प्यार का अनोखा रिश्ता - भाग ३३ RACHNA ROY द्वारा प्रेम कथाएँ में हिंदी पीडीएफ

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प्यार का अनोखा रिश्ता - भाग ३३

फिर सब लोग खाना खाने के लिए गार्डन में चलें गए।
प्लेट में खाना परोस कर हिना एक कौर खाने जा रही थी कि जीनत ने आकर उसका निवाला खा लिया।
हिना ने गुस्से से कहा अरे जीनत की बच्ची आदत नहीं बदलेगा तेरा।।
जीनत ने हंसते हुए कहा हां वो तो है ही।।
क्या सोचा है जाएगी मेरे साथ।।
हिना ने कहा हां, बाबा पहले बात तो करने दो।
राज ने सब कुछ सुन लिया और फिर मन में सोचा कि यह दोनों क्या खिचड़ी पका रही है।।


जो भी हो पता करना होगा।
फिर सब लोग खाना खाने लगे।
मेन्यू बहुत ही अच्छा था।
सब बहुत तारीफ़ कर रहे थे।
राज ने हंसते हुए कहा हां इसलिए तो लकी ड्रा किया था। वरना मेरे सर में एक भी बाल नहीं बचता।।
वैसे किसका लिस्ट सिलेक्ट किया गया है।
सुनील ने कहा अरे हिना भाभी का।।
सब सुन कर तालियां बजाने लगे।

हिना ने धीरे से कहा थैंक यू।
जीनत ने कहा अरे मुझे पता था कि हिना की लिस्ट सिलेक्ट होगी।

हिना ने बताया कि कैसे क्या क्या सिलेक्ट किया था।
फिर सब खाना खाने लगे।
हिना खाना खाने के बाद आइसक्रीम खाने लगीं।
राज भी आइसक्रीम ही खा रहा था और फिर हिना को दूसरा आइसक्रीम खाने के लिए जाना था पर राज समझ गया था तो वो आइसक्रीम लेकर हिना को दिया।
हिना की आंखें बड़ी हो गई और मुंह खुल गया तब राज ने कहा अरे आइसक्रीम खाओ कहीं मक्खी ना घुस जाएं।।
हिना ने हां, हां ठीक है थैंक यू।

फिर सब लोग खाना पीना करने के बाद सब गेस्ट रूम चले गए सोने के लिए।।
राज ने कहा चल सुनील दोनों दिन बाद तुझे परी के साथ।।।।आई मिन
परी ने कहा मारूंगी तुम्हें देवदास।।
फिर हंसी मज़ाक के बाद सब अपने अपने रूम में चले गए।
कल हल्दी की रस्म है।
हिना और जीनत भी अपने रूम में आकर फेश होने के बाद दोनों बैठ कर गप्पें लड़ाते हुए बोली देखो मैं यहां से चली जाऊं तो सब ठीक हो जाएगा है ना?

जीनत ने कहा हां शायद सब ठीक हो।।
हिना ने कहा फिर ठीक है यहां तो रहने का कोई मतलब नहीं है ना।
मेरा सब कुछ खत्म हो गया यार।।
जिंदगी इतनी नासूर बन कर चुभेगी सोचा नहीं था कभी।।

जीनत ने कहा अब चल सो जाते हैं एक बज गया।
फिर दोनों सो गए।
दूसरे दिन सुबह सब तैयारी चल रही थी।
दोनों की एक साथ ही हल्दी की रस्म होना था।
सजावट हो गई थी।
गाना बजाना शुरू हो गया था।
सबको डे्स कोड मिला था।
पीले रंग का कपड़ा पहनाना था।
हिना एक पीले रंग की साड़ी पहनी थी।
उधर राज भी एक पीले रंग का शेरवानी पहन कर इधर उधर घूम रहा था।
वर वधू तैयार हो कर गार्डेन में पहुंच गए थे।
फिर सब मिलकर हल्दी लगा रहे थे।
परी और सुनील को।
सुनील ने कहा मुझे तुमको लगाना है।
परी ने कहा लगा दो सबके सामने।
सुनील ने हल्दी लेकर परी के गाल में लगा दिया।
सब हंसने लगे।
राज ने तुरंत फोटो निकालने को कहा फोटोग्राफर से।
फिर सब मिलकर एक दूसरे को हल्दी लगा रहे थे।
हिना दूर खड़ी हो कर देख रही थी।
मिनल ने राज को हल्दी लगा दिया और फिर हिना के पास गई और फिर बोली हिना शगुन की हल्दी है लगा दूं?
हिना का चहेरा पीला पड़ गया और वो बिना बोले जाने लगी तो राज ने अपने हाथ में हल्दी लेकर हिना के गालों पर लगा दिया।
सब लोग एक दूसरे को देखने लगें।
राज को हल्दी लगा लगा देने के बाद हिना वहां से चली गई।
जीनत ने कहा अरे राज ये क्या किया आपने?
राज ने कहा अरे कुछ ग़लत किया क्या?
सब एक दूसरे को लगा रहे थे तो मैंने सोचा।।।
आभा ने कहा राज ये क्या था वो तो विधवा है लगता भूल गया सब।।
राज ने कहा ओह मां।।
किस दुनिया में जी रही है आप लोग?
उसकी क्या ग़लती है मां!
भाई के जाने के बाद आपको चाहिए था कि उसकी एक नयी जिंदगी देना पर आप लोग तो।।।


हिना अपने रुम जाकर दरवाजा बंद कर दिया और खुद को आईने में देख कर बोली।।।
कुछ न कर सको तो,
फ़क़त इतना ही कर दो
मैं भूल जाऊँ तुम्हें,
मुझे बस अपनी ये आदत दे दो.…!

कैद कर रखा है तूने मुझे,
मेरे खुद के भीतर
लो कर दो मुझे मुझी से आजाद ,
अब जमानत तो दे दो....!!


ये कहते हुए हिना रोने लगी चिल्लाने लगी और फिर जमीन में बैठ गई और बोली ये कैसी सजा देकर गए अमीत जी।।

मैं हार गई तुम पर अपनी मोहब्बत
लुटाते लुटाते...
लेकिन फिर भी वो लड़की नही बन पाई
जिसकी तुम्हें जरूरत थी...!!🥀😰💔

मैं क्या करूं?
कहां जाऊं।।
कुछ देर बाद हिना नहाने चली गई।
नीचे भी सब लोग नहाने चलें गए।
राज भी इधर उधर देखने लगा कि हिना नजर आ जाएं।

फिर सब तैयार हो कर नाश्ता करने पहुंचे।

क्रमशः