जुनून - इश्क या बदले का... - 10 Princess द्वारा प्रेम कथाएँ में हिंदी पीडीएफ

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जुनून - इश्क या बदले का... - 10

आरू सिमरन को उसका कमरा दिखा देती है। जो आरव के कमरे के ठीक बाजू वाला कमरा था । सिमरन उसे थैंक्यू केहती है । और वो अपने दोनों सूटकेस को क्लोसेट रूम कि तरफ़ ले जाती है। वो अपने रेड वाले सूटकेस में से कपड़े निकाल कर उसे अच्छी तरह से जमा देती है। और अपने ब्लैक कलर के सूटकेस को वही एक कोने मे रख देती है।और अपने लिए कपड़े लेके वॉशरूम मे चली जाती है।




वही लंदन मे ...💞💞💞💞




अक्षय का ऑफिस ( Roy group of Industries )

अक्षय अपने केबिन में कुछ फाइलस् पे सिग्नेचर करने में बिज़ी था। तभी उसके केबिन का डोर नॉक होता है।


अक्षय बिना अपनी नज़रे ऊपर उठाए " कम इन " केहता है।

तो आकाश ( अक्षय का असिस्टेंट ) अंदर आता है। और अक्षय के सामने जाके उस से केहता है।




सर आपने जैसा कहा था वैसा हो चुका है और लगभग सारी अरेजमेंट्स हो चुकी है ।




अक्षय अपनी नज़रे ऊपर उठा कर आकाश को देखते हुए केहता है ।

जितनी जल्दी हो सके उतनी जल्दी इंडिया जाने की Preparation ( तैयारी ) शुरू कर दो ।




मुझे जल्द से जल्द इंडिया जाना है । ताकि मे अपना ड्रीम प्रोजेक्ट शुरू कर सकू ....!




" ओके सर " इतना बोल के आकाश केबिन से बाहर जला जाता है।




अक्षय एक नज़र अपने मोबाइल पर डालता है । और उसे अपने हाथ में लेकर खुद से केहता है ।

सेम का अभी तक कोई फोन या मैसेज क्यों नहीं आया ...?...

अभी तक तो उसे इंडिया पोहोंच जाना चाहिए था । क्या मुझे उसे कॉल करना चाहिए ...?...

अरे नहीं , शायद उसे टाइम ना मिला हो...?... या फिर वो भूल गई हो...?...

में थोड़ी देर और वेट कर लेता हूं , अगर उसका कॉल या मैसेज नहीं आया तो मे ख़ुद उसे कॉल कर दूंगा ।




ऐसा सोचकर अक्षय मोबाइल को अपनी जगह पर वापिस रख देता है । और अपनी फाइल्स मे लग जाता है।



रजावत पैलेस...💞💞💞💞


सिमरन का कमरा ...💞💞



सिमरन फ्रेश होकर वॉशरूम से बाहर आती है । और अपने बेड पर आके बैठ कर अपनी दादी सा को मैसेज कर के केह देती है । कि वो अनुराधा दादी के घर सही सलामत पॉहोंच चुकी है । तो उसकी टेंशन ना ले ....।




फिर सिमरन अक्षय को कॉल करने कि सोचती है। लेकिन फिर ये सोच कर रुक जाती है। कि कहीं अक्षय उसे पूरे दिन कि डिटेल्स ना मांग ले , वरना वो उस से कुछ भी छुपा नहीं पाएगी । और अगर अक्षय को आरव की करतूत के बारे में ज़रा सी भी भनक लगी , तो अक्षय अपना सब काम छोड़छाड़ कर उसके पास आ जाएगा । और अगर ग़लती से भी आरव और अक्षय एक दूसरे के आमने सामने आ गए तो पता नहीं क्या ही बवंडर हो जाएगा । इसी सोच के चलते वो उसे कॉल के बजाय मैसेज करना ठीक समझती है।



अक्षय और सिमरन की चैट :-

सिमरन :- hi , हम अनुराधा दादी के घर पोहोंच चुके हैं।

अक्षय :- thank god कम से कम तूने मैसेज तो किया । वरना मुझे यहां टेंशन होने लगी थी । कि तू ठीक है , के नहीं अगर तूने मुझे और थोड़ी देर कॉल या मैसेज नहीं किया होता । तो मे ख़ुद तुझे कॉल करने कि सोच रहा था। लेकिन फाइनली तेरा मैसेज आ गया । अब मुझे कहीं जाके राहत मिली।

सिमरन:- I am so sorry हमारी वज़ह से तुम्हें इतनी टेंशन हो गई । लेकिन हम क्या ही करते दादी से और उनके परिवार से मिलने के चक्कर में हम तो भूल हि गए । कि हमे तुम्हे मैसेज करना है, इस लिए I am sorry आगे से हम ध्यान रखेंगे ।

अक्षय :- ist's ok यार तुझे मुझे सॉरी बोलने कि जरूरत नहीं है । बस मुझे कॉल या फिर मैसेजेस करती रेहना , ताकि मुझे तेरी थोड़ी कम टेंशन हो। ये सब छोड़ो और ये बताओ कि अनुराधा दादी और उनकी फैमिली कैसी है । I meant to say जगह नई है , वहा के लोग नए है तो तुझे वहां कोई प्रॉब्लम तो नहीं है ना ...?...

सिमरन :- यहां सब लोग बोहोत अच्छे हैं। अनुराधा दादी को तो हम पहले से ही जानते है । और रही बात उनकी फैमिली कि तो उन्हे मिलकर तो हमे ऐसा लगा ही नहीं , कि हम उन सबसे पहली बार मिल रहे हैं । सब लोगों ने हमारा पूरे दिल से स्वागत किया ।

अक्षय :- अगर तु ख़ुश हैं तो अब मुझे भी तसल्ली रहेगी तु जहां भी है ठीक है और वो लोग तेरा ख्याल रखेंगे। तो मुझे भी तेरी टेंशन नहीं होगी । चल ठीक है अपना ख्याल रखना ओके बाय एंड टेक केयर ...!

सिमरन :-and you also take care of yourself , ok bye ..!!


अक्षय से बात करने के बाद सिमरन दोनों हाथ फैलाए सीधे बेड पर गिर जाती है। अपनी आंखे बंद करती है , तो उसे अचानक प्रांजलि का उसे देखकर उनका इमोशनल होना याद आता है । ( वो सिमरन ही थी जिस ने अंदर आते ही प्रांजलि के बदलते हुए एक्सप्रेशन को देख लिया था )

इतना याद आते ही वो जट से अपनी आंखे खोल देती है , और बेड पर से उठ जाती है। और कमरे में चक्कर लगाते हुए खुद से ही बात करती हैं।

प्रांजलि आंटी हमे देखकर ऐसे रिएक्ट क्यों कर रही थी...?...

जैसे वो हमे पहले से जानती हो , लेकिन ये कैसे हो सकता है। हम तो दादी के अलावा यहां किसी को नहीं जानते , और नाही हम आज से पहले कभी भी दादी कि फैमिली से मिले हैं।

तो फ़िर प्रांजलि आंटी कि आंखे नम क्यों ही गई थी हमे देखकर ...?... और वो हमे देखकर इतनी इमोशनल क्यों हो गई थी ...?... कि उन्होंने हमे सीधा अपने गले से लगा लिया। और उनके गले लगत ही हमे ऐसा क्यों लगा कि हम किसी अपने से गले लग रहे हो ...?... उनसे मिलकर हमे अपनेपन का एहसास क्यू हुआ ...?...

ये हो क्या रहा है ...?... हमारी सिक्स सेंस केह रही है । कि कुछ तो ऐसा है यहां , जिस के बारे में हम नहीं जानते । लेकिन हमे किसी भी हाल में पता लगाना होगा ।

वो अपने बेड के पास जाती है , और अपना मोबाइल लेके नील को कॉल लगा देती है।

कॉल पिक होते ही नील कुछ बोलता उस से पहले सिमरन नील से पूछती है ।

निखिल आया कि नहीं ...?...

नील :- नहीं यार वो actually उसके डेड कि तबीयत अचानक खराब हो गई , जिस के कारण वो अभी तक यहां नहीं आ पाया ।

सिमरन:- ठीक है जैसे वो आए हमे इन्फॉर्म कर देना । और हमने जो तुम्हे काम दिया था । वो तुमने करना शुरू किया कि नहीं ।

नील मुंह बनाते हुए :- क्या यार आज ही तो मुंबई आए है । और तू है कि हम जैसे मासूम बच्चों पर अभी से काम का बोझ लाद रही है। अरे हम मुंबई शहेर आए हैं । तो कम से कम दो तीन दिन तो हमे घूमने फिरने दे , फिर तो काम करना ही है ना , कहा हम भागे जा रहे है। थोड़ा बोहोत तो इंजॉय कर लेने दे, मेरी मां ...!!

सिमरन लगभग चिड़ते हुए:- ok fine , do whatever you want to do. ( ओके फाइन , जो करना हो करो । ) इतनी नौटंकी करने कि जरूरत नहीं है, हमारे सामने after that go on with your work , understand...!! ( उसके बाद अपने काम पर लगो समझे...!!) इतना केहकर वो फोन रख देती है।

और अपना लैपटॉप खोल कर अपना काम करने लगती है।

लगभग आधे घंटे बाद कोई सिमरन के रूम का डोर नॉक करता है । तो सिमरन अंदर आने को केहती है । तो आरू डोर खोलकर अंदर आती है । आरू को अपने सामने देखकर सिमरन अपना लैपटॉप बंद कर के बेड से उठ कर उसके पास जाती है । तो आरू उसे अपने साथ डिनर के लिए नीचे ले जाती है ।

सब एक एक करके डाइनिंग टेबल पर आके बैठ जाते हैं। और खाना शुरू करते हैं। आरव एक नज़र सिमरन को देखता है और एक डेविल स्माइल दे देता है। जैसे उसके दिमाग में कुछ चल रहा हो। और जल्दी से अपनी नज़रे उस पर से हटाकर अपने खाने में कॉन्सेंट्रेट करता है। सब चुप चाप अपना खाना ख़त्म करते हैं । और एक दूसरे को गुड नाईट बोलके अपने अपने कमरे में चले जाते है ।

सिमरन अपने कमरे में आके बालकनी कि तरफ़ चली जाती है। और ऊपर आसमान में कुछ देर तक चांद और तारों को देखती है । फिर वापस कमरे में आके वो अपना छोटा सा टेडी बियर लेकर वो बेड के पास आती है । जो वो अपने साथ लाई थी । और रूम कि सारी लाइट्स ऑफ़ कर देती है । फिर अपने टेडी को हग करके बेड पर आराम से लेट जाती है । उसे बस कुछ ही मिनट में नींद आ जाती है।

To be continued.💫💫💫