हाइवे नंबर 405 - 20 jay zom द्वारा डरावनी कहानी में हिंदी पीडीएफ

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हाइवे नंबर 405 - 20

Ep २०

मार्शल और नील दोनों लघुचित्रों के लिए एक अंधी जगह पर आकर अपना निजी काम कर रहे थे। कई बार दोनों ने अपने रोजमर्रा के काम निपटा लिए थे. फिर वो थोड़ी दूर पआकर खड़े हो गये..मार्शल

उसने दाहिनी ओर एक नजर डाली और उसे कील की तरह घूरने लगा।

"मार्शल? आप यहां रामचंद नामक राक्षस को खत्म करने आए हैं! वह कोई भी हो..! वह इस राजमार्ग पर कहां हो सकता है?" मार्शल ने आगे देखा और नील के प्रश्नवाचक वाक्य पर सिर हिलाया। नील ने वह किसका इंतज़ार कर रहा है? यह देखने के लिए उसने भी आगे की ओर नजर दौड़ाई, सामने मक्के का खेत था और उस खेत के चारों ओर मक्के के पौधे उगे हुए थे। और वहाँ एक संदिग्ध दृश्य था. जे मार्शल देख रहा था. मक्के के पौधों को रौंदते हुए एक रास्ता सीधे खेत के बीच से होकर गुजरता हुआ दिखाई दे रहा था। नीचे ज़मीन पर टायर बिखरे हुए थे। आगे गुडुप में अंधेरा था और ज्यादा कुछ दिखाई नहीं दे रहा था।

"क्या.. यार! ऐसी मक्के की खेती तो मैंने ही देखी है!" नील ने मार्शल की ओर देखा जो अभी भी आगे देख रहा था।

"पौधों को रौंदकर बड़ा किया जाता है! हा हा हा हा" नील अपनी ही बात पर हंसने लगा। मार्शल का ध्यान केवल उन पर ही नहीं था। उसने अपना एक हाथ धीरे-धीरे अपनी आंखों पर लगे चश्मे के सामने ले जाकर अपनी तर्जनी से कांच के चौकोर फ्रेम को हल्के से छुआ। स्पर्श करने पर, काले फ्रेम वाला विशेषज्ञ उपकरण रात के शीशे की तरह हरा चमकने लगा। मार्शल को उन कांच के फ़्रेमों पर ज़ूम विकल्प और अंधेरे में देखने के लिए विशेष दृष्टि मिली। देखने वाले को भी

हालाँकि काले चौकोर फ्रेम के चश्मे साधारण दिखते थे, लेकिन वे बिल्कुल भी साधारण नहीं थे। नैनोटेक्नोलॉजी, फ़्यूचरपॉवर, विस्वी सैडिट के पास एक विशेष गैजेट था।

"अरे बाप रे!" मार्शल ने कहा.

"क्या हुआ? मार्शल!" नील ने पूछा। इस वाक्य पर मार्शल ने धीरे से अपना चश्मा उतार दिया और निल को आगे कर दिया. वैसे ही निल भी गंभीर हो गया.. उसने चश्मा निगल लिया और हल्के से अपनी आँखों पर रख लिया। कभी-कभी सामने दिखने वाला गहरा अँधेरा अब गायब हो चुका था। छोटे-छोटे रेंगने वाले कीड़े, कीड़े, सांप, चूहे पीले स्क्रीन पर ज़ूम करके अपने नाम के साथ दिखाई दिए।

"वाह अद्भुत!" नील ने चेहरे पर मुस्कान के साथ सीधे आगे देखा। उसके चेहरे पर मुस्कान फैल गई, साठ सत्तर मीटर आगे एक सफेद फॉर्च्यूनर दुर्घटनाग्रस्त अवस्था में पड़ी थी।

कार का पिछला हिस्सा पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया है. टायर टूट गये हैं. और चौंकाने वाली बात. कि उस हरी स्क्रीन पर कार का नंबर दिख रहा था - कार के मालिक शाइना की फोटो दिख रही थी


Continue:


महत्वाच संदेश- सदर कथेत उच्चार केलेल्या गावाच नाव आणि तिथली परिस्थिती हे सर्वकाही काल्पनिक असून .. वाचकांनी ही कथा ,त्यात असलेले पात्र, मृत व्यक्ति, एकंदरीत सर्वच्या सर्वच परिस्थिती काल्पनिक नजरेने पाहावी- आणी


फक्त मनोरंजन व्हावा ह्या हेतूने कथा वाचावीत🙏


ह्या कथेत लेखकाने गरज असल्याने भूत,प्रेत, अंधश्रद्धा दाखवली आहे - पन, लेखकाचा ह्या कथेवाटे समाजात अंधश्रद्धा पसरवण्याचा मुळीच हेतू नाही. जर कोणी लेखकाला पर्सनल मेसेज करून आक्षेपार्ह मेसेज आणि वागणूक दिली- तर कायद्यानूसार कारवाई करून कडक, एक्शन घेतली जाईल!


सदर कथेत शुद्धलेखनाच्या चुका असू शकतात तर कृपया करून लेखकास समजून घ्या !


लेखक चुका सुधारण्याचा प्रयत्न करत आहे ..


धन्यवाद..



सदर कथा काल्पनिक आहे !

कथेत भुत ,प्रेत अमानविय शक्तिंचे उल्लेख आहे .

कथेत अंधश्रद्धा आहे परंतू लेखक तिला खतपाणी घालत नाही ... गरज असल्याने तिच वापर केल गेल आहे कृपया भयरसिकांनी कथा आन्ंद मिळाव ह्या उद्दीष्टाने वाचावी .


महत्वाच संदेश- सदर कथेत उच्चार केलेल्या गावाच नाव आणि तिथली परिस्थिती हे सर्वकाही काल्पनिक असून .. वाचकांनी ही कथा ,त्यात असलेले पात्र, मृत व्यक्ति, एकंदरीत सर्वच्या सर्वच परिस्थिती काल्पनिक नजरेने पाहावी- आणी फक्त मनोरंजन व्हावा ह्या हेतूने कथा वाचावीत अशी माझी प्रत्येक वाचका प्रती नम्र विनंती आहे. 🙏


ह्या कथेत लेखकाने गरज असल्याने भूत,प्रेत,पिशाच्च ,हडळ,डाकिनी ,याक्षिणी अशी भुत आनी अंधश्रद्धा दाखवली आहे - पन, लेखकाचा ह्या कथेवाटे समाजात अंधश्रद्धा पसरवण्याचा मुळीच हेतू नाही. हे वाचकांनी समजुन घ्या - जर कोणीही लेखकाला पर्सनल मेसेज करून आक्षेपार्ह शिवी गाळ करणारे मेसेज आणि वाईट ,हिंसक वागणूक दिली- तर कायद्यानूसार त्या वाचकावर कठोर कारवाई करून त्यावर कडक, एक्शन घेतली जाईल! सदर कथेत शुद्धलेखनाच्या चुका असू शकतात, कारण लेखक नवा आहे नवखा आहे , तर कृपया करून त्या लेखकास समजून घ्या ! तो पुढे जाऊन नक्कीच चांगल्या पद्धतीने लिहायला शिकेल ............ कथेत आढ्ळणा-या चुका लेखकास निदर्शनास आणून द्या..जेणेकरुन तो

लेखक चुका सुधारण्याचा प्रयत्न करिल.....

आनी नव्या जोशाने लिहिल..!

महत्वपूर्ण संदेश- सदर कथा उरार केलेलिया गावच नाव और तिथि पृष्टिति हे सर्वकाही काल्पनिक आसुन .. वाचकन्नी असले ही कथा, त्यात् ‍ यत् ले पात्र, मृत व्यक्ति, एकेंद्रित ‍ सर्वच सर्वाच पृष्टि ‍ काल्पनिक नजरें पाहावी- और वास्तविक मनोरंजन व्हावा हया हेतुने कथा वाचावित आशी माझी हर वाचका प्रति। नम्र विनन्ति आहे। 🙏

ह्या कथेत लेखक· गैर असल्याने भूत,प्रेत,पिशाच,हडळ,डाकिनी,यक्षिणी अशी भुत अनी अंधश्रद्धा देखावली एहे - पन,लेखक हया कथेवते समाजात् अंधश्रद्धा पसरव्याचा मुळीच हेतु नहीं। वाचकन्नी समजुन घ्या - एक जर कोनिही राइटरला पर्सनल मेसेज करून अक्सेरह शिवी गाळ कर्नारे मेसेज एनी वेट, हिंसक वागानुक डेली-टार कायद्यानुसार त्या वाचकवर हार्ड कारवाई करुन तयावर कडक, एक्शन घेतली जेल! सड कथेत शुद्धलेखनाच्या ने अस्सु शक्तात का भुगतान किया, क्योंकि लेखक नवा अहे नवाखा आहे , तर कृपया करून त्यास लेखक समजून ग्या ! तो पुढे जाऊं नक्की चांगल्या पद्धतिने लिहायला शिकेल ............ कथेत आध्लाना-या भुगतान लेखक निदर्शनास अनून द्या..जेनेकरुन तो

लेखक ने सुधार का प्रयास किया...

आनी नव्या जोशाने लिहिल..!



कथा सुर...


कथा सुरु...नेकस्ट एपिसोड.. दर एकदिवसाआड एक भाग पोस्ट होइल.

.धन्यवाद


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सदर कथा काल्पनिक आहे !

कथेत भुत ,प्रेत अमानविय शक्तिंचे उल्लेख आहे .

कथेत अंधश्रद्धा आहे परंतू लेखक तिला खतपाणी घालत नाही ... गरज असल्याने तिच वापर केल गेल आहे कृपया भयरसिकांनी कथा आन्ंद मिळाव ह्या उद्दीष्टाने वाचावी .


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कथा सुरु ...


महत्वपूर्ण संदेश- कहानी में वर्णित गांव का नाम और वहां की स्थिति सब काल्पनिक है।


कहानियाँ केवल मनोरंजन के लिए ही पढ़ी जानी चाहिए


इस कहानी में लेखक ने भूत-प्रेत और अंधविश्वास को आवश्यकता के कारण दर्शाया है - लेखक का इस कहानी के माध्यम से समाज में अंधविश्वास फैलाने का कोई इरादा नहीं है। यदि कोई व्यक्ति व्यक्तिगत संदेशों के माध्यम से लेखक को आपत्तिजनक संदेश और व्यवहार भेजता है तो कानून के अनुसार कड़ी कार्रवाई की जाएगी!


कहानी में वर्तनी की गलतियाँ हो सकती हैं, इसलिए कृपया लेखक को समझें!


लेखक गलतियों को सुधारने का प्रयास कर रहा है..




धन्यवाद..

यह कहानी काल्पनिक है!

कहानी में भूत-प्रेत और अमानवीय शक्तियों का जिक्र है।

कहानी में अंधविश्वास है लेकिन लेखक इसमें कुछ नहीं जोड़ता... इसका इस्तेमाल इसलिए किया गया है क्योंकि यह जरूरी है।


महत्वपूर्ण संदेश- कहानी में वर्णित गांव का नाम और वहां की स्थिति सब काल्पनिक है। विनम्र निवेदन। 🙏


इस कहानी में लेखक ने आवश्यकता के कारण भूत-प्रेत, लाश, पिशाच, पिशाच, डाकिनी, यक्षिणी जैसे भूत-प्रेत और अंधविश्वासों को दर्शाया है - लेकिन इस कहानी के माध्यम से समाज में अंधविश्वास फैलाने का लेखक का कोई इरादा नहीं है। पाठक इसे समझें - यदि कोई लेखक को आपत्तिजनक अपमानजनक संदेश और बुरे, हिंसक व्यवहार वाले व्यक्तिगत संदेश भेजता है - तो उस पाठक के खिलाफ कानून के अनुसार सख्त कार्रवाई की जाएगी! इस कहानी में वर्तनी की गलतियाँ हो सकती हैं, क्योंकि लेखक नया है, इसलिए कृपया लेखक को समझें! वह आगे चलकर निश्चित रूप से बेहतर लिखना सीखेगा..........कहानी में गलतियों को लेखक को बताएं..ताकि वह

लेखक त्रुटियों को सुधारने का प्रयास करेगा...

और नये जोश से लिखेंगे..!

कहानी जारी है...अगला एपिसोड..हर एक दिन एक एपिसोड पोस्ट किया जाएगा।

।धन्यवाद


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