डेविल सीईओ की मोहब्बत - भाग 9 Saloni Agarwal द्वारा प्रेम कथाएँ में हिंदी पीडीएफ

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डेविल सीईओ की मोहब्बत - भाग 9

अब आगे,

 

आराध्या की बात सुन कर अब जानवी ने चिड़ते हुए अपनी दोस्त अराध्या से कहा, "चल इतने भी बुरे दिन नही आए मेरे जो मै, तेरी जैसी पागल और आलसी लड़की से शादी करूंगी..!"

 

जानवी की बात सुन कर अब आराध्या ने कुछ नही कहा और बस थोड़ा सा मुस्करा दिया और फिर अपनी दोस्त जानवी को अपनी बाहों मे लेकर अपनी पकड़ को मजबूत करते हुए अपनी दोस्त जानवी से कहने लगी, "चल ठीक है मै कौन सा तुझ से शादी करने के लिए मरे जा रही हूं और सुन कल संडे है तो मुझे देर तक सोने दियो, कही पता चले तू रोज की तरह मेरे पीछे ही पड़ जाए...!"

 

आराध्या की बात सुन कर अब उस की दोस्त जानवी ने अपनी दोस्त अराध्या को आंखे दिखाते हुए उस से कहा, "महारानी जी बोल तो ऐसे रही हैं, जैसे रोज बड़े समय पर उठती हैं, चाहे मै कुछ भी कर लूं तू तो वही करती हैं जो तेरा मन करता है...!"

 

अपनी बात बोल कर जानवी अब अपनी दोस्त आराध्या के जवाब का इंतजार करने लगी, मगर जब काफी देर तक उस की दोस्त आराध्या ने कुछ नही कहा तो जानवी ने पीछे मुड़कर आराध्या की तरफ देखा तो पाया कि आराध्या को सो चुकी थी और अपनी दोस्त आराध्या को इतनी जल्दी सोता देख जानवी हैरानी से खुद मे ही बड़बड़ाने लगी, "सही मे ये लड़की कुंभकरण की ही औलाद है...!"

 

अपनी बात कह कर अब जानवी भी अपनी दोस्त आराध्या के बगल मे ही सो गई..!

 

दूसरी तरफ, दिल्ली में ही,

 

एक अंधेरे कमरे मे, एक शक्श अपनी किंग साइज कुर्सी पर किसी "डेविल" की तरह बैठा हुआ था उस कमरे मे अंधेरा ज्यादा होने की वजह से उस आदमी का चेहरा साफ तौर पर नही दिख रहा था..!

 

वह आदमी बैठा हुआ ही था कि वहा पर कुछ ब्लैक कलर के ड्रेस पहने हुए बॉडीब्यूल्डर बॉडीगार्ड्स, किसी आदमी को जबरदस्ती पकड़ते हुए उस शक्श के पास ला रहे थे जो अपनी किंग साइज कुर्सी पर बैठा हुआ था..!

 

वो बॉडीब्यूल्डर बॉडीगार्ड्स, जिस आदमी को पकड़ कर लाए थे अब उस आदमी ने अपने सामने किंग साइज कुर्सी पर बैठे हुए शक्श से पूछा, "डेविल ये सब क्या है और तुम्हारे ये बॉडीब्यूल्डर बॉडीगार्ड्स मुझे ऐसे पकड़ के क्यू लाए है...?"

 

उस आदमी की बात सुन कर, वो किंग साइज कुर्सी पर बैठे हुए शक्श ने अपनी रोबदार आवाज में उस आदमी से कहा, "गधारो को यहां पर ऐसे ही पकड़ के लाया जाता है और मेरे यहां इज्जत सिर्फ ईमानदार लोगो को दी जाती हैं, तुझ जैसे गधारों को नही...!"

 

उस किंग साइज कुर्सी पर बैठे हुए शक्श की बात सुन कर अब उस आदमी को जिसे वो बॉडीब्यूल्डर बॉडीगार्ड्स पकड़ कर लाए थे वो आदमी कन्फ्यूज होकर सामने बैठे हुए शक्श से पूछने लगा, "गद्दार, तुम ये सब क्या कह रहे हो और मैने तुम्हारे साथ कौन सी गद्दारी करी है, हमारे बीच जो डील हुई थी उस के मुताबिक मैने ठीक वैसा ही किया जैसा मुझे करना था, मेरा मतलब है कि तुम ने हमें वेपन्स दिए और उस के बदले हम ने तुम्हे रुपए दे दिए तो फिर कौन सा धोखा कर किया है मैने तुम्हारे साथ...?"

 

उस आदमी की बात सुन कर अब सामने किंग साइज कुर्सी पर बैठा हुआ शक्श जिसे वो आदमी, डेविल कह रहा था अब उस ने अपने गुस्से में उस आदमी से कहा, "मैने तुम्हे हमारी डील से पहले ही साफ साफ बता दिया था कि मुझे धोखे से सख्त नफरत है और तुम ने ये सब जानते हुए भी मेरे साथ धोखा करा, हम ने तुम्हे असली वेपन्स दिए और तुम ने उस के बदले हमे नकली नोट दिए तो ये धोखा नही है तो क्या है और अब तुम ने मुझे धोखा दे ही दिया है तो सजा पाने के लिए भी तैयार हो जाओ...!"

 

डेविल के मुंह से अपने लिए सजा शब्द सुन कर ही उस आदमी के होश उड़ चुके थे और वो आदमी डर से कांपने लगा क्युकी उस को ये बात अच्छे से पता थी कि डेविल की सजा उतनी ही खतरनाक है जितना वो खुद है..!

 

डेविल की बात सुन कर अब वो आदमी बहुत ज्यादा डर गया था और डेविल से रिक्वेस्ट करते हुए उस से कहने लगा, "नही प्लीज मुझे माफ कर दीजिए, मै आगे से ऐसी गलती कभी नही करूंगा और मुझे एक और मौका दे दीजिए...!"

 

उस आदमी की बात सुन कर अब उस डेविल के चेहरे पर एक डेविल स्माइल आ गई और वो उस आदमी से शांत मगर डरा देने वाली आवाज में कहने लगा, "अगली बार तुम ऐसा करोगे भी नही क्योंकि मै तुझे ऐसा करने के लिए जिंदा छोडूंगा ही नही...!"

 

To be Continued......

 

हेलो रीडर्स, यह मेरी दूसरी नोवेल है। कृपया इसे अपनी लाइब्रेरी में जोड़ें, मेरी प्रोफाइल को फॉलो करे और कमेंट्स, रिव्यू और रेटिंग के साथ मुझे अपना सपोर्ट दे। अधिक जानने के लिए पढ़ते रहिए मेरी दूसरी नोवेल "डेविल सीईओ की मोहब्बत" और अगला भाग केवल "मातृभारती" पर।