पति व अन्य लघुकथाएं Kishanlal Sharma द्वारा सामाजिक कहानियां में हिंदी पीडीएफ

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पति व अन्य लघुकथाएं

रोज वह घर से स्टेशन पैदल जाता था।लेकिन आज उसे घर से निकलने में देर हो गयी थी।इसलिए घर से बाहर निकलते ही उसने रिक्शा कर लिया था।स्टेशन पहुंच कर उसने समय देखा।ट्रेन आने में अभी5 मिनट शेष थे।टिकट लेकर वह अंदर आया
प्लेटफार्म पर एक युवती खड़ी थी।मंझले कद,गोरे रंग की सुंदर युवती को उसने देखा था।मेट्रो आते ही दोनों एक कोच में चढ़ गए।इत्तफाक से दोनों पास पास की सीट पर बैठे थे।
कुछ देर तक दोनों के बीच मौन छाया रहा।फिर उस मौन को तोड़ते हुए वह बोला,"मेरा नाम सोहन है।मैं नोएडा में काम करता हूँ
अपने बारे में बताते हुए वह बोला,"आपका नाम जान सकता हूँ?"
"रिया
"आप भी सर्विस करती है
रिया ने बस इतना ही अपने बारे में बताया था।
सोहन कुछ देर बाद बोला,"मुझसे दोस्ती करोगी?"
"मैं विवाहित हूँ।"सोहन की बात सुनकर मोना बोली थी।
"तो क्या हुआ।क्या विवाहित औरत मर्द से दोस्ती नही कर सकती,"मोना की बात सुनकर सोहन बोला,"विवाहित तो मैं भी हूँ।"
"क्या तुम अपनी पत्नी को पराए मर्द से दोस्ती करने की इजाजत दोगे
मोना के प्रश्न ने उसे सोच में डाल दिया।फिर धीरे से बोला,"नही
"पति सब एक से होते हैं।"मोना बोली थी

"मुझे माफ़ कर दो"
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"यह है वो शख्स जिसने आपके साथ ऐसी हरकत की थी।"पुलिस अफसर जूलिया से बोला था।
"मुझे माफ़ कर दो।"वह युवक जूलिया से माफी मांगते हुए बोला था,"मुझसे भूल हो गयी।
जूलिया कोलंबिया की रहने वाली थी।वह अपने देश के एक टी वी चेनल में पत्रकार थी।रूस में फुटबॉल के अंतरराष्ट्रीय मैच होने थे।जूलिया को मैचों की लाइव के लिय रूस भेजा गया था।जूलिया को विदेशी धरती से रर्पोर्टिंग का मौका पहली बार और अचानक मिला था।असल मे रिपिर्टिंग के लिए जिसे आना था।वह अचानक बीमार पड़ गया था।इसलिए जूलिया को पहली बार विदेेे धरती पर आकर लाइव करने का अवसर मिल गया था।जूलिया पूरे जोश के साथ आयी थी।
एक दिन वह एक मैच का लाइव प्रशारण कर रही थी।टीवी पर सिर्फ मैच दिखना ही नही चाहिए एंकर की आवाज में भी बॉल की तरह की फुर्ती और जोश होना चाहिए।जूलिया ऐसा जोश में बोल रही थी कि
तभी अचानक एकयुवज न जाने किधर से आया और उसने फुर्ती से जूलिया को अपनी बाहों में भरा और उसके होठो को चूमकर उसी फुर्ती से गायब हो गया था।जूलिया कुछ समझ ही नही पायी।सारी घटना कैमरे में कैद हो गयी थी।जूलिया के मान सम्मान को ठेस लगी और उसकी सामाजिक प्रतिष्ठा भी धूमिल हुई थी।विदेशी पत्रकार के साथ हुई इस घटना ने पुलिस की सुरक्षा चूक को भी उजागर किया था।अपनी नाकामी से बचने के लिए पुलिस ने इस कृत्य को करने वाले को गिरफ्तार करने मे फुर्ती दिखाई और जूलिया के पासले आयी
"अब तुम माफी मांग रहे हो लेकिन तुंमने ऐसी नीच हरकत क्यो की?"
"मेरे दोस्त ने मुझसे शर्त लगाई थी।उसे जीतने के चक्कर मे मे भूल गया कि इससे आपके दिल को ठेस लगेगी और सामाजिक प्रतिष्ठा धूमिल होगी।"
"अगर तुम्हारी बहन बेटी के साथ कोई ऐसा करता तो?"जुलिया ने प्रश्न उस युवक की तरफ उछाला था।।"मैं उस आदमी को ऐसा सबक सिखाता कि जीवन मे वह फिर किसी औरत के साथ ऐसी नीच हरकत करने का दुशाहस्मस न करता।"
"तुम्हे अपनी बहन बेटी की इज्जत की इतनी चिंता है।मैं भी किसी की बहन बेटी हूँ,"जूलिया बोली,"यह आदमी माफी के योग नही है।"
"चलो",पुलिस उसे लेकर चल दी।कुछ कदम ही गयी होगी कि
"ऑफिसर।यह माफी के लायक नही है फिर भी
पुलिस वाले रुक गये थे
"इसकी हरकत ने मुझे रातों रात फ़िल्म स्टार बना दिया इसलिए मैं इसे माफ करती हूँ