डेविल सीईओ की मोहब्बत - भाग 68 Saloni Agarwal द्वारा प्रेम कथाएँ में हिंदी पीडीएफ

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डेविल सीईओ की मोहब्बत - भाग 68

अब आगे,

अपनी बात कहते हुए अराध्या अपने मुलायम हाथों से अर्जुन के सीने पर वार कर रही थी लेकिन अर्जुन जैसे मजबूत पर्सनालिटी वाले शख्स को कोई फर्क नहीं पड़ रहा था..!

अर्जुन के चट्टान जैसे शरीर पर अपने मुलायम हाथों से मारने पर अराध्या को ही दर्द महसूस होने लगा था..!

अराध्या की बातो को सुनकर अब अर्जुन को बहुत ज्यादा गुस्सा आने लगा और जो उसने कब से कंट्रोल कर रखा था..!

और अब अर्जुन ने कुछ देर अराध्या को देखा और फिर अपने हाथो से अराध्या की मुलायम की कलाइयों को रोका और फिर अपने एक हाथ से अराध्या के दोनो हाथो को पकड़कर उसके पीछे दीवार पर लगा दिए..!

और फिर अपने दुसरे हाथ से अराध्या के बालो में अपनी पकड़ मजबूत करके उसके चेहरे को थोड़ा ऊपर कर दिया और फिर अपने होठों को अराध्या के होठों पर रख दिए..!

और फिर आराध्या को फॉर्सफुली तरीके से किस करने लगा और ये सब इतनी जल्दी हुआ कि अराध्या को तो समझ ही नही आ रहा था कि आखिर उसके साथ अभी क्या हो गया..!

और अर्जुन के ऐसे करने से अराध्या बहुत ज्यादा हैरान रह गई और वही अर्जुन को कोई फर्क नही पड़ रहा था वो तो अभी भी आराध्या को किस किए जा रहा था..!

अराध्या ने कुछ देर तक अर्जुन को अपनी बड़ी बड़ी आंखों से देखा और फिर अपने हाथ को अर्जुन की पकड़ से छुड़वाने की कोशिश करते हुए हिलने डुलने लगी..! 

अर्जुन, अराध्या को बहुत ही वाइड तरीके से किस कर रहा था और उसको देखकर रहा था कि जैसे वो, अराध्या पर अपना गुस्सा निकाल रहा हो और उसको सजा देने की कोशिश कर रहा हो..!

वही अराध्या, अर्जुन से खुद को छुड़वाने की कोशिश कर रही थी लेकिन अर्जुन पर अराध्या की किसी भी कोशिश का कोई असर नही दिख रहा था..!

और वो तो बस अराध्या के होठों को अपने दातों तले दबाकर सब कुछ करे जा रहा था..!

करीब 15 मिनट बाद,

और अर्जुन ने लगभग 15 मिनट तक अराध्या को किस किया और फिर जब आराध्या को सांस लेने भी दिक्कत होने लगी तो उसने खुद को अराध्या से अलग कर दिया और उसके कुछ दूरी पर खड़ा हो गया..! 

अर्जुन से अलग होने के बाद,

अराध्या बहुत जल्दी जल्दी और गहरी गहरी सांसे लेने लगी और अब तक उसकी आंखो में आंसु भर चुके थे और उसका चेहरा पूरी तरह से लाल हो गया था..!

और अब अराध्या ने कुछ देर तक अर्जुन को अपने गुस्से से भरी आंखों से देखा और फिर जब उसकी सांसे सामान्य हो गई तो अब उसने अपने होठों को अपने एक हाथ से साफ करा..!

और फिर अपने गुस्से से भरी आंखों से अर्जुन को देखते हुए उसकी तरफ बढ़ते हुए उससे कहा, "आपकी हिम्मत भी केसे हुई मेरे साथ ये सब करने की..!"

अराध्या ने अपनी बात कही ही थी कि अब अर्जुन ने गुस्से से अपने एक हाथ से अराध्या के बालो को कसकर पकड़ लिया और दूसरे हाथ से उसके गालों को पकड़ते हुए और उसको कसकर दबाते हुए अब उससे अपने गुस्से से कहने लगा, "बस बहुत हो गया तुम्हारा ये ड्रामा और बहुत बर्दाश कर लिया मैने और मैने सोचा था कि तुम्हारे साथ अच्छा व्यवहार करूंगा तो तुम अपने आप मान जाऊंगी लेकिन मुझे तो लगता है कि तुम कुछ मानना ही नही चाहती हो और मैने तुम्हे प्यार से गुस्से से हर तरीके से समझाकर देख लिया लेकिन तुम तो कुछ समझना ही नही चाहती हो और अगर तुम अपनी ही जिद पर अड़ चुकी हो तो तुम्हे समझने के लिए मुझे अब न चाहते हुए भी दूसरा रास्ता अपनाना ही पड़ेगा..!" 

और अपनी बात कहकर अब अर्जुन ने अराध्या के गालों और बालो दोनो को छोड़ दिया और फिर उसके हाथ की कलाई को मजबूती से पकड़कर और लगभग घसीटते हुए उसको अपने कमरे से लेकर जाने लगा..! 

To be Continued......❤️✍️

हेलो रीडर्स, यह मेरी दूसरी नोवेल है। कृपया इसे अपनी लाइब्रेरी में जोड़ें, मेरी प्रोफाइल को फॉलो करे और कमेंट्स, रिव्यू और रेटिंग के साथ मुझे अपना सपोर्ट दे। अधिक जानने के लिए पढ़ते रहिए मेरी दूसरी नोवेल "डेविल सीईओ की मोहब्बत" और अगला भाग केवल "मातृभारती" पर।