अब आगे,
अब आराध्या ने अर्जुन के लिए दूसरा स्पून उठाया ही था कि अर्जुन ने अराध्या से कहा, "मुझे इस स्पून से अपना वेजिटेबल सूप नही पीना है..!"
अर्जुन की बात सुन कर, अराध्या उस को कन्फ्यूजन से देखने लगी और फिर उस ने अर्जुन से पूछा, "तो फिर..!"
अराध्या की बात सुन कर अब अर्जुन ने अपनी आंखो से अपने सामने रखी शीशे की टेबल पर इशारा किया तो अर्जुन का इशारा समझ कर आराध्या ने वहा देखा तो..!
उस को बस वहा एक स्पून दिखा जो कि उस का जूठा था और एक फोर्क (काटा) रखा हुआ था जो कि उस के लिए व्हाइट सॉस पास्ता खाने के लिए था..!
अराध्या को कुछ भी समझ मे नही आ रहा था तो अब उस ने अर्जुन से कहा, "आप कहना है चाहते हैं साफ साफ कहिए न..!"
अराध्या की बात सुन कर, अब अर्जुन ने आराध्या ने कहा, "वहा जो स्पून रखा हुआ है ना मुझे उस से ही अपना वेजिटेबल सूप पीना है..!"
अर्जुन की बात सुन कर, अब आराध्या ने अर्जुन से अपनी नासमझी में कहा, "पर वो तो मेरा जूठा हो गया है ना तो फिर आप उस स्पून से केसे अपना वेजिटेबल सूप पी सकते है..!"
अराध्या की नासमझी को देखते हुए, अर्जुन ने उस से कहा, "जब मैं तुम्हे लिप लॉक कर सकता हूं..!"
अर्जुन अपनी बात पूरी करता उस से पहले ही आराध्या ने अर्जुन से पूछा, "लिप लॉक, वो क्या होता है..?"
अराध्या का सवाल सुन कर, अर्जुन ने उस को पहले घूर कर देखा और फिर उस से कहा, "क्या तुम्हे लिप लॉक का मतलब भी नही पता है..?"
अर्जुन की बात सुन कर, अराध्या ने सीधा सा जबाव दिया, "अगर पता होता तो मैं आप से थोड़ी ना पूछती..!"
अराध्या की बात सुन कर अब अर्जुन ने एक गहरी सांस ली और उस से कहा, "लिप लॉक का मतलब होता है किसी को लिप किस करना जैसे मैने अभी कुछ समय पहले तुम्हे करा था और जब मैं तुम्हे लिप किस कर सकता हूं तो तुम्हारे जूठी स्पून से अपना वेजिटेबल सूप क्यू नही पी सकता हु बताओ मुझे..!"
अर्जुन की बात सुन कर, अराध्या ने अपना सिर नीचे कर लिया और अपने मन में कहने लगी, "हे महादेव कहा फंसा दिया मुझे, प्लीज मुझे जल्द से जल्द यहां से निकलवा दो नही तो पता नही ये "डेविल" मेरे साथ और क्या क्या करने वाला है..!"
वही जब अर्जुन ने अराध्या को अपने ही ख्यालों में खोया देखा तो अब उस ने अराध्या की कमर पर से अपना हाथ थोड़ा ढीला छोड़ कर उस की कमर को अपने हाथ से सहला ने लगा..!
और अर्जुन की उस हरकत से अराध्या को एक दम से होश आ गया और उस ने हैरानी से अर्जुन को देखा जो उस को देख कर ही मुस्करा रहा था..!
अब अर्जुन ने अराध्या के कान के पास जाकर उस से कहा, "तुम्हारी ये बॉडी किसी माखन की तरह मुलायम है और अगर तुम ने जल्द ही मुझे मेरा वेजिटेबल सूप नही पिलाया ना तो कही मै तुम्हे ही ना खा जाऊं..!"
अर्जुन की बात सुन कर ही अराध्या की हालत खराब होने लगी थी और उस ने अब बिना समय गंवाए अपना जूठा स्पून उठा लिया और उस को अर्जुन के वेजिटेबल सूप की बाउल में डाल कर उस मे थोड़ा सा सूप ले लिया..!
और उस को जैसे ही अर्जुन के चेहरे की तरफ किया तो अर्जुन ने अपने चेहरे पर मुस्कान लाते हुए उस को पी लिया और ऐसे करते करते आराध्या ने अर्जुन को उस का पूरा का पूरा वेजिटेबल सूप पिला दिया..!
अर्जुन को वेजिटेबल सूप पिला देने के बाद,
अर्जुन अराध्या को देखने लगा वही अर्जुन बहुत देर से आराध्या को देखे ही जा रहा था तो अब आराध्या से रहा नही गया और उस ने अर्जुन से पूछ ही लिया, "अब तो मैने आप के कहे अनुसार अपने जूठे स्पून से भी आप को आप का पूरा वेजिटेबल सूप पिला दिया है तो अब क्यू मुझे घूरे जा रहे हो..!"
अराध्या की बात सुन कर, अर्जुन ने उस से कहा, "तुम्हारे सामने रखी शीशे की टेबल पर से नैपकिन उठाओ और मेरा मुंह साफ करो..! "
अर्जुन की बात सुन कर, अब आराध्या ने गुस्से से अपने मन में कहा, "इन्होंने मुझे समझ क्या रखा है..!"
To be Continued......❤️✍️
हेलो रीडर्स, यह मेरी दूसरी नोवेल है। कृपया इसे अपनी लाइब्रेरी में जोड़ें, मेरी प्रोफाइल को फॉलो करे और कमेंट्स, रिव्यू और रेटिंग के साथ मुझे अपना सपोर्ट दे। अधिक जानने के लिए पढ़ते रहिए मेरी दूसरी नोवेल "डेविल सीईओ की मोहब्बत" और अगला भाग केवल "मातृभारती" पर।