Hot romance - Part 21 Mini द्वारा प्रेम कथाएँ में हिंदी पीडीएफ

Featured Books
श्रेणी
शेयर करे

Hot romance - Part 21

आएशा को दरवाजा पर गाड़ी कि हार्न सुनाई दिया फिर डोर बेल कि आवाज आई... फिर आएशा ने किया कि बात पर गौर किया और जवाब दिया " शायद तू सही बोल रही है ...उसी समय आएशा के रूम का दरवाजा नॉक हुआ तो अरुल कि आवाज सुनाई दिया फिर आएशा अपनी दोस्त को बोली " किया मुझसे मिलने अरु आई है मैं बाद में बात करती हुं बाय....


आएशा अपने कमरे के दरवाजा खोली तो अरुल थी ..!!

अरुल आएशा को देखकर जल्दी से गले लगी आएशा फोर्मलिटी के लिए गले लगी और पीठ थपथपाई..

अरु अलग होकर आएशा के हाथ पकड़कर बोली उसके आंखें नम थी खुशी से वो अपने प्यारी बहन से मिल रही थी आज " दी आप कहां चली गई थी और क्यों गई थी बिना बताए हम बहुत परेशान थे डैड को अटैक भी आ गया था टेंशन कि वजह से..

आएशा आश्चर्य से पूछा "क्या डैड.. डैड को अटैक आया था ..

अरुल को लगा आएशा बहुत घबरा जाएगी तो तुरंत बोली " हां पर घबराने जैसी कोई बात नहीं नॉर्मल था अटैक था , लेकिन अब संभलकर रहना होगा डैड को ज्यादा स्ट्रेस नहीं देने बोले है डॉक्टर , आप बताओ दी क्यों चली गई मुझे भी कुछ नहीं बताया आपने ...

आएशा अरुल के हाथ छुड़ाकर खिड़की पर आई और बोली " क्या बताऊं अरु मैं क्यों गई थी और कहा गई थी उसे डैड को अटैक आया उसके लिए सॉरी पर मैं मुंबई ही छोड़ देना चाहती हुं...

अरुल आएशा के बात से परेशान हुई और आएशा के पास आकर बोली " दी...दी आप सोच भी कैसे सकती हैं मुंबई छोड़ने कि और ऐसा क्या हुआ है जो मैं नहीं जानती कि आप और डैड क्यों परेशान हैं स्पेशली आप डिस्टर्ब लग रही क्यो सच बताओ मुझे..

आएशा ने तिरछी मुस्कान दिया और अरु से दो कदम पीछे हुई फिर बोली " सच.. क्या तुम सुन पाओगी अरु ...??

अरुल ने आंखें सिकोड़ कर बोली" हां दी मुझे बताओ क्यों परेशान हैं आप ..!!

आएशा ने कहा " मेरे परेशानी का सबब है अरव खुराना जिसे मैं बहुत प्यार करती हूं...

अरुल आएशा कि बात सुनकर आंखें सिकोड़ गई और बोली " अरव से प्यार करती है आप ....

आएशा ने अरुल के आंखों में देखते हुए कहा" हां.. प्यार करती हूं मैं अरव से ,एक पति पत्नी के रिलेशन का सपना बुन लिया था मैंने जहां हम प्यार के पल जिया करते थे डैड ने सब बर्बाद कर दिया मेरे सपनों को , मैंने ये बात डैड को भी बता दिया था वो भी तीन महीने पहले मुझे अरव से पिछले एक साल से प्यार था और तीन महीने पहले डैड से बोली कि डैड मैं अरव से प्यार करती हूं और शादी करना चाहती हुं तो डैड ने साफ मना किया कि अरव खुराना कैरेक्टर लेस है वो मुझे खुश नहीं रख सकता इसलिए भूल जाऊं , मैंने फ़िर कुछ नहीं कहा वक्त का इंतजार करने लगी फिर तीन महीने बाद अचानक ही डैड और अरव मिले और तुम्हारी शादी कि बात चलने लगी तब भी मैं डैड को बोली मैं अरव से शादी कर लुंगी लेकिन मेरे डैड तो जुबान के पक्के हैं तो कैसे पीछे हटते उसने तेरे और अरव कि शादी पर मान गए मुझे किनारे करके अब तुम बताओ अरु क्या ग़लत नहीं है मेरे हिस्से का प्यार तुम्हे देने कि क्या जरूरत थी जबकि तुम्हारी तो उम्र भी नहीं है शादी कि फिर भी डैड ने अरव से शादी किया ..

अरुल आश्चर्य थी कि आएशा दी को प्यार है अरव से ,वो रुंधे गले से बोली " दी एटलिस्ट मुझे तो आपको बताना था जब डैड नहीं माने तो मुझसे क्यों छिपाया शायद मैं मुंबई से दूर चली जाती ,आपने मुझे ना बताकर अच्छा नहीं किया दी ..!!

आएशा बोली " क्या बताती अरु डैड ने कसम दिया फिर दो दिन में शादी तैय हुआ और शॉपिंग और दोस्तों के साथ तुम बिज़ी थी मौका नहीं मिला और मैं तो बिल्कुल दिमाग से न्यूड हो गई थी...

अरुल काउच में बैठते हुए बोली " शादी हो गई है अब क्या हो सकता है दी ...

आएशा ने कहा एक उम्मीद लेकर " हो सकता है अरु तुम चाहो तो ...!!


अरुल आएशा को देखकर आंखें सिकोड़ लिया उसे समझ नहीं आ रहा था" क्या हो सकता है दी..

आएशा ने मुस्कुराते हुए कहा " अरु तुम्हें याद है तुम इस शादी से भागना चाहती थी डैड से विरोध भी किया तुमने , लेकिन डैड ने तुम पर दबाव बनाया था पर अब तुम फ्री हो और अपने लाइफ कि डिसिजन तुम खुद ले सकती हो मेरी प्यारी बहना ...

अरुल अभी भी नहीं समझी...

आएशा अरुल के बगल में आकर अरुल का हाथ पकड़कर बोली " तुम .. तुम अरव से डिवोर्स ले लो फिर मैं अरव से शादी कर लूंगी ,और डैड को हम दोनों मिलकर समझा लेंगे ,बोलो मेरी बात मानोगी प्लीज़ आई लव अरव एंड वेरी वेरी मच ..!!


अरुल का दिमाग घूमने लगा जैसे अभी वो गिर पड़ेगी और आएशा कि बात से सिर फटने को तैयार था दिल पर वजनी चीज गिरा हो ऐसा दर्द महसूस होने लगा " आई लव अरव ... वेरी-वेरी मच ...


आएशा ने अरुल को देख रही थी फिर बोली" क्या हुआ अरु तुम कुछ बोल क्यों नहीं रही , वैसे भी तुम तो अरव को पसंद नहीं करती हो जब पसंद नहीं है तो रिश्ता तोड़ देने में समझदारी है मेरी प्यारी बहना..!!

अरुल ने बड़ी हिम्मत करके अपने आप को संभाला और बोली " दी .. मुझे एक दिन का वक्त दो मैं सोचकर बताती हुं, फिर वो उठी और बोली " दी मुझे कुछ जरूरी काम याद आया है मैं चलती हूं ,वो जल्दी से इस कमरे से भाग जाना चाहती थी,वो जैसे दरवाजे पर आई तो आएशा ने फिर कहा" अरुल तुम्हें याद है तुम हमेशा मेरी मदद मांगती थी और उसके बदले में कुछ भी करने कि बात करती थी तुम ...


अरुल दरवाजे पर एक सेकंड के लिए खड़ी हुई और आएशा कि बात सुनकर सिर हिला कर हां बोली और जाने लगी .....


आएशा ने जैसे दरवाजा बंद हुआ और खुशी से उछल पड़ी और खुद से बड़बड़ाई " ऐश बेबी ये काम तुमने जल्दी नहीं किया अरुल को अपने दिल कि बात बताकर , बेवकूफ कहीं कि...अरुल को शादी से पहले बोलती तो शायद आज तू अरव कि बीवी होती , तूने अपने ही पैर पर कुल्हाड़ी मारी है अरु को ना बता कर अब सिर्फ इंतजार रहेगा जब तक अरव और अरु कि डिवोर्स नहीं होता ,आई थिंग अरुल मेरी बहन है और इमोशनल फूल भी मेरी बात जरूर मानेगी ...


अरुल राजवंश हाऊस से निकल कर गाड़ी चलते हुए बहुत दूर निकल गई वो तो जैसे गुम हो गई थी किसी से ना बात करने का मन था और ना मिलने कि बस वो गाड़ी ड्राइव करते मुंबई से बहुत दूर चली गई....

अरव अपने ऑफिस के केबिन में बैठा अरुल को फोन कर कर के परेशान हो रहा था क्योंकि रिंग जा रही थी पर वो उठा नहीं रही ,अरव के चेहरे पर झल्लाहट दिखाई देने लगी वो बड़बड़ाने लगा " मुझे पता है अरुल जब भी तुम राजवंश हाऊस जाती हो मुझे इग्नोर करती हो अभी भी तुम मेरा फ़ोन ना उठाकर इग्नोर कर रही हो , क्या करूं मैं जो तुम राजवंश हाऊस को भूल जाओ और मेरी ही बनकर रहो ,अरव‌ ने फिर फोन लगाया रिंग जाने लगी पर कवरेज एरिया से बाहर बताने लगी तो झल्लाहट गुस्से में तब्दील हुई और कहा " मुझे पाबंदी लगानी होगी अब ,तुम राजवंश हाऊस नहीं जाओगी वहां के लोग मिलने तुमसे मेरे विला में आएंगे फिर उसने फोन लगा दिया और रिसिव हुआ तो सख्त आवाज में कहा " अरुल कहा है...

फोन के दूसरे तरफ से लड़खड़ाती हुई आवाज आई" प... पता सर मैम आपके साथ गई थी फिर मैंने फोन नहीं किया...
अरव गुर्राते हुए कहा "तुम्हें अरुल के मदद के लिए रखा गया है ,जाओ दो बाउंसर के साथ राजवंश हाऊस वहां से अरुल को लेकर वरदान विला ले जाओ ....


शेष अगले भाग में...

प्लीज़ कमेंट कीजिए ...🙏

जय श्री कृष्णना 🙏