Wo Ankahi Bate - 11 books and stories free download online pdf in Hindi

वो अनकही बातें - सेंकेड सीज़न मिसालें इश्क - भाग 11

हेमा ने कहा हां क्यों नहीं।
बिमल ने कहा पर उसे कुछ मत बताना।।
हेमा ने कहा उसे बहुत प्यार करते हो?
बिमल ने कहा हां, प्यार तो करना हुं बस खोना नहीं चाहता।।
फिर बिमल ने अपना नम्बर दे दिया और कल फिर मिलने को कहा।।
वहां से हेमा सीधे चांदनी के घर गई और जाकर नौकरी की बात बताई कि उसके चाचा जी के पहचान में है।
चांदनी बहुत खुश हो गई और फिर हेमा वहां से चली गई।

दूसरे दिन बिमल लैटर लेकर हेमा से मिला और बोला कि HDFC Bank में कल ये लैटर के साथ चली जाए।
हेमा ने थैंक यू कहा और वो भी वहां से सीधे चांदनी के घर चली गई और जैसा बिमल ने बताया था वैसे ही हेमा ने चांदनी को बताया।
चांदनी की आंखें भर आईं थीं और फिर हेमा को गले लगाया और बोली कि तुमने आज वो किया है जो कोई नहीं कर पाया।।
हेमा मन ही मन मुस्कुरा कर बोली कि ये सब जिसने किया हैं वो तुझे अपनी जिंदगी समझता है।

बिमल कहानी सुनाते हुए रो पड़े।।
यश ने कहा ओह पापा आप रो मत ।पर उस बैंक में आपकी पहचान किसके साथ थी?
बिमल ने हंसते हुए कहा अरे बाबा वो बचपन के दोस्त जयेस ।
यश ने कहा अच्छा वो मैनेजर थे वहीं??
बिमल ने कहा हां,
फिर इसी तरह एक महीने बीत गए।
मैं किसी काम से जयेस के पास मिलने गया तो वहां चांदनी ने मुझे देखा और फिर वो गुस्से में रिजाइन लैटर भेज दिया वो बहुत ही self-respect लड़की थी।

फिर मैं एक दिन चांदनी के घर उसकी सहेली के साथ पहुंच गया।।
चांदनी ने दरवाजा खोला ।
चांदनी ने अन्दर बुलाया और फिर बोली कि मुझे किसी की दया नहीं चाहिए!
बिमल ने कहा कोई दया नहीं कर रहा है तुम्हें तुम्हारे talent पर नौकरी मिली थी। क्या मैं तुमसे बात कर सकता हूं?
चांदनी ने कहा मुझे कुछ नहीं सुनना है।
बिमल ने कहा एक बार सुन लो।
चांदनी की मां ने कहा अरे बाबा एक बार सुन लो!
चांदनी ने कहा हां बोलो।
बिमल ने कहा चांदनी मैं तुमसे प्यार करता हूं और शादी करना चाहता हूं।।
चांदनी ने कहा पर मैं तुमसे प्यार नहीं करती हुं और ना ही शादी करना चाहती हुं।
हेमा ने कहा अरे चांदनी तुम इतना अच्छा इंसान कही भी नहीं पाओगी हां,
चांदनी ने कहा मेरा समय बर्बाद नहीं करो।। पास गए और बुआ की रिपोर्ट दिखाया तो डाक्टर ने कहा कि अब सर्जरी कराना होगा।
और फिर वहां चांदनी को देखकर अपनी आंखों पर विश्वास नहीं हो रहा था। जैसे कि वो बहुत बिमार दिख रही थी।
पर वो मुझे देखकर ही अनदेखा कर के चली गई।
फिर वहां से बुआ जी को गाड़ी में बिठा दिया और वापस काउंटर पर जाकर पुछा कि चांदनी नाम की कोई आई थी?.
पर वहा जो लेडी बैठी थी वो कुछ भी बताने से इंकार किया।
फिर हम लोग घर वापस आ गए।


बिमल भी वहां से मायुस हो कर निकल गया और फिर ये दोनों अपने ,अपने रास्ते हो लिए।।

बिमल तीन महीने के लिए आफिस टूर पर कोलकाता चला गया अपने बुआ के घर।।वहां पर भी मुझे चांदनी का ना कहना बहुत खल रहा था और फिर एक दिन बुआ की तबीयत बिगड़ी तो जब बिमल अपनी बुआ जी को कोलकाता में सबसे बड़े सर्जन कार्डियोलाजिस्टके पास गए और बुआ की रिपोर्ट दिखाया तो डाक्टर ने कहा कि अब सर्जरी कराना होगा।
और फिर वहां चांदनी को देखकर अपनी आंखों पर विश्वास नहीं हो रहा था। जैसे कि वो बहुत बिमार दिख रही थी।
पर वो मुझे देखकर ही अनदेखा कर के चली गई।
फिर वहां से बुआ जी को गाड़ी में बिठा दिया और वापस काउंटर पर जाकर पुछा कि चांदनी नाम की कोई आई थी?.
पर वहा जो लेडी बैठी थी वो कुछ भी बताने से इंकार किया।
फिर हम लोग घर वापस आ गए।

घर आते ही बुआ ने बहुत सवाल जवाब किया और फिर मेरी शादी तय कर दी।
मैं तो सब कुछ छोड़ कर आने वाला था पर बुआ ने मेरी सगाई तय कर दिया।।पर मैं भी कम बदमाश नहीं था बस काम का बहाना बनाकर वहांबहाना बनाकर वहां से निकल गया।
दिल्ली पहुंचते ही मम्मी, पापा जी ने गुस्से का पहाड़ खड़ा कर दिया और फिर रिश्तेदार की काना फुंसी होने लगी थी।
पर मैं अपने वादों का पक्का जो था।
किसी भी तरह मुझे चांदनी के साथ शादी करनी थी।
यश ने कहा ओह पापा you are jenius ।।

रिचा ने कहा ये हुईं ना बात क्या बगावत किया।।

बिमल ने कहा हां, प्यार किया था इसके लिए जिंदगी भी दे सकता था पर चांदनी तो मुझे शाय़दl

क्रमशः

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