाग ३६

शादी की सारी रस्में अच्छी तरह से हो गया।फिर वर वधू आशीर्वाद लेने के बाद सब साथ खाना खाने गए।सुनील ने कहा कि अरे एक ही थाली फिर तो हो चुका।परी ने गुस्से में कहा अच्छा मतलब मैं बहुत खाती हुं।।।रोने लगी।राज ने कहा अरे बाबा ये क्या अब मनाओ इसको।फिर हंसी मज़ाक होने लगा।हिना इन सब से दूर बैठ कर खाना खा रही थी ।जीनत भी बगल वाली कुर्सी पर बैठ कर हिना को हंसाने की कोशिश कर रही थी।पर हिना चुपचाप खा रही थी।राज ने इशारे से वेटर को कुछ स्वीट डिश और स्टाटर के साथ हिना ...और पढ़े

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प्यार का अनोखा रिश्ता - भाग ३७

राज परी और सुनील को एयरपोर्ट छोड़ने चला गया।घर पुरी तरह से खाली भी हो गया था।मिनल भी कुछ के लिए अपनी नंदन के घर चली गई थी।और फिर हिना और जीनत भी पैकिंग करने लगे। तैयार होने के बाद दोनों आभा के रूम में चले गए।हिना ने कहा मम्मी जी, पापा जी मुझे कुछ कहना था।आभा ने कहा हां,बोल बेटा क्या बात है?हिना ने कहा कि मैं अपने घर जाना चाहती हूं वो कुछ किताबें और जरूरी सामान सब है वो लेना है।आभा ने कहा हां, ठीक है राज को आने दो वो छोड़ आएगा।हिना ने कहा अरे ...और पढ़े

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प्यार का अनोखा रिश्ता - भाग ३८

काफी दूर निकल गया था राज।।।।और फिर उधर हिना और जीनत रात तक गाजियाबाद पहुंच गए जहां जीनत का है।दोनों थक चुके थे किसी तरह से मैगी नूडल्स मसाला बनाकर खा लिया और सो गए।काफी देर रात में हिना का फोन बजने लगा। पर हिना गहरी नींद में थी तो उसने देखा नहीं फिर रिंग हुआ तो हिना ने किसी तरह से फोन उठाया और उधर से आवाज आया हिना बेटा।।हिना ने कहा अरे मम्मी जी आप?साॅरी में फोन करना भूल गई थी।आभा ने कहा हां,चिंता हो रही थी।हिना ने पूछा सब कुछ ठीक है ना?आभा ने कहा क्या ...और पढ़े

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प्यार का अनोखा रिश्ता - भाग ३९

आभा ने कहा अरे तुझे कैसे पता?राज ने कहा अरे मां आप भी ना।उस दिन घर आएं थें तो रहेगा ना।।फिर सब बेमन से खाना खाने के बाद उठ गए।हिना के जाने के बाद घर का माहौल बहुत ही खराब हो गया था।मिनल का रोज फोन आता और वो पुछती रहती थी।फिर एक दिन आभा हिना के घर फोन करती है।आशा ने कहा अरे बड़े दिनों के बाद कैसे याद किया?आभा ने कहा अरे हिना के जाने के बाद कुछ अच्छा नहीं लगता हैएक हफ्ते बोल कर गई और एक महीने हो गए।आशा ने कहा अरे जीनत के साथ ...और पढ़े

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प्यार का अनोखा रिश्ता - भाग ४०

मैं क्या समझूं मुझे कुछ नहीं पता।भगवान मुझे सिर्फ दर्द देने के लिए जिन्दा रखा है और क्या?कुछ देर ही राज अपने दोस्तों के साथ आया और फिर बोला कि यह लो कुछ सेंडविच और Black coffee ।।जीनत ने जल्दी से बाक्स ले लिया और फिर बोली मुझे तो बहुत भूख लगी है।राज ने कहा अपने दोस्त को भी खिला दो।फिर पता चला कि खुद ही बेहोश हो जाएगी।हिना ने कहा मुझे नहीं खाना है बस।राज के दोस्त ने कहा इतना डांट दिया बेचारी को।राज ने कहा अच्छा बाबा सारी गलती मेरी बस।फिर सब खाने लगे।हिना ने एक बार ...और पढ़े

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प्यार का अनोखा रिश्ता - भाग ४१

फिर राज कैंटीन में जाकर बैठ गया।कुछ देर बाद ही उसके दोस्त आ गए।राज ने कहा अच्छा हुआ तुम आ गए।चलो कुछ order करते हैं।सब मिलकर मसाला डोसा खाने लगे।राज तू ठीक है ना।।अमित ने कहा।राज ने कहा हां, यार ठीक हुं।एक बात बोलूं। शादी कर ले यार।हिना से।राज ने कहा क्या बोल रहा है।अमित ने कहा हां, होली आ रही है बस अब उसके अपने प्यार में रंग लें। जाने मत दें उसे।राज ने कहा अरे यार, क्या बोल रहा है ये सब ।मां, पापा को कुछ पता नहीं है।तो बोल दे ना। यार।फिर कुछ सैंडवीच पैक करवा ...और पढ़े

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प्यार का अनोखा रिश्ता - भाग ४२

शाम तक सब कुछ हो जाने के बाद सब अपने अपने कमरे में जाकर आराम करने लगे।राज भी अपने में जाकर सारी पैकिंग कर चुका था और फिर वो मां पापा के कमरे में जाकर बोला कि मैं आज जा रहा हुं।रात की फाल्ईट है।आभा और रमेश ने कहा अरे बेटा बताया नहीं अब जा रहे हो।।राज ने कहा हां अब जाना होगा मुझे।आभा ने कहा ठीक है।राज वहां से सीधे हिना के रूम में गया और फिर बोला क्या मैं आ सकता हूं।हिना ने कहा इतनी रात कल बात करें।राज ने कहा कल किसने देखा है।हिना ने दरवाजा ...और पढ़े

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