प्यार का ज़हर - 48 Mehul Pasaya द्वारा प्रेम कथाएँ में हिंदी पीडीएफ

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प्यार का ज़हर - 48

प्रणाली : रे राहुल बेटा. जरा पता करोना. की राज और सरस कहा रेह गए है.

राहुल : हा मम्मी रुको में फोन लगाकर पूछता हूं.

राज : अरे इसकी कोई जरूरत नहीं है. हम आगए.

सरस : भैया..……..…..

राहुल : अरे सरस क्या हुआ. क्या हुआ. रो क्यों रही हो. राज क्या हुआ बताओगे अब. ये रो क्यू रही है.

राज : वो ना भाई कुछ गुंडे सरस को अपहारण कर के ले गए थे.

राहुल : क्या? ये सब हुआ. और तुमने कुछ बताया भी नहीं हमे.

राज : अरे नहीं वहा ना तुरंत हमे कुछ लड़के मिल गए. और फिर उन लडको ने ढूंढ लिया उन गुंडों को. और फिर उसमे से एक लड़की ने उन गुंडों कि जो हालात की है पूछो मत आप. और वहा उस गुंडे उस लड़के की ताकत को देख कर और उसकी बुद्धि को देख कर उसकी उसके पास रख लिया. और वो लड़का मान भी गया वहा उसके साथ रहने के लिए. और अब उसके साथी दार ती आ गए है. लेकिन वो नहीं आया. पता नहीं उसके मन में क्या चल रहा है.

सरस : हा भैया मैने भी कुछ अवलोकन किया था कि वो कुछ सोच रहे थे. लेकिन में ये पता नहीं लगा पाई कि वो हमारी तरफ थे या उन गुंडों कि तरफ थे.

राज : नहीं अभी तो ऐसा कोई भी अनुमान लगाना ठीक नही होगा. क्यू की वो क्या करने वाले है. आगे किसीको कुछ नहीं पता है.

राहुल : खैर कोई बात नहीं. वैसे उस लड़के का नाम तो बताओ और कहाके थे.

सरस : एक कहा से थे पता नहीं. लेकिन वो उसका नाम रिहान था.

राहुल : ठीक है हम बात कर लेंगे उसे.

[ कुछ देर बाद... ]

रिहान : अरे फेटले अपने अड्डे तो बताओ. और तुम्हारे सारे जगहओ पर तो लेजाव. हमे देखना है. सब कुछ.

फेटेला : हा क्यू नहीं चलो ना हम दिखा लाते है. क्यू? भाई लेजाए ना इसको दिखाने.

रितेश : रुको में तुमपे भरोसा कैसे करू की तुम मेरे लिए काम करोगे. क्या पता तुम मुझे धोखा भी दो.

रिहान : अगर में कुछ काम करता हूं. खुदके लिए या फिर किसी और के लिए. तो फिर उसमे फायदा दोनों का देखता हूं. में किसीको धोका नहीं देता.

रितेश : चलो फिर देखते है. क्या होता है.

रिहान : चलो फटेले.

[ रात 08 : 00 पीएम् ]

प्रणाली : लेकिन राज बेटा तुमको तो रोकना चाहिए था उस लडके को उस गुंडे के पास जाने से.

राज : आपको क्या लगता है. हमने कोशिश नही की. हमने बहुत कोशिश की लेकिन वो डश से मश नहीं हुए.

प्रणाली : अच्छा कोई बात नहीं लेकिन वो ऐसे ही एक गुंडे के पास चला गया है. तो अब उसके घर वाले क्या कहेंगे.

राहुल : कुछ नहीं कहेंगे उल्टे गर्व करेंगे उसके बेटे पर क्यू की जिस तरह राज और सरस बता रहे है. उसके हिसाब से तो ऐसा ही लग रहा है. की वो उन गुंडे के किस्से ही ख़तम करने गए है.

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