डेविल सीईओ की मोहब्बत - भाग 63 Saloni Agarwal द्वारा प्रेम कथाएँ में हिंदी पीडीएफ

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डेविल सीईओ की मोहब्बत - भाग 63

अब आगे,

जब अर्जुन ने अराध्या से कहा कि वो, उस का मुंह साफ करे तो अराध्या गुस्से से अर्जुन को घूर रही थी और साथ में अपने मे उस ने कहा था, "अर्जुन ने उस को समझ के क्या रखा हुआ है..!"

तो अब अर्जुन ने उस को देखते हुए या फिर ये कहो उस के मन की बात समझते हुए उस ने उस से कहा, "अब तुम मेरी होने वाली बीबी हो तो अब से तुम्हे ही मेरे सारे काम करने पड़ेंगे तो उस की आदत अभी से ही डाल लो तो अच्छा रहेगा..!" 

अर्जुन की बात सुन कर, अराध्या ने फिर से अपने मन में ही कहने लगी क्योंकि वो अर्जुन के सामने कुछ बोलने की हिम्मत मे ही कहा होती थी इसलिए उस को जो भी बोलना होता था वो अपने मन में कहा करती थी..!

और ठीक अभी भी उस ने ऐसा ही किया और उस ने अपने मन में कहा, "इन्होंने तो सब कुछ पहले से ही सोच लिया है अब मुझे जल्द से जल्द यहां से निकलने की कोशिश करनी पड़ेगी क्योंकि मै, इस "डेविल" से इस जन्म में तो शादी करने से रही..!" 

अब अर्जुन ने अराध्या को अपने ही ख्यालों में खोया हुआ देख कर उस से कहा, "तुम्हे जो भी कहना हो वो मुझे डायरेक्ट ही बोल दिया करो ना बेबी, यू बार बार अपने मन में बोल कर तुम्हे तुम्हारे सारे सवालों के जबाव थोड़ी ना मिलेंगे..!" 

अपनी बात कह कर अब अर्जुन ने अराध्या को एक आंख मार दी जिस को देख कर अराध्या ने झेप कर अपना सिर नीचे कर लिया..!

और फिर कुछ देर बाद सामने रखी शीशे की टेबल पर से नैपकिन पेपर उठा कर उस को अर्जुन के बाए हाथ पर रख दिया और उस से धीरे से कहा, "आप खुद ही पोश लीजिए..!" 

अराध्या की बात सुन कर, अब अर्जुन के चेहरे पर मुस्कान आ गई और उस ने नैपकिन पेपर से अपना मुंह पोश लेने के बाद, अब उस ने अराध्या के कान के पास जाकर उस से कहा, "मेरी होने वाली बीबी इतनी शर्मीली है कि मैं तो सोच कर ही हैरान हु कि अभी ये हाल है तो हमारी शादी की रात तुम्हारा क्या हाल होगा..!"

अर्जुन की आवाज अपने कान के पास सुन कर ही अराध्या को बहुत अजीब सा लग रहा था क्योंकि उस के लिए ये सब कुछ नया था और ऊपर से साथ में अर्जुन की बात सुन कर ही अराध्या शर्म से पानी पानी हो रही थी..! 

अब अर्जुन, अराध्या के करीब बढ़ ही रहा था कि अराध्या ने अपना सिर नीचे करे हुए ही बहुत धीरे से कहा, "मुझे भूख गई है..!" 

अराध्या की बात सुन कर, अब अर्जुन को याद आया कि उस ने अराध्या को तो ब्रेकफास्ट तो कराया ही नही तो अब अर्जुन ने अराध्या को फिर से खड़ा करा..!

और फिर से उस की पोजिशन पहली जैसी कर दी, और ये इतनी जल्दी मे हुआ कि अराध्या को समझ में ही नही आया कि अर्जुन ने ऐसा क्यू किया..! 

और इसी वजह से अराध्या अब अपनी छोटी छोटी आंखो से अर्जुन को घूर रही थी वही जब अर्जुन ने अराध्या को देखा तो अपने आप को घूरता हुआ देखा तो अब अर्जुन ने उस से कहा, "क्यू, क्या तुम्हे अपना पसंदीदा व्हाइट सॉस पास्ता नही खाना है..!" 

अर्जुन की बात सुन कर, अब अराध्या के चेहरे पर खुशी के भाव आ चुके थे जिसे देख कर अब अर्जुन ने उस का व्हाइट सॉस पास्ता का बाउल अराध्या के लेफ्ट हाथ पर रख दिया और जिस को देख कर अराध्या ने अपने मन में कहा, "मतलब अब ये मुझे खिलाएंगे पर..!" 

अराध्या अपने मन में बोल ही रही थी कि अब अर्जुन ने उस को उस का पसंदीदा व्हाइट सॉस पास्ता खिलाने के लिए स्पून को उस के मुंह की तरफ बढ़ा दिया तो अब अराध्या ने अर्जुन से कहा, "मैं.. मै खुद खा लूंगी आप को अपने ऑफिस जाने मे देर हो रही होगी ना..!"

अराध्या की बात सुन कर, अब अर्जुन ने उस से कहा, "मै अपनी कंपनी का बॉस हु तो मै जब चाहूं तब वहां आ जा सकता ही तो तुम्हे इस की फिकर करने की कोई जरूरत नहीं है और तुम बस आराम से अपना पसंदीदा व्हाइट सॉस पास्ता खाओ..!" 

अर्जुन की बात सुन कर, अब अराध्या ने उस के हाथ से अपना पसंदीदा व्हाइट सॉस पास्ता खा लिया था क्योंकि उस के दो कारण थे, पहला कि उस को बहुत ज्यादा भूख लग रही थी..!

और उस को भूख बिलकुल भी बर्दाश नही थी और दूसरा कि वो, अर्जुन का वो "डेविल" रूप दुबारा नहीं देखना चाहती थी और इसी वजह से वो अब चुप चाप अपना पसंदीदा व्हाइट सॉस पास्ता खा रही थी..! 

To be Continued......❤️✍️

हेलो रीडर्स, यह मेरी दूसरी नोवेल है। कृपया इसे अपनी लाइब्रेरी में जोड़ें, मेरी प्रोफाइल को फॉलो करे और कमेंट्स, रिव्यू और रेटिंग के साथ मुझे अपना सपोर्ट दे। अधिक जानने के लिए पढ़ते रहिए मेरी दूसरी नोवेल "डेविल सीईओ की मोहब्बत" और अगला भाग केवल "मातृभारती" पर।