वो अनकही बातें - सेंकेड सीज़न मिसालें इश्क

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दोस्तों आपने मेरी कहानी वो अनकही बातें को आप लोगों ने बहुत ही सराहा था।आप सबके लिए मैं एक बार फिर से लेकर आ गई हुं इसका सेकेंड सीजन पर कहानी का नाम कुछ हट कर है।।। मिसाले इश्क ।।।। कहानी के पात्र और घटना और चरित्र सबकुछ बदल गया है। जिन्होंने ने अनकही बातें पढ़ा होगा वो अब मिसालें इश्क भी पढ़ेगा। मुझे पुरा विश्वास है कि आप सबको मेरी कहानी पसंद आएगी। अमेरिका में जाकर सबकुछ बदल चुका था उसका एक अतीत था जो शालू को पता चल गया था इसलिए शालु अब अलग होना चाहती थी। पर वो अनकही बातें कही ना क

Full Novel

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वो अनकही बातें - सेंकेड सीज़न मिसालें इश्क - भाग 1

दोस्तों आपने मेरी कहानी वो अनकही बातें को आप लोगों ने बहुत ही सराहा था।आप सबके लिए मैं एक फिर से लेकर आ गई हुं इसका सेकेंड सीजन पर कहानी का नाम कुछ हट कर है।।।मिसाले इश्क ।।।।कहानी के पात्र और घटना और चरित्र सबकुछ बदल गया है।जिन्होंने ने अनकही बातें पढ़ा होगा वो अब मिसालें इश्क भी पढ़ेगा।मुझे पुरा विश्वास है कि आप सबको मेरी कहानी पसंद आएगी।अमेरिका में जाकर सबकुछ बदल चुका था उसका एक अतीत था जो शालू को पता चल गया था इसलिए शालु अब अलग होना चाहती थी।पर वो अनकही बातें कही ना कही ...और पढ़े

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वो अनकही बातें - सेंकेड सीज़न मिसालें इश्क - भाग 2

2 epishodeदूसरे तलें पर ही यश का घर था।बेल बजाया तो पापा ने खोला।यश ने कहा अरे पापा क्या आ रही है। खीर बना दिया है।बिमल ने कहा हां, हां जल्दी आ जाओ दोनों।यश ने कहा अरे बाबा आप बिना देखे समझ जाते हैं कि मैं अकेला नहीं हूं।बिमल ने कहा हां बेटा तजूरबा और क्या!और बताओ आज का दिन कैसा रहा?रिचा ने आगे बढ़कर पैर छुए और फिर बोली नमस्ते अंकल।बिमल ने कहा अरे खुश रहो बेटा आज कल कहां ये देखने को मिलता है।रिचा ने कहा हां अंकल ठीक कहा आपने।पता है बेटा तुम्हारी आंटी भी यह ...और पढ़े

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वो अनकही बातें - सेंकेड सीज़न मिसालें इश्क - भाग 3

मैं थोड़ी देर अकेला रहुं गा। तुम लोग कुछ देर बातचीत करो पर अपने कमरे में जाकर।यश ने कहा पापा आप भी ना।रिचा ने कहा अरे ये।। तुम भी ना चलो हम चलते हैं।फिर सारे दोस्त यश के कमरे में जाकर बैठ गए और बातें करने लगे।अंकित ने कहा पता नहीं आज अंकल कहानी नहीं सुनाएंगे।यश ने कहा अगर नहीं सुनाएंगे तो बात बन्द और तभी एक आवाज हुआ। किसी के गिरने की।।और सब यश के रूम से सीधे बिमल के रूम में बढ़ गए और फिर जो देखा वो देखते ही यश दौड़ पड़ा पापा ।।देखा तो बिमल ...और पढ़े

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वो अनकही बातें - सेंकेड सीज़न मिसालें इश्क - भाग 4

फिर इसी तरह से एक दिन बीत गया।यश सुबह- सुबह जल्दी कालेज चला गया और फिर बिमल घर में समय कुछ न कुछ काम किया करते थे और फिर शांता को यह समझा दिया कि बाबूजी का कमरा भी एक दम साफ़ सुथरा कर दो,पर्दे,सोफा कवर, बेडशीट वैगरह सब बदल का ठीक ठाक कर दो।शांता ने सर हिलाते हुए सब कुछ ठीक कर के चली गई।बिमल ने दोपहर को सरिता को कह कर सब बाबूजी के पसंद का खाना भी बनवा दिया !सरिता ने कहा शाम को आठ बजे तक आकर चाय नाश्ता सब कर दूंगी।बिमल ने कहा हां ...और पढ़े

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वो अनकही बातें - सेंकेड सीज़न मिसालें इश्क - भाग 5

बिमल ने कहा क्या मम्मी जी आप भी?हर बार ये बात कहना जरूरी तो नहीं है।।यश ने कहा हां,बस गुस्सा आया पापा को!! बिमल ने कहा नहीं बिल्कुल भी गुस्सा नहीं आया हमें बल्कि हम समझा कर बहुत समय गुजर चुका है पर आप लोग तो।।। निर्मला ने कहा हां, ठीक है यशु का शादी करा देते हैं बस।।सब हंसने लगे और फिर यश ने कहा क्या दादी मां आप मेरे पीछे पड़ गई अब? मोना ने कहा हां ठीक कहा दादी ने कोई है क्या?? यश ने कहा हां और क्या, है तो।। वैसे अब चलिए खाना खाने। ...और पढ़े

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वो अनकही बातें - सेंकेड सीज़न मिसालें इश्क - भाग 6

बाबूजी ये अखबार लो।बिमल ने कहा हां, ठीक है पहले पापा जी को दे दो।फिर सरिता चाय की प्याली के हाथों से लेकर कर ट्रे में रख दिया और किचन में चली गई।सरिता ने नाश्ता बनाना शुरू कर दिया।यश कालेज जाने के लिए तैयार हो कर नीचे आ गया और फिर बोला अरे सरिता जी आज रहने दो। दोपहर में खाना खा लुंगा।तभी मोना हाथ में टे् लेकर आ गई और फिर टेबल पर रख कर बोली आज जूस और टोस्ट से काम चला लो।यश ने कहा क्या तुमने बनाया?मोटी!मोना ने कहा हां और क्या।।यश खुश हो गया क्योंकि ...और पढ़े

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वो अनकही बातें - सेंकेड सीज़न मिसालें इश्क - भाग 7

फिर काफी देर तक पुरानी यादें का ताना-बाना चलता रहा।कालेज में यश और रिचा की फिर एक नोंक -झोंक तो इस पर यश ने कहा देखो रिचा पापा बिल्कुल ठीक कहते हैं कि आजकल के बच्चे में कभी प्यार तो कभी झगड़ा।। रिचा ने कहा देखो ये! तुम हर बार पापा को बीच में क्यों ले आतें हो? यश ने कहा देखो रिचा बात को पलटो मत तुम वहां उस पार्टी में नहीं जाओगी बस! जहां मैं नहीं वहां तुम कैसे जा सकती हो?? रिचा ने कहा ये! बहुत ग़लत बात है आजकल के जमाने में तुम मेरे अभी ...और पढ़े

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वो अनकही बातें - सेंकेड सीज़न मिसालें इश्क - भाग 8

अब चलो जा कर सो जाओ और हां सन्डे को रिचा को बुलाया है हमारे साथ घुमने जाएंगी।यश ने लगा लिया और फिर बोला आई लव यू डैड।।इसलिए मम्मी ने आपको पसंद किया था।बिमल ने मुस्कुराते हुए गुड नाईट बोल कर सोने लगे।यश भी बेड लैंप जलाकर अपने कमरे में चला गया।काफी देर तक पढ़ाई करने के बाद यश सो गया।इसी तरह से यश और रिचा की दोस्ती हुई और फिर झगड़ा हुआ और फिर सन्डे को सब तैयार हो गए थे।यश ने कहा पापा बड़ी वाली गाड़ी निकाल लेना है ना?बिमल ने कहा हां, बेटा और बहादुर को ...और पढ़े

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वो अनकही बातें - सेंकेड सीज़न मिसालें इश्क - भाग 9

मोना ने कहा अरे, अंकल यश कब तक आएगा?बिमल ने कहा हां,आ जाएगा पहले दोनों लंच करने जाएंगे और रिचा को घर छोड़ देगा।बिमल के मम्मी ने कहा अरे बेटा क्या यश रिचा को पसंद करता है?बिमल ने कहा हां, मम्मी दोनों एक दूसरे को पसंद करते हैं।।मम्मी ने कहा वाह बिल्कुल तुम्हारे ऊपर गया है।। हमने सोचा कि मोना के साथ यश की शादी कर देंगे।पर यहां तो सब कुछ पहले से ही तय हो गया है।बिमल ने कहा हां, मम्मी आज कल तो साथ में पढ़ाई करते हैं तो वहां से दोस्ती शुरू हो जाती है। और ...और पढ़े

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वो अनकही बातें - सेंकेड सीज़न मिसालें इश्क - भाग 10

शायद कभी न कभी दिल ने ऐसा सोचा था कि काश ये सब मेरे जन्मदिन में मेरे साथ हो।।बिमल पोंछ कर आगे बढ़ कर अपने दोस्तों के गले लग गया और फिर सबको बैठने को कहा।।यश ने कहा पापा आप।।बिमल ने कहा यश आज तुने ये क्या दे दिया मुझे बेटा।।।यश ने कहा अरे पापा ये तो होना ही था।रिचा ने कहा अंकल ये आपके लिए।बिमल ने कहा थैंक यू पर गिफ्ट्स क्यों?.फिर सब ने आकर विमल को गिफ्ट्स दिया।बिमल ने सबको थैंक यू कहा।कुछ देर बाद यश केक लेकर आ गया।बिमल ने केक काटा और फिर यश‌ और ...और पढ़े

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वो अनकही बातें - सेंकेड सीज़न मिसालें इश्क - भाग 11

हेमा ने कहा हां क्यों नहीं।बिमल ने कहा पर उसे कुछ मत बताना।।हेमा ने कहा उसे बहुत प्यार करते ने कहा हां, प्यार तो करना हुं बस खोना नहीं चाहता।।फिर बिमल ने अपना नम्बर दे दिया और कल फिर मिलने को कहा।।वहां से हेमा सीधे चांदनी के घर गई और जाकर नौकरी की बात बताई कि उसके चाचा जी के पहचान में है।चांदनी बहुत खुश हो गई और फिर हेमा वहां से चली गई।दूसरे दिन बिमल लैटर लेकर हेमा से मिला और बोला कि HDFC Bank में कल ये लैटर के साथ चली जाए।हेमा ने थैंक यू कहा और ...और पढ़े

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वो अनकही बातें - सेंकेड सीज़न मिसालें इश्क - भाग 12

चांदनी तो मुझे शाय़द समझना ही नहीं चाहती थी उसे शायद प्यार ही नहीं था।यश ने कहा हां, पर मां ने आपसे समझौते का प्यार किया था पापा??बिमल ने कहा अरे ये तो पुरी कहानी सुनने के बाद ही समझ जाओगे कि समझौते का प्यार या अनोखा प्रेम या मिसाल देने वाला प्यार।।क्या समझौते का प्यार नहीं होता हैये तो प्यार है बस हो जाता है और फिर रहा नहीं जाता कुछ कहा नहीं जाता।।इन्सान के वश में कहां कुछ होता है वो तो बस हो जाता है ,खो जाता है,खो जाता है, ये कहते हुए बिमल रो पड़े।रिचा ...और पढ़े

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वो अनकही बातें - सेंकेड सीज़न मिसालें इश्क - भाग 13

जब भी उसकी आंखों में देखता हूं तो कुछ हो जाता है।रिचा ने कहा सच अंकल ऐसा ही होता क्या पर ये को कुछ नहीं होता है!बिमल ने कहा हां बेटा ये सच है ऐसे ही था मैं जब जवान था।यश ने कहा हां ठीक है आगे बताओं।।बिमल ने कहा हां ठीक है उसके बाद हम रास्ते में मिलते और दोनों अजनबी की तरह चले जाते थे। मुझे चांदनी की सहेली हेमा से दोस्ती कर ली। और फिर पता चला कि चांदनी को एक नौकरी की तलाश है पर उसे नहीं मिल रहा है।बिमल ने कहा ओह तो ये ...और पढ़े

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वो अनकही बातें - सेंकेड सीज़न मिसालें इश्क - भाग 14

पर मुझे तो उसके दिल का हाल लेना था और साथ ही अपना हाले दिल बताना था।इसलिए मैं किसी तरह उसके घर का पता, फोन नंबर ये सब जानने की कोशिश में था।। उसका कोचिंग से लेकर घर तक का रास्ता मै पता कर चुका था। यश ने कहा ओह माई गॉड पापा आप इतने होशियार! बिमल ने कहा हां फिर। रिचा ने कहा आगे क्या हुआ अंकल? बिमल ने कहा आगे तो मुश्किलें बहुत थी पर हौसले बुलंद थे। एक दिन मंदिर में चांदनी को देखा क्योंकि वो हर शनिवार को मंदिर जाती थी तो बस मैं भी ...और पढ़े

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वो अनकही बातें - सेंकेड सीज़न मिसालें इश्क - भाग 15

बिमल ने कहा चांदनी मैं तुमसे प्यार करता हूं और शादी करना चाहता हूं।।चांदनी ने कहा पर मैं तुमसे नहीं करती हुं और ना ही शादी करना चाहती हुं।हेमा ने कहा अरे चांदनी तुम इतना अच्छा इंसान कही भी नहीं पाओगी हां,चांदनी ने कहा मेरा समय बर्बाद नहीं करो।।बिमल भी वहां से मायुस हो कर निकल गया और फिर ये दोनों अपने ,अपने रास्ते हो लिए।।बिमल तीन महीने के लिए आफिस टूर पर कोलकाता चला गया अपने बुआ के घर।।वहां पर भी मुझे चांदनी का ना कहना बहुत खल रहा था और फिर एक दिन बुआ की तबीयत बिगड़ी ...और पढ़े

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वो अनकही बातें - सेंकेड सीज़न मिसालें इश्क - भाग 16

बिमल ने कहा हां फिर।रिचा ने कहा आगे क्या हुआ अंकल?बिमल ने कहा आगे तो मुश्किलें बहुत थी पर बुलंद थे।एक दिन मंदिर में चांदनी को देखा क्योंकि वो हर शनिवार को मंदिर जाती थी तो बस मैं भी जाने लगा।।एक-दूसरे को हम देखते ही नहीं थे। और फिर एक दिन चांदनी ने मुझसे पूछा कि क्या हम एक दूसरे को जानते हैं?बिमल ने कहा यहां पास में एक केफै है वहां चले।फिर दोनों वहां गए।चांदनी ने कहा अरे आप तो मेरे पीछे पड़ गए क्या बात है?बिमल ने कहा हां,मेरा मतलब है कि जब से आपको देखा है ...और पढ़े

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वो अनकही बातें - सेंकेड सीज़न मिसालें इश्क - भाग 17

बिमल ने कहा हां,फिर इसी तरह एक महीने बीत गए।मैं किसी काम से जयेस के पास मिलने गया तो चांदनी ने मुझे देखा और फिर वो गुस्से में रिजाइन लैटर भेज दिया वो बहुत ही self-respect लड़की थी।फिर मैं एक दिन चांदनी के घर उसकी सहेली के साथ पहुंच गया।।चांदनी ने दरवाजा खोला ।चांदनी ने अन्दर बुलाया और फिर बोली कि मुझे किसी की दया नहीं चाहिए!बिमल ने कहा कोई दया नहीं कर रहा है तुम्हें तुम्हारे talent पर नौकरी मिली थी। क्या मैं तुमसे बात कर सकता हूं?चांदनी ने कहा मुझे कुछ नहीं सुनना है।बिमल ने कहा एक ...और पढ़े

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वो अनकही बातें - सेंकेड सीज़न मिसालें इश्क - भाग 18

तो बस हो जाता है ,खो जाता है,खो जाता है, ये कहते हुए बिमल रो पड़े।रिचा ने कहा अगर मन से किसी को चाहो तो एक समय बाद वो आपकी हो जाएगी है ना अंकल।।बिमल ने कहा हां बिल्कुल ठीक कहा तुमने पर कभी कभी जल्दी सब कुछ मिल जाता है और कहीं नहीं मिलता। वैसे मैं तो एक बहुत ही successful Business man था पर देखो प्यार की कहानी में शायद पीछे रह गया था।।यश ने कहा आप ने मां में ऐसा क्या देखा था?बिमल ने कहा चांदनी का मन बहुत ही खूबसूरत था भले ही वो चहरे ...और पढ़े

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वो अनकही बातें - सेंकेड सीज़न मिसालें इश्क - भाग 19

बिमल ने कहा हां, प्यार तो करना हुं बस खोना नहीं चाहता।।फिर बिमल ने अपना नम्बर दे दिया और फिर मिलने को कहा।।वहां से हेमा सीधे चांदनी के घर गई और जाकर नौकरी की बात बताई कि उसके चाचा जी के पहचान में है।चांदनी बहुत खुश हो गई और फिर हेमा वहां से चली गई।दूसरे दिन बिमल लैटर लेकर हेमा से मिला और बोला कि HDFC Bank में कल ये लैटर के साथ चली जाए।हेमा ने थैंक यू कहा और वो भी वहां से सीधे चांदनी के घर चली गई और जैसा बिमल ने बताया था वैसे ही हेमा ...और पढ़े

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वो अनकही बातें - सेंकेड सीज़न मिसालें इश्क - भाग 20

अब कितना दिन शादी बिना किए रहेगा।।बिमल ने कहा हां , मम्मी जी मै उसी से शादी करूंगा वरना नहीं।यह कह कर मैंने फोन घर से निकल गए।ये ठान लिया कि किसी भी तरह चांदनी से मिलकर उससे उसकी दिल की बात जाननी है क्यों ऐसा कर रही है?सुबह से शाम और शाम से रात हो गई पर चांदनी का कुछ पता नहीं चला।बिमल ने हेमा को फोन किया तो पता चला कि चांदनी इन्टरवियू के लिए लखनऊ गई है अपने मामा के पास।बिमल ने किसी तरह से वहां का पता ले लिया।बिना देरी किए बिमल वहां से सीधे ...और पढ़े

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वो अनकही बातें - सेंकेड सीज़न मिसालें इश्क - भाग 21

बिमल ने इस बीच अपने यू एस के डाक्टर को सारे रिपोर्ट मेल कर दिया।आज बिमल और उधर चांदनी हल्दी हो रही थी।।सब लोग खुश हो कर बिमल को हल्दी लगा रहे थे उधर चांदनी को भी हल्दी लगा रहे थे।कहानी सुनते हुए यश ने कहा रिचा देखा प्यार वाली हल्दी लग गई थी।बिमल हंसने लगे और फिर बोलें कि अब सब कुछ अच्छा चल रहा था।शादी भी बहुत धूमधाम से हो गई थी मैं चांदनी को लेकर अपने नये घर में आ गया। चांदनी का गृह प्रवेश हो गया।चांदनी को घर बहुत पसंद आया।बिमलबिमल ने कहा आओ पुरा ...और पढ़े

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वो अनकही बातें - सेंकेड सीज़न मिसालें इश्क - भाग 22

काफी देर तक पुजा हुआ और फिर सब खाना पीना हो गया था।बिमल ने समय पर चांदनी को दवाई दिया। फिर सब तैयार होने लगें। बिमल ने अपनी चांदनी के लिए पार्लर वाली को भी बुलाया था। चांदनी को सजने संवरने का उतना शौक तो नहीं था पर बिमल की खातिर वो ये भी करने को तैयार हो गई। कहते हैं कि समझौते के रिश्ते में प्यार नहीं होता पर यहां तो भरपूर प्यार देखने को मिल जाएगा। फिर सब तैयार हो गए थे। बिमल ने बहुत सारी गाडियां बुक करवाया था। उसके सारे दोस्त वहां पहुंच गए लेकिन ...और पढ़े

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वो अनकही बातें - सेंकेड सीज़न मिसालें इश्क - भाग 23

हम लोग देर रात पहुंच गए स्टेशन। बात करने में ही समय बीत चुका था।एक दूसरे को देख कर हमारा पेट भर गया था।बिमल ने कहा देखो इसके बाद हम जरूर शिमला जाएंगे मुझे पता है कि तुमको बर्फ पसंद है मुझे भी पसंद है पर क्या करें टिकट नहीं मिल पाया तो।।चांदनी ने कहा अरे तो क्या हुआ बर्फ ना सही पहाड़ सही।।फिर वहां से ही टैक्सी में बैठ कर एक अच्छे से होटल में रवाना हो गए।दो बजे तक हम हमारे होटल पहुंचे और फिर इतना थकान थी कि दोनों ही सो गए।दूसरे दिन सुबह जब आंख ...और पढ़े

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वो अनकही बातें - सेंकेड सीज़न मिसालें इश्क - भाग 24

चांदनी को मैंने अपने गोद में सुला दिया और फिर उसके बालों को सहलाने लगा।यश ने कहा वाह क्या है पापा।। कोई टिप्पणी नहीं कुछ नहीं और ना ही किसी के खोने का ग़म।। प्यार का दूसरा नाम समर्पण, त्याग और बलिदान ही तो होता है मैं इस तरीके से सोचता हूं। कौन क्या सोचता है मुझे उससे कोई दिक्कत नहीं है पर मैं क्या सोचता हूं। यश ने तुरंत ही कहा कि पापा फिर मैं कहां से आया? बिमल ने कहा अरे जहां से सब आते हैं।। यश थोड़ा सा आश्चर्य हुआ पर फिर बोला कि फिर क्या ...और पढ़े

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वो अनकही बातें - सेंकेड सीज़न मिसालें इश्क - भाग 25

दूसरे दिन सुबह जल्दी उठकर बिमल पहले ही डाक्टर के पास गए।डाक्टर ने कहा हां चांदनी की कंडीशन ठीक है इसलिए कन्सीव नहीं कर पा रही हैं भगवान ही अब कुछ कर सकता है।। फिर मैं मायुस हो कर घर वापस आ गया और फिर चांदनी को यह समझा दिया कि डाक्टर ने सब कुछ ठीक हो जाएगा यह कहा है।। चांदनी को देख कर मैं बहुत ही मन ही मन दुखी हो रहा था कि सब कुछ होते हुए भी चांदनी को खुशी नहीं दे पा रहा था। और फिर हमारी पहली शादी की सालगिरह पर मम्मी पापा ...और पढ़े

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वो अनकही बातें - सेंकेड सीज़न मिसालें इश्क - भाग 26

बिमल ने कहा हां सब ठीक हो जाएगा।चांदनी ने कहा मुझे कुछ महसूस नहीं होता है कि मैं मां वाली हुं।बिमल ने कहा अरे बाबा अब क्या हुआ सब ठीक हो जाएगा।।तुम मां जरूर बनोगी भले ही अपने गर्भ में नहीं पर वो तुम्हारा अपना होगा।चांदनी ने कहा ये क्या कह रहे हो मैं तो अपनी सन्तान चाहती हुं।बिमल ने कहा हां ठीक है सब कुछ ठीक हो जाएगा।फिर धीरे, धीरे नौ महीने हो गए थे।बिमल ने जो कुछ किया वो सब चांदनी , मम्मी पापा के लिए किया वरना जिंदगी में चांदनी के सिवा किसी की जरूरत नहीं ...और पढ़े

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वो अनकही बातें - सेंकेड सीज़न मिसालें इश्क - भाग 27

ऐसा चाहती थी।।दोपहर को तुम्हारा अन्नप्राशन संस्कार हो गया तुम्हें खीर खिलाया गया।शाम को सभी मेहमानों का स्वागत गीत किया हमने।।चांदनी ने खुद जाकर एक बहुत बड़ा सा केक लेकर आईं।तुम तो रो रहें थे क्यों कि भीड़ भाड़ काफी नया चेहरा।।फिर हम तीनों ने मिल कर केक काटा।सब को केक भी खिलाया और डिनर करने के बाद सब अपने ,अपने घर लौट आए।हमने अस्पताल से आएं डाक्टर और नर्स को भी अच्छी तरह से खातिर किया क्योंकि भगवानकब किस रूप में हमारे पास आ जाएं ये तो सिर्फ वही बता सकता है जिसके साथ चमत्कार हुआ है।।फिर सब ...और पढ़े

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वो अनकही बातें - सेंकेड सीज़न मिसालें इश्क - भाग 28

तुमको पकड़ कर रोता रहा और फिर जो ,जो करना होता है।। चांदनी की अंतिम संस्कार के लिए सब हो कर निकल गए।। तेरी मां को जो,जो तकलीफ़ थी उन सब से मुक्त हो गई थी वो सदा के लिए।।यश और रिचा दोनों ही रोने लगे और फिर बोला कि पापा कितना तकलीफ़ सहा आप लोगों ने।।बिमल ने कहा हां, बेटा पर वो बात जो मैंने अब तक तुम्हें नहीं बताया जो बात तुम्हारी मां ने जातें समय कहा था कि यशु को बता देना।देखो बेटा तुम समझदार हो हमें गलत मत समझना हां।।यश ने कहा ऐसा क्या बात ...और पढ़े

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वो अनकही बातें - सेंकेड सीज़न मिसालें इश्क - भाग 29

और फिर बोला देखो यशु को सब बता दिया मैंने जैसा तुमने कहा था?पर लगता है कि यशु नाराज़ गया है। फिर बिमल रोज की तरह पलंग पर लेट गए। और सो गए। दूसरे दिन सुबह उठकर देखा तो यश का दरवाजा बंद था और फिर अन्दर से तोड़ फोड़ करने की आवाज आई तो मैं मन में हंसा और फिर बोला कि हां ,सब कुछ स्वाभाविक ही है मेरा यशु तो ये सब पहले भी करता था। कुछ देर बाद सरिता भी आ गई और फिर नाश्ता तैयार करने लगी। यश अपने रूम में अपने सारे गुस्से, अभिमान ...और पढ़े

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वो अनकही बातें - सेंकेड सीज़न मिसालें इश्क - भाग 30

फिर शाम को रिचा के मम्मी पापा आ गए।।बिमल ने हाथ मिलाते हुए कहा आइए बैठिए।।रिचा ने कहा मम्मी ये है मेरे प्यारे अंकल।रिचा की मम्मी मोहिनी ने कहा अरे भाई सहाब ये मेरी बेटी आपकी इतनी तारीफ कि है कि हमसे और रहा नहीं गया।बिमल ने हंसते हुए कहा अरे रिचा बेटा खुद इतनी प्यारी है कि मेरे पागल बेटे को सही रास्ते पर ले आई।यश ने कहा हां, हां करो उसकी तारीफ और मैं तो बस।।मोहिनी ने कहा हमने अगले महीने की १३ तारिख को शादी की शुभ मुहूर्त निकाला है।रिचा के पापा कमलेश ने कहा हां ...और पढ़े

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वो अनकही बातें - सेंकेड सीज़न मिसालें इश्क - भाग 31

एक हफ्ते बाद बिमल के मम्मी पापा आ गए।बिमल ने कहा अब लग रहा है शादी वाला घर।।मम्मी ने हां,सब ठीक है पर क्या पता किया है सब ठीक है ना लड़की में।।बिमल ने कहा अरे मां जमाना बदल गया है अब हम कुछ तय नहीं करते हैं सब उम्र के हिसाब से होता है।चलिए आप लोग नहा धोकर तैयार हो जाईए।खाना खा लेते हैं।यश और रिचा दोनों दादा जी और दादी मां के पैर छुए।दादी मां ने कहा वाह अब भी साथ रहना है क्या?शादी तक रूक जाओ।रिचा ने कहा ओह Granny cool ना।सब ठीक है।यश ने कहा ...और पढ़े

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वो अनकही बातें - सेंकेड सीज़न मिसालें इश्क - भाग 32 अंतिम भाग

यूरोप में मानव ईसापूर्व 35,000 के आसपास आया। इसके बाद ७००० इस्वी पूर्व से संगठित बसाव यानि बस्तियों के मिलते हैं। काँस्य युगीन सभ्यता (३००० ईसा पूर्व) के समय यहाँ कुछ अधिक बसाव नहीं हुआ - खासकर मिस्र, इराक, चीन और भारतीय सभ्यता के मुकाबले।यूरोप की वादियों में जाकर किसी तरह से दोनों ही होटल में जाकर अपनी इतनी लंबी सफर का थकान दूर करने के बाद दोनों ही थक कर सो गए।बिमल और दो दोस्त रायगढ़ पहुंच कर ही उस होटल में रवाना हो गए जो कि रिचा ने पहले से बुक कर दिया था।बिमल ने कहा चलो ...और पढ़े

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