Junoon - ishq ya badle ka.. - 28 books and stories free download online pdf in Hindi

जुनून - इश्क या बदले का... - 28

फिर वो चारों मिलकर प्लान बनाते है कि उन्हे आगे क्या करना है , थोड़ी देर डिस्कस कर लेने के बाद सिमरन सब को बाय बोलकर वहां से निकल जाती हैं ।

काजल बस दरवाजे को देखे जा रही थी , जहां से अभी अभी सिमरन गई थी । जैसे वो कुछ सोच रही हो ।

नील कबसे ये देख रहा था कि काजल कहीं खोई हुई है , तो वो काजल के चेहरे के सामने चुटकी बजाते हुए कहता है , " अरे कहां चली गई आप मैडम जी , इसी धरती पर हो ना , कि कहीं किसी और ही दुनिया में चली गई आप "

" मुझे डर लग रहा है नील । " , काजल उसी तरह दरवाजे को देखते हुए कहती हैं ।

काजल कि बात सुन दीपिका समझ जाती है , कि उसके कहने क्या मतलब है ।

" अगर तुझे इतना ही डर लग रहा था , तो तुझे यहां आने कि जरूरत ही क्या थी । " , नील थोड़ा चीड़ कर कहता है ।

उस कि बात सुन कर काजल और दीपिका उसे इस तरह से देखते है जैसे वो कोई बेवकूफ़ हो ।

" तुम दोनों मुझे इस तरह से क्यों देख रही हो...? " , नील थोड़ा हड़बड़ाकर कहता है । उसे तो कुछ समझ ही नहीं आया की उसने ऐसा भी क्या कह दिया कि ये दोनों देविया उसे इस तरह देख रही है जैसे वो कोई गधा हो ।

काजल उसके सर पर चपत लगाते हुए चीड़ कर कहती हैं , " इडियट , मे अपने बारे में नहीं बल्कि सिमरन के बारे में बोल रही थी , मुझे उसके लिए डर लग रहा है ।

नील मुंह बनाकर , " लेकिन तुझे उसके लिए डर क्यों लग रहा है...? वो तो खुद सबको डराती फिरती है , उसके आगे तो हम मे से भी किसी कि नहीं चलती , तुझे पता नहीं है क्या कि अगर उसका गुस्सा उसके बर्दास्त के बाहर चला गया तो वो सामने वाले इंसान को इसी दुनिया में नर्क कि सेर करा देगी "

काजल का तो मन कर रहा था , कि वो इस बेवकूफ़ इंसान का गला दबा दे ।

वो गुस्से से लगभग भड़कती हुई कहती हैं , " मुझे पता है कि वो किसी से नहीं डरती , वो अच्छे, अच्छो को धूल चटाना जानती है । लेकिन मै उस डर कि बात नहीं कर रही थी , मे तो उसकी बात कर रही थी जो उसके अंदर है ।

वो बाहर से बोहोत शांत दिखती है । जैसे उसकी लाईफ भी बाकी लड़कियों कि तरह नॉर्मल हो , लेकिन हम सब जानते है कि उसके अंदर कितना दर्द है , उसके अंदर नफ़रत और बदला लेने का जुनून सवार है । वो भी उसके लिए जिसे उसने बस एक ही बार देखा है , उसके दिमाग में अपने पास्ट कि बुरी यादें हैं जिस ने उसे आज तक जकड़ कर रखा है । और एक निशानी जिस के बेसिस पर वो उस सक्स को ढूंढ कर उससे बदला लेने निकल पड़ी है । मुझे डर बस इस बात का है , कि इस नफ़रत और बदले कि आग मे कही वो अपने आप को ना खोदे । , " ये कहते वक्त काजल कि आंखो मे नमी और सिमरन के लिए फ़िक्र साफ़ नजर आ रही थी ।

वो अपनी बात आगे कंटिन्यू करते हुए , " आई विश कि कुछ ऐसा हो जाए और उसकी लाईफ मे कोई ऐसा आ जाए, जो उसे उसके सारे दर्द , तकलीफ़ और उसके बुरे पास्ट से उसे बाहर निकाल दे ।

ताकि वो भी एक नॉर्मल लड़की कि तरह जी सके , किसी को अपने दिल अपनी जिंदगी में आने दे सके और दिल से खुश रह सके , ना कि सिर्फ लोगों को दिखानके लिए । क्योंकि वो भी अपनी लाईफ मे खुशियां डिजर्व करती हैं । जो उसे आज तक कभी नहीं मिली ।

इस बात पर तो नील और काजल भी अग्री करते थे , क्योंकि सिमरन अपने सारे रिश्तों को बखूबी निभाना जानती है , चाहे वो उसकी फैमिली से हो या फिर अपने दोस्तों से , वो तो अपने दोस्तों को भी अपनी फैमिली समझती है ।

काजल के साथ साथ उन दोनों कि भी आंखे नम हो गई थी । वो दोनो काजल को एक साथ हग कर लेते हैं ।

दीपिका काजल के गले लगे हुए ही , " उसे भी कोई ना कोई तो ऐसा जरूर मिलेगा । जो उसे इतना प्यार देगा , इतना प्यार देगा कि वो अपने सारे ज़ख्म , सारे ग़म भूल जाएगी ।

और वो उसे इतना प्यार , और इतनी सारी खुशियां देगा ना के सिमरन कि लाईफ मे ना , उसकी बुरी यादों के लिए कोई जगह ही नहीं बचेगी । तू लिख के लेले बच्चा , ये दीपिका चतुर्वेदी कि भविष्यवाणी है , जो कभी ग़लत साबित नहीं होती । " , वो आखरी लाइन उससे दूर होकर थोड़ी नौटंकी करते हुए बोलती हैं , ताकि काजल का थोड़ा मुड़ ठीक हो जाए ।

दीपिका कि नौटंकी देखकर काजल के चेहरे पर स्माइल जाती है । लेकिन वो जल्द ही नॉर्मल होकर उसकी नौटंकी मे उसका साथ देते हुए , " बाबाजी आपने तो मेरी दोस्त का भविष्य मुझे बता दिया , पर क्या आपने अपना भिविष्य देखा है कि अब आपके साथ क्या होने वाला है ।

" ह... ह...हम... कु...कुछ समझे नहीं बच्चा ", दिपिका अटकते हुए बोलती है ।

" कोई बात नहीं बाबाजी अगर आप अपना भविष्य नहीं बता पा रहे हो , तो मे आपका भविष्य करण करती हूं ।

" भविष्य करण ये क्या होता है...? " , दीपिका हैरानी से पूछती है ।

" अरे बाबा जी आपने तो सुना ही होगा ना कि इस दुनिया मे नामकरण , वशीकरण पता नहीं कितने करण है , वैसे ही मैने आपका भविष्य बताने के लिए उसका नाम भविष्य करण रखा है , जो में आपका बताने वाली हूं ।

और मुझे साफ़ साफ़ नज़र आ रहा है कि आपकी कुछ ही क्षण मे अच्छी खासी धुलाई होने वाली है । ये कहते हुए वो सोफे से पिलो उठा के दीपिका को मारने लगती हैं , तो दीपिका पिलो से बचने के लिए इधर उधर भागने लगती है । तो वही नील उन दोनों कि पिलो फाइट को इंजॉय कर रहा था ।
to be continued......
Hi guys , agar meri is novel ke 25k download complete ho jane ke bad , me ek aur new novel lekr aaungi . Jiska naam hoga " My Fairy Wife " ye kahani ek insan aur pari ki hogi .
Ok then by and take care guys....💞💞💞

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